-विश्व मानचित्र के सप्तपुरियों में अयोध्या श्रेष्ठ : प्रो. अजय प्रताप सिंह
अयोध्या। डॉ. राममनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय के श्रीराम शोध पीठ में मंगलवार को रामायण कालीन प्रंसग विषय पर एक विशेष व्याख्यान का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि बेल्जियम के वैज्ञानिक व प्रख्यात इतिहासकार कोनराड ऐल्सट रहे। कार्यक्रम की अध्यक्षता विश्वविद्यालय सलाहकार समिति के अध्यक्ष प्रो. अजय प्रताप सिंह ने की।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि कोनराड ऐल्सट ने भगवान राम के प्रसंग पर विस्तृत चर्चा की। उन्होंने बताया कि विभिन्न धर्मो के इतिहास के कई साक्ष्य मिले है। इन्हें जानने के बाद पता चलता है कि रामायण और धर्म एक दूसरे के पूरक है। रामायण के साक्ष्य स्वरूप स्थान आज भी मौजूद है जहां प्रभु श्रीराम जन्में थे। इसमें किसी को संदेह नही होना चाहिए। भगवान श्री राम सभी के आराध्य है। उनके मार्ग पर चलने का प्रयास करना चाहिए। तभी जीवन चरितार्थ होगा।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए विश्वविद्यालय सलाहकार समिति के अध्यक्ष व श्रीराम शोध पीठ के समन्वयक प्रो0 अजय प्रताप सिंह ने अयोध्या के इतिहास की चर्चा करते हुए बताया कि विश्व मानचित्र के सप्तपुरियों में श्रेष्ठ अयोध्या है और यह अपने आप में अनूठा है। प्रभु श्रीराम की जन्मभूमि इसे अति महत्वपूर्ण बना देती है। कार्यक्रम का शुभारम्भ मॉ सरस्वती की प्रतिमा पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्ज्वलन के साथ किया गया।
कार्यक्रम के दौरान विश्वविद्यालय सलाहकार समिति के अध्यक्ष प्रो0 अजय प्रताप सिंह द्वारा प्रख्यात इतिहासकार कोनराड ऐल्सट को स्मृति चिन्ह, अंगवस्त्रम व पुष्प गुच्छ भेटकर स्वागत किया गया। कार्यक्रम का संचालन व धन्यवाद ज्ञापन प्रो0 राजीव गौड़ द्वारा किया गया। इस अवसर पर प्रो0 के0 के0 वर्मा, डॉ0 डी0 एन0 वर्मा, डॉ0 दिलीप सिंह, इंजीनियर कौशल किशोर, डॉ0 मनोज, डॉ0 सरोज सिंह, दिव्यव्रत सिंह, इंजीनियर अनुराग सिंह, इंजीनियर पियूष राय, डॉ0 अखण्ड प्रताप सिंह, डॉ0 शिवांश कुमार, डॉ0 सादिक सहित बड़ी संख्या में छात्र छात्राएं मौजूद रहें।