ओवरब्रिज निर्माण से पूर्व प्राचीन हनुमान मंदिर को किया जाए पुर्नस्थापित : अजय विक्रम सिंह
मिल्कीपुर। कुमारगंज बाजार में स्थित प्राचीन हनुमान मंदिर के पुनर्स्थापना का मुद्दा गरमा गया है। फैजाबाद रायबरेली मार्ग चौड़ीकरण व उच्चीकरण के चलते कुमारगंज कस्बे में स्थित प्राचीन हनुमान मंदिर का अस्तित्व ही खतरे में आ गया है। जिसको लेकर भाजपा नेता अजय विक्रम सिंह ने बुधवार को प्रेस वार्ता आयोजित कर राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण गहरा असंतोष व्यक्त किया है। उन्होंने राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के जिम्मेदार अधिकारियों सहित प्रशासन को अल्टीमेटम दे दिया है कि कुमारगंज कस्बे में प्रस्तावित ओवर ब्रिज एवं फोरलेन सड़क निर्माण का कार्य शुरू करने से पहले एक सप्ताह के अंदर क्षेत्रवासी लोगों की आस्था के प्रतीक प्राचीन हनुमान मंदिर को कस्बे के ही इर्द-गिर्द पुनर्स्थापित कर दे अन्यथा की दशा में क्षेत्रवासी ग्रामीणों के साथ आंदोलन को मजबूर होंगे। बुधवार को चंद्रबली सिंह उर्मिला महाविद्यालय कुमारगंज के प्रशासनिक भवन में आयोजित पत्रकार सम्मान समारोह के दौरान आयोजित प्रेस वार्ता में भाजपा नेता अजय विक्रम सिंह ने कुमारगंज स्थित प्राचीन हनुमान मंदिर के प्रस्तावित हटाए जाने का मुद्दा उठाया। उन्होंने एनएच 330 ए के निर्माण तथा कुमारगंज बाजार में प्रस्तावित ओवर ब्रिज निर्माण के चलते फैजाबाद रायबरेली रोड के किनारे कस्बे के बीचो बीच स्थित प्राचीन हनुमान मंदिर के प्रस्तावित हटाए जाने संबंधी निर्णय पर गहरा दुख व्यक्त करते हुए कहा कि यह मंदिर पचासों वर्ष पुराना है। बाजार सहित क्षेत्रवासी हिंदू समुदाय के लोगों की आस्था का प्रतीक है। यदि मंदिर हटा दिया जाता है तो क्षेत्रवासी श्रद्धालुओं की आस्था पर कठोर कुठाराघात होगा। उनकी मांग है कि फोर लेन सड़क निर्माण में ओवरब्रिज कार्य शुरू होने से पूर्व प्राचीन हनुमान मंदिर को पुनर्स्थापित किया जाए। अन्यथा एक सप्ताह के बाद वह क्षेत्रवासी लोगों के साथ आंदोलन करेंगे। उन्होंने चेतावनी दी है कि यदि कोई आंदोलन के दौरान अप्रिय घटना घटती है तो इसकी सारी जिम्मेदारी राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण सहित जनपद के प्रशासन की होगी। भाजपा नेता ने अपनी मांगों का ज्ञापन भी प्रदेश के मुख्यमंत्री एवं एनएचआई सहित जनपद के प्रशासनिक अधिकारियों को प्रेषित कर दिया है। इस मौके पर डिग्री कॉलेज के प्राचार्य ओम प्रकाश सिंह साहित्य संस्थान के शिक्षक मौजूद रहे।