जिलाधिकारी ने नवोदय विद्यालय के छात्र-छात्राओं की महिला सुरक्षा से जुड़ी जिज्ञासाओं को सुना
अयोध्या। जिलाधिकारी अनुज कुमार झा ने जवाहर नवोदय विद्यालय डाभासेमर में विद्यार्थियों को लैंगिक उत्पीड़न एवं दुर्व्यवहार, बाल-विकास एवं महिलाओं से सम्बन्धित अपराधों पर अकुंश लगाये जाने हेतु सरकार द्वारा चलाये जा रहे योजनाओं, कानूनों, हेल्पलाइन नम्बरों, आदि के बारे में विस्तार से जानकारी प्रदान की तथा बच्चियों या महिलाओं पर होने वाले किसी प्रकार के दुर्व्यवहार के विरूद्ध में सभी को आगे आकर आवाज उठाने हेतु प्रोत्साहित किया।
इस अवसर पर जिलाधिकारी ने छात्र-छात्राओं की महिला सुरक्षा से जुड़ी जिज्ञासाओं को सुना और जाना। इस अवसर पर वंशिका, दिव्यांगी, स्वाती, प्रियांशी, अमन पटेल, अमन मिश्रा, महेन्द्र आदर्श शुक्ला आदि छात्र-छात्राओं ने महिला सुरक्षा एवं अपने भविष्य के सम्बन्ध में जिज्ञासायें व्यक्त की। जिलाधिकारी ने कहा कि भय के माहौल में शिक्षा ग्रहण नहीं किया जा सकता है, नौकरी नही की जा सकती या अन्य कोई भी कार्य सही ढंग से नही किया जा सकता है। भय के माहौल में बच्चें का सर्वांगीण विकास नही हो सकता है। बच्चों के सर्वांगीण विकास हेतु भयमुक्त वातावरण बहुत जरूरी है। उन्होनें बच्चियों से अपील की कि जीवन में अपने अधिकार के लिये आवाज उठाना बहुत जरूरी है। अधिकार कोई आपको प्लेट में परोस कर नहीं दे जायेगा इसके लिए लड़ना पड़ता है।
जिलाधिकारी ने कहा कि उ0प्र0 सरकार व विशेष कर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ महिला सुरक्षा के बारे में काफी गम्भीरता से सोच रहे है। इसी क्रम में प्रदेश सरकार की पहले से ही 112 (टोलफ्री नं0) की सुविधा उपलब्ध है। इस नम्बर पर किसी भी प्रकार की समस्या होने पर कॉल करते है तो 10-15 मिनट में आपकी मदद हेतु पुलिस पहुंच जाती है। उन्होनें छात्र-छात्राओ को कॉल सेन्टर का भ्रमण करने को भी कहा, जिससे बच्चें समझ सके कि किस प्रकार कॉल सेन्टर पर सूचना प्राप्त होने के 10-15 मिनट के अन्दर सहायता उपलब्ध करा दी जाती है। उन्होनें वूमेन हेल्प लाइन नं0 1090 के बारे में बताते हुए कहा कि यदि किसी महिला को लैंगिक उत्पीड़न, पीछा करने, एसएमएस या कॉल करके परेशान करने आदि समस्या होने पर वह सीधे वूमेन हेल्प लाइन नं0 1090 पर कॉल कर सकती है। इसमें महिलाओं की प्राइवेसी/निजता को ध्यान में रखते हुए उसकी पहचान को गोपनीय रखते हुए अपराधी के ऊपर कार्यवाही की जाती है। यहां पर कॉल सेन्टर में कॉल रिसीव करने हेतु भी महिलाओं की ही व्यवस्था है। उन्होनें बताया कि बाल विवाह, घरेलू हिंसा व अन्य किसी प्रकार की महिला उत्पीड़न से सम्बन्ध में वन स्टाफ सेन्टर में ‘‘181‘‘ पर भी कॉल कर सकते है। जनपद में यह वन स्टाफ सेन्टर दर्शननगर के मण्डलीय चिकित्सालय में चल रहा है। उन्होने कहा कि सरकार द्वारा प्रत्येक जनपद में महिलाओं की सुरक्षा व महिलाओं से सम्बन्धित अपराधों पर अंकुश लगाने हेत महिला थाने की भी व्यवस्था की गयी है। उन्होनें कहा कि आपको सभी हेल्प लाइन नम्बरों (जैसे- 112, 1090, 181 आदि) के बारे मे मालूम होना चाहिए, जिससे आज या भविष्य में कोई भी समस्या होती है तो जरूर बतायें और यकीन रखें कि उ0प्र0 सरकार व जिला प्रशासन तत्काल आपको सहायता उपलब्ध करायेगी। सभी स्कूलो, थानों व पंचायत घरों आदि में हेल्पलाइन नम्बरों व जिला प्रशासन के अधिकारियों के नम्बर पेटिंग है। इस अवसर पर प्राचार्य एच सिद्दीकी, अध्यापकगण व विद्यालय के सभी बच्चें उपस्थित थे।