-मानक विहीन संचालित प्राइवेट विद्यालयों की आ गई है बाढ़
अयोध्या। सरकारी स्कूलों की बजाय अमान्य स्कूल बंद कराए सरकार। उक्त बातें उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ के प्रांतीय ऑडिटर एवं जिलाध्यक्ष नीलमणि त्रिपाठी ने कही। मानक विहीन संचालित प्राइवेट विद्यालयों की बाढ़ आ गई है। बार – बार अभियान चलाने के बाद भी इन विद्यालयों का संचालित होना स्पष्ट है कि रक्षक ही परिषदीय विद्यालयों का भक्षक बन चुके हैं।
ब्लॉक पूरा के प्राथमिक विद्यालय कुतुबपुर में हुई बैठक को संबोधित करते हुए जिला मंत्री डॉ चक्रवर्ती सिंह ने कहा की मर्जर जैसे कठोर निर्णय पर सरकार को पुनर्विचार करना चाहिए। विद्यालय बंद होने से उस मजरे,पुरवे के बच्चे बुनियादी शिक्षा से बड़े पैमाने पर दूर हो रहे हैं। विद्यालयों में कम नामांकन के लिए सरकार की नीतियां भी जिम्मेदार हैं।
अशिक्षित होने से भविष्य में सामाजिक अपराधों में भी वृद्धि हो सकती है। बैठक में ब्लॉक अध्यक्ष सत्येंद्र गुप्ता,पर्यवेक्षक संचराज वर्मा,राजीव सिंह तथा बड़ी संख्या में अभिभावक मौजूद रहे। ब्लॉक बीकापुर प्राथमिक विद्यालय पूरा कुबरी पंडित में अभिभाव को के साथ आयोजित बैठक में विचार व्यक्त करते हुए जिला कोषाध्यक्ष वीरेंद्र कुमार भारती ने विद्यालय के बंद किए जाने पर गहरा आक्रोश व्यक्त किया है।
छात्रों की पढ़ाई में समस्या उत्पन्न होगी तथा रसोइयों के सामने आजीविका का संकट पैदा होगा।अनिल सिंह, रविन्द्र गौतम सहित गांव की भारी संख्या में अभिभावक उपस्थित रहे। बलाक तारुन में पर्यवेक्षक जितेंद्र वर्मा, ब्लॉक मंत्री प्रवेश कुमार ने प्राथमिक विद्यालय देवरी में अभिभावकों से संवाद कायम किया।सभी ने एक स्वर में विद्यालय बंद होने का विरोध किया।प्रवक्ता ओमप्रकाश यादव ने बताया कि मर्जर किये गए विद्यालय में अभिभावकों एवं ग्रामवासियों से विद्यालय बंद होने के दुष्प्रभाव पर संवाद कार्यक्रम चलाया जा रहा है।