-गिरफ्त में आए चारों आरोपी मुंबई के, अयोध्या से पकड़े गए
अयोध्या। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट खाते से क्लोन चेक से 6 लाख रुपये निकालने वाले गिरोह के 4 शातिर अयोध्या पुलिस की गिरफ्त में फंस गए। जबकि मास्टरमाइंड जो वाराणसी का रहने वाला है उसके मुंबई में होने की जानकारी मिली है। मंगलवार शाम को डीआईजी/एसएसपी दीपक कुमार पुलिस सभागार में मामले का खुलासा किया। बताया कि श्रीराम जन्मभूमि ट्रस्ट के खाते से फर्जी चेक से फर्जी हस्ताक्षर कर 6 लाख रुपये निकाले जाने का मुकदमा 09 सितम्बर 20 को ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने अयोध्या कोतवाली में दर्ज कराया था। अयोध्या एसओजी और सर्विलांस टीम इसे चैलेंज के तौर पर लेकर जांच पड़ताल में लगी थी। मामले की विवेचना के दौरान मुंबई का क्लू मिला था। जिसके आधार पर विवेचना टीम महाराष्ट्र के चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। प्रेसकांफ्रेस में डीआईजी/ एसएसपी दीपक कुमार ने बताया कि जिस खाते में रामलला का पैसा ट्रांसफर हुआ था उस खाते को सीज करा दिया गया है। चारों की गिरफ्तारी अयोध्या के ही राम की पैड़ी पर की गई। पूछताछ के लिए बुलाया गया था जिसके बाद उन्होंने अपना जुर्म कुबूल किया और उन्हें गिरफ्तार कर न्यायालय के सामने पेश किया जा रहा है। डीआईजी एसएसपी दीपक कुमार ने कहा कि चेक की क्लोनिंग का मामला है इसकी जांच की जा रही है। बैंक के अधिकारी या कर्मचारी इस मामले में शामिल है इस पर इंकार भी नहीं किया जा सकता। सभी पुलिस के रडार पर हैं। जनपद के एसपी इस मामले की जांच कर रहे हैं। बताया कि ट्रस्ट के खाते में 9 लाख 86 हज़ार रुपये जमा थे जिसमें 6 लाख रुपये की लिमिट लगाई गई थी जिसे आरोपियों ने 2 लाख 50 हज़ार एक बार व दूसरी बार 3 लाख 50 हज़ार ट्रस्ट के खाते से पैसा ट्रांसफर कराया। 09 लाख का चेक लगाने पर बैंक को संदेह हुआ तो ट्रस्ट महासचिव से पूछताछ की गई। जिनके इनकार पर जालसाजी होने की जानकारी हुई थी। बताया कि गिरफ्तार आरोपियों में प्रशांत शेट्टी निवासी महापला हाउस, फोर्ट मुंबई का, विमल लल्ला निवासी प्रिमिया जेविंग ईस्ट ठाणे, शंकर सीताराम गोपाल बोरा बाजार कोलासा मुंबई व संजय तेजराज निवासी मुखर्जी हाउस विष्णु नगर थाणे मुंबई का रहने वाला है। मास्टरमाइंड वाराणसी के है जो अभी फरार है। उसकी गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे हैं। पत्रकार वार्ता के दौरान डीआईजी/एसएसपी दीपक कुमार ने बताया कि आरोपियों के पास से 8 मोबाइल, कोटेक महेंद्रा बैंक का चेक, 2 एटीएम, 1 पैनकार्ड, 1 आधारकार्ड बरामद हुआ है। गिरफ्तार करने वाली टीम में प्रभारी निरीक्षक आशुतोष मिश्र, एसआई धर्मेंद्र मिश्र प्रभारी चौकी नया घाट, जगन्नाथ मणि त्रिपाठी प्रभारी चौकी सिविल लाइंस, कांस्टेबल अभितेश प्रताप सिंह, विजय गुप्ता, सर्विलांस सेल के मुकेश कुमार, मनीष कुमार व कांस्टेबल लल्लू यादव रहे। इस दौरान एसपी सिटी विजय पाल सिंह, सहायक पुलिस अधीक्षक पलाश बंसल भी मौजूद रहे।
उड़ाई गई रकम को आपस मे बराबर बांटते थे शातिर
-श्रीराम जन्मभूमि ट्रस्ट के खाते से 6 लाख रुपये पकड़े गए आरोपियों ने बैंक ऑफ बड़ौदा के खाते में ट्रांसफर कराया था। जिसे आपस मे बाट लिया। इनके अकाउंट बन्द कराकर नजर रखी जाने लगी थी। इन आरोपियों में से एक बतौर लोन 50 लाख का लोन लेने की योजना बनाई जिससे सन्देह बढ़ गया और कड़ी निगरानी शुरू हुई।अयह कबूलनामा पुलिस की पूछताछ में पकड़े गए आरोपियों के थे। मंगलवार को प्रेसकांफ्रेस कर चारों आरोपियों को पत्रकारों के समक्ष पेश किया गया। इस दौरान डीआईजी/एसएसपी दीपक कुमार ने बताया कि सभी के अकाउंट बन्द करा दिए गए। चूंकि क्लोनिग चेक से रुपये निकाले गए इसलिए जांच अभी चल रही हो सकता है कि बैंक कर्मी भी शामिल हों। खास तो यह कि राम जन्मभूमि ट्रस्ट के चेकों के क्लोन बनाकर 6 लाख जिन चेकों से निकाले गए वे ट्रस्ट की चेक बुक में मौजूद थे।
चेक क्लीयरिंग के लिए फोन आने पर हुआ था खुलासा
-श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय की मोबाइल पर लखनऊ स्थित बैंक शाखा के एक कर्मचारी ने फोन किया था। बैंक कर्मी ने पूछा था कि क्या श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के भारतीय स्टेट बैंक शाखा नया घाट अयोध्या खाता संख्या 39200235062 के चेक संख्या 740798, भुगतान रकम 9,86,000 रुपये को क्लियर कर दिया जाए। जवाब में ट्रस्ट की ओर से किसी को भुगतान के लिए चेक दिया नहीं गया था आने पर ट्रस्ट महासचिव चंपत राय ने चेक बुक खगाली तो पता चला कि उपरोक्त नंबर का चेक तो चेक बुक में मौजूद है। माजरा चर्चा में आने के बाद लखनऊ बैंक शाखा ने पेमेंट रोक दिया और छानबीन कराई गई तो पता चला कि ट्रस्ट के इसी खाता संख्या से चेक संख्या 740799 से 1 सितंबर को ढाई लाख रुपए लखनऊ स्थित पंजाब नेशनल बैंक शाखा में ट्रांसफर किए गए हैं। वही चेक संख्या 740800 से 8 सितंबर को साढ़े तीन लाख रुपये का पीएनबी के ही इसी खाते में ट्रांसफर हुआ है। मामले की खबर पुलिस प्रशासन को दी गई तो रकम स्थानांतरित किए गए पंजाब नेशनल बैंक के खाते को सीज करा दिया गया। हालांकि जालसाजों की ओर से इस बीच हड़पी गई 6 लाख रुपये की रकम में से 4 लाख रुपये निकाले जा चुके थे।
महासचिव चंपत राय ने दर्ज कराया था मामला
– प्रकरण में श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने लिखित शिकायत 9 सितम्बर 20 को अयोध्या कोतवाली पुलिस को दी। शिकायत में श्री राय का कहना है कि श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट का भारतीय स्टेट बैंक शाखा नया घाट अयोध्या में खाता है। इसी खाता संख्या पर बैंक की ओर से निर्गत चेक बुक के 3 पन्नों का क्लोन बनाकर फर्जी हस्ताक्षर कर दो चेकों से 600000 रुपये निकाल लिए गए। जबकि तीसरे चेक से 9 लाख 80 हजार रुपये निकालने की कोशिश की गई। तीनों चेक ट्रस्ट के चेक बुक में मौजूद है। खाते का संचालन उनके और ट्रस्टी डॉ अनिल मिश्रा के संयुक्त हस्ताक्षर से किया जाता है। किसी ने फर्जी चेक और फर्जी हस्ताक्षर के जरिए यह धोखाधड़ी की है।
लखनऊ व मुंबई गई थी अलग अलग टीमें
-वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक दीपक कुमार ने बताया कि श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय की तहरीर पर अयोध्या कोतवाली पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ धोखाधड़ी और कूट रचना की धारा में मुकदमा पंजीकृत किया गया था।पीएनबी लखनऊ के जिस खाते में दोनों चेकों के माध्यम से रकम ट्रांसफर हुई है।उसका खाता धारक मुंबई का निवासी है। पुलिस की एक टीम वारदात की कड़ियां और साक्ष्य तलाशने के लिए लखनऊ तथा दूसरी टीम खाताधारक की तलाश के लिए मुंबई भेजी गई थी।