गन्ना मूल्य भुगतान को लेकर रालोद ने किया प्रदर्शन, सौंपा ज्ञापन
फैजाबाद। चीनी मिलों द्वारा विगत वर्ष का बकाया गन्ना मूल्य भुगतान न करने व मिलों को समय से न चलाने के विरोध में राष्ट्रीय लोक दल द्वारा सिविल लाइन गांधी पार्क में रालोद जिलाध्यक्ष चैधरी राम सिंह पटेल के नेतृत्व में धरना प्रदर्शन कर राज्यपाल को संबोधित नव सूत्री मांगपत्र जिलाधिकारी के प्रतिनिधि दयाशंकर त्रिपाठी नायब तहसीलदार अयोध्या को सौंपा।
ज्ञापन में कहा कि विगत वर्ष चीनी मिल मसौधा द्वारा 11 नवंबर को गन्ना सप्लाई के लिए इंडेंट जारी कर 14 नवंबर को मिल में पूजा पाठ कर चीनी मिल चालू किया था इस वर्ष लगभग 33 प्रतिशत अधिक गन्ना क्षेत्रफल मे होने साथ शीघ्र प्रजाति का अधिक गन्ना बुवाई होने के कारण मिल तुरंत चालू कराई जाए, प्रदेश सरकार द्वारा शुगर मिलों पर माफ की गई ब्याज रुपया 2000- करोड़ का भुगतान भी उच्च न्यायालय के आदेश मार्च 2018 के अनुसार किसानों को बकाया गन्ना मूल्य सहित तुरंत कराया जाए, आगामी पेराई सत्र 2018-2019 मे किसानों को नियमानुसार 14 दिनों में भुगतान किया जाना सुनिश्चित किया जाए, वर्तमान वर्ष से लागू सहकारी समिति द्वारा गन्ना पर्ची वितरण में गड़बड़ी रोकने के लिए गन्ना विभाग के अधिकारियों की जिम्मेदारी सुनिश्चित किया जाए , वर्तमान वर्ष में नए नियम तथा खसरा खतौनी की नकल, आधार कार्ड आदि किसान परेशान है सहकारी समिति पंजीकृत पुराने किसानों को अनावश्यक उत्पीड़न न किया जाए , गन्ना क्रय केंद्र से खरीदे गए गन्ने का उठान उसी दिन करा दिया जाए ताकि अगले दिन की गन्ना तुलाई में किसानों को समस्या ना हो , मिल गेट व क्रय केंद्रों गन्ना तुलाई में कांटे पर होने वाली घटतौली पर लगाम कसी जाए, गन्ना खरीद पर्ची जारी होने के बाद किसानों को गन्ना सप्लाई के लिए दिया गया समय 72 घंटे (तीन दिन) से बढ़ाकर एक सप्ताह किया जाए , बुजुर्ग अशक्त किसान के स्थान पर समस्त कार्यवाही के लिए उनके पुत्र पुत्री आदि को नामंकित करने की व्यवस्था की जाए की मांग है।
धरना को संबोधित करते हुए रालोद प्रदेश महासचिव विश्वेश नाथ मिश्र सुड्डू ने कहा कि सरकार की गलत नीतियों के चलते किसान की स्थिति दिन प्रतिदिन खराब होती जा रही है सरकार ने खेत में उपयोग करने वाली खाद ,बीज ,बिजली, डीजल के दामों में बेतहाशा वृद्धि किया है जिससे किसानों की खेती की लागत अधिक बढ़ गई है और फसल का सही मूल्य सरकार नहीं दे रही है आने वाले चुनाव में जनता इसका हिसाब लेगी और सत्ता से बेदखल करेगी। जिलाध्यक्ष चैधरी राम सिंह पटेल ने कहा कि गन्ना किसान सरकार की अनदेखी के कारण आज समस्याओं की भंवर में फस निराश और हताश है विगत वर्ष का बकाया गन्ना मूल्य भुगतान ना होने से किसान की खेती वह दैनिक उपयोगी जरूरतों को नहीं पूरा कर पा रहा है पश्चिमी उत्तर प्रदेश में 15 अक्टूबर से और मध्य क्षेत्र में 25 अक्टूबर से चीनी मिलों द्वारा गन्ना पेराई आरंभ करना था परंतु अभी तक एक भी शुगर मिल में पेराई शुरू नहीं किया है जिससे किसान इस वर्ष गन्ने की कटाई कर गेहूं की बुवाई नहीं कर पाएगा जिसको लेकर किसानों में सरकार और मिल के प्रति गुस्सा बढ़ता जा रहा है।
धरना को मुख्य रूप से रामशंकर वर्मा, राजेश तिवारी, नेतराम वर्मा, रामशंकर वर्मा ,अरविंद सिंह महंत ,शांति देवी ,जितेंद्र यादव , बबलू यादव, महेश कनौजिया, मोहम्मद अफजल ,सुदेश रानी, सोनू यादव, देवी शरण वर्मा, विजय सिंह ,मोहित गुलाटी ,विवेक मिश्रा भवानी प्रसाद भारतीय शंभू नाथ वर्मा, करिया राम वर्मा ,गुरु यादव, लक्ष्मण गुप्ता ,श्याम सिंह पटेल, बद्री नाथ मिश्र सहित सैकड़ों कार्यकर्ता पदाधिकारी मौजूद रहे ।