गोसाईगंज। गोसाईगंज रेलवे स्टेशन एक अदद ओवरब्रिज के लिए आज भी तरस रहा है। ओवरब्रिज न होने से स्थानीय नागरिकों छात्र-छात्राओं व यात्रियों को एक छोर से दूसरे छोर पर जाने में बहुत दिक्कतें उठानी पड़ रही है, वह जान जोखिम में डालकर आवागमन कर रहे हैं।
स्टेशन पर ओवरब्रिज की मांग लगभग दो दशक से हो रही है, परंतु अभी तक ओवर ब्रिज नहीं बन सका है। स्टेशन पर दो रेलवे क्रॉसिंग है जिन की दूरी लगभग 700 मीटर है। जब दोनों रेलवे फाटक बंद हो जाते हैं तो गोसाईगंज नगर में भीषण जाम लग जाता है और यातायात व्यवस्था छिन्न भिन्न हो जाती है। जाम की समस्या से पूरा नगर सिहर उठता है। सबसे ज्यादा दिक्कत तो दूसरे छोर पर स्थित विद्यालयों में पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं की होती है। दूसरे छोर पर आचार्य नरेंद्र देव इंटर कॉलेज इंद्र बली, राजकीय बालिका इंटर कॉलेज गोसाईगंज, विद्या देवी बालिका इंटर कॉलेज व राज किशोर वर्मा महिला महाविद्यालय समेत लगभग आधा दर्जन शिक्षण संस्थान स्थित है। एक छोर से दूसरे छोर पर हजारों छात्र छात्राएं जान जोखिम में डालकर प्रतिदिन गुजरते हैं, साथ ही साथ यात्रियों व नागरिकों का आवागमन करना भी मुश्किलों से भरा होता है। हालांकि सांसद अंबेडकर नगर डॉ हरिओम पांडे ने इस रेलवे स्टेशन के सुंदरीकरण के लिए लगभग 4ः30 करोड़ रुपए स्वीकृति कराये थे जिसमें प्लेटफार्म नंबर 2 का विस्तारीकरण ,डीलक्स लैट्रीन ,एलइडी लाइट्स आदि कार्य किया गया। नगर पंचायत के पूर्व सभासद देवी प्रसाद गुप्ता, रमेश पांडे, सत्येंद्र सिंह ,रमाशंकर शुक्ला ,हरिप्रसाद शर्मा आदि लोगों ने ओवर ब्रिज को नगर के लिए आवश्यक बताया है, ताकि यातायात व्यवस्था सुचारू रूप से चलता रहे, और नगर में जाम की स्थिति न पैदा हो। रेलवे समिति के सदस्य पंकज सिंह ने बताया कि रेलवे स्टेशन दोहरीकरण के प्रोसेज मे है और इसके लिए 12 सौ करोड़ रुपए अवमुक्त भी हो चुका है इसी में फुट ब्रिज का भी निर्माण होगा।
एक अदद ओवरब्रिज के लिए तरस रहा गोसाईगंज रेलवे स्टेशन
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