अयोध्या। बहुसांस्कृतिक परिदृश्य को समाहित करती विविध कला शैली, राजस्थान की मिट्टी से उभरा घूमर नृत्य, प्रेम भाव का साकार दर्शन कराती वृंदावन की रासलीला, बंगाल की परम्परा का संवाहक कालबेलिया व मन में दस्तक देता पंजाब का भांगड़ा, अयोध्या महोत्सव में भारतीय कला शैली व समृद्ध परम्पराओं का वाहक बने लोक रंग बिखरे नजर आये। महाराष्ट्र के लावणी व पंजाब के गिद्दा नृत्य ने इन रंगो को और निखार दिया।
महोत्सव में आयोजित सांस्कृतिक संध्या का उद्घाटन समिति के सचिव नाहिद कैफ के द्वारा दीप प्रज्जवलन के माध्यम से हुआ। उन्होने कहा कि अयोध्या महोत्सव जनपद की गंगा जमुनी तहजीब को दर्शाता हुआ एक ऐसा कार्यक्रम है जिससे जनपद में आपसी सद्भाव व भाईचारा बढ़ता है। कार्यक्रम में अवधी गायक गणेश सिंह ने मनमोहक प्रस्तुति दी। सुप्रिया शर्मा के नेतृत्व में लखनऊ से आये कलाकारों द्वारा प्रस्तुत घूमर नृत्य ने खूब तालियां बटोरी। वृंदावन की रासलीला, बंगाल के कालबेलिया, पंजाब के भांगड़ा व गिद्दा, महाराष्ट्र के लावणी नृत्य की भावविभोर करने वाली प्रस्तुति का साक्षी महोत्सव का मंच बना। सूचना विभाग द्वारा प्रस्तुत सांस्कृतिक कार्यक्रम की श्रृंखला में लोक गायिका प्रकृति यादव ने दर्शकों को अपनी प्रस्तुति से मंत्रमुग्ध कर दिया। चन्द्रभान इंटर कालेज के बच्चों ने देशप्रेम के गीतों पर अपनी मनोहारी प्रस्तुति दी। आइडल सिटी एकेडमी द्वारा पशु पक्षियों की सुरक्षा का संदेश देता नृत्य प्रस्तुत किया गया। इस अवसर पर महोत्सव समिति के अध्यक्ष हरीश श्रीवास्तव, उपाध्यक्ष कृष्ण कुमार पाण्डेय खुन्नू, अमल गुप्ता, महासचिव आकाश अग्रवाल, चंद्र प्रकाश गुप्ता, कार्यक्रम प्रभारी दानिश अहमद, सह प्रभारी अरुण द्विवेदी, विवेक पाण्डेय, बृजमोहन तिवारी, संगनी वर्मा, विजय यादव, राघवेन्द्र श्रीवास्तव, अनुजेन्द्र तिवारी, ओमेश अग्रवाल, राजेश गौड़ मौजूद रहे।
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