आचार्य संतोष साहेब ने कहा कि संत शिरोमणि कबीर साहेब ने अपने संदेशों में 5 सौ वर्ष पूर्व जो बातें कही थी उसकी प्रासंगिकता सार्थकता एवं महत्ता आज भी कम नहीं हुई है
-तीन दिवसीय कबीर मेला एवं सत्संग समारोह सम्पन्न
अयोध्या। कबीर मंदिर जियनपुर में हर वर्ष की भांति इस बार भी मंदिर के संस्थापक सद्गुरु रामसूरत साहब एवं निर्माणकर्ता उदार साहब की स्मृति में तीन दिवसीय कबीर मेला एवं सत्संग समारोह आयोजित किया गया। बृहस्पतिवार को महोत्सव का समापन सत्र संतों के प्रवचन एवं भजन के साथ संपन्न हुआ। कबीर मंदिर के संस्थापक उपाध्यक्ष वरिष्ठ संत निहाल साहेब की अध्यक्षता में आयोजित समापन सत्र के मुख्य अतिथि काठमांडू नेपाल स्थित कबीर आश्रम के महंत आचार्य संतोष साहेब रहे।
इस अवसर पर सैकड़ों की संख्या में उपस्थित संतों एवं भक्तों को संबोधित करते हुए आचार्य संतोष साहेब ने कहा कि संत शिरोमणि कबीर साहेब ने अपने संदेशों में 5 सौ वर्ष पूर्व जो बातें कही थी उसकी प्रासंगिकता सार्थकता एवं महत्ता आज भी कम नहीं हुई है। वह एक युग दृष्टा क्रांतिकारी संत थे जिन्होंने सर्व समाज की शांति प्रगति एवं खुशहाली के लिए सार्वभौमिक जीवन मंत्र दिए हैं। कबीर के रास्ते पर चलकर ही वैश्विक मानवतावाद का उत्कृष्ट स्वरूप प्राप्त किया जा सकता है।
समापन समारोह में पूर्वांचल विकास बोर्ड के सदस्य बौद्ध अरविंद सिंह पटेल, कबीर मंदिर समिति के मंत्री विवेक ब्रह्मचारी, संत रामप्रकाश दास, भुवनेश्वर दास, युवराज दास, राम लाल दास, कबीर आश्रम बोहारा छत्तीसगढ़ से आए रविंद्र दास, राधेश्याम दास, डॉ जितेंद्र राव, केजीएमयू आदि प्रमुख लोगों ने भी अपने विचार रखे। कार्यक्रम का संचालन प्रधानाचार्य निर्मल कुमार वर्मा ने किया कार्यक्रम के प्रारंभ में मंदिर समिति के अध्यक्ष महंत उमाशंकर ने सभी संतो एवं अतिथियों का स्वागत करते हुए आभार ज्ञापित किया।
इस अवसर पर राम अभिलाष वर्मा, अमरनाथ यादव, एडवोकेट बालकिशन पाल सुनील कुमार वर्मा वरिष्ठ पत्रकार पंवन पांडे अमरनाथ वर्मा, भानु प्रताप सिंह, बलराम वर्मा, कृष्णा प्रसाद वर्मा, विनोद कुमार, संत शील दास, सोनू, श्याम मूर्ति यादव एडवोकेट आदि प्रमुख गणमान्य जन भी बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।