-परिसर में ही महर्षि बाल्मीकि, महर्षि वशिष्ठ, महर्षि अगस्त्य, माता सबरी, जटायु, निषादराज को स्थान देने अर्थात उनका मंदिर बनाने का निर्णय
अयोध्या। राम मन्दिर निर्माण को लेकर रविवार को सर्किट हाउस में हुई बैठक में ट्रस्ट सदस्यों ने सर्वसम्मति से परिसर में ऋषि-महर्षियों और सबरी-जटायु को स्थान देने का निर्णय लिया है, साथ ही ट्रस्ट ने राम मंदिर के निर्माण पर 1800 करोड़ रुपए के खर्च का अनुमान लगाया है।
श्री राम जन्मभूति तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत नृत्य गोपाल दास की अध्यक्षता में आयोजित ट्रस्ट की बैठक में मुख्य रूप से तीन बिंदुओं पर घंटों विचार-विमर्श किया गया। विचार-विमर्श के बाद पदाधिकारियों व सदस्यों ने सर्वसम्मति से ट्रस्ट की नियमावली का अनुमोदन कर दिया। वहीं रामलला का भव्य और दिव्य मंदिर निर्माण कराने के साथ ट्रस्ट ने परिसर में ही महर्षि बाल्मीकि, महर्षि वशिष्ठ, महर्षि अगस्त्य, रामायण के प्रमुख पात्र माता सबरी, जटायु, निषाद राज को स्थान देने अर्थात उनका मंदिर बनाने का निर्णय लिया है। उधर, सुप्रीम फैसले के बाद जन्मभूमि पर चल रहे भव्य राममंदिर निर्माण की कवायद में ट्रस्ट ने मंदिर निर्माण की कुल लागत अनुमान जारी किया है।
तकनीकि विशेषज्ञों से हासिल रिपोर्ट और सुझाव के आधार पर केवल मंदिर निर्माण में कुल खर्च 18 सौ करोड़ रुपए आंका है। ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने बताया कि लंबे समय से चिंतन-मंथन और तमाम लोगों के सुझाव के बाद आज ट्रस्ट की संवैधानिक बैठक में ट्रस्ट की नियमावली को अंतिम रूप दे दिया गया। ट्रस्ट ने ऋषि-महर्षियों और रामायण कालीन प्रमुख पात्रों को सम्मान प्रदान करने के लिए परिसर में स्थान देने का निर्णय लिया है। साथ ही केवल राम मंदिर के निर्माण पर ही 18 सौ करोड़ रुपए के खर्च का अनुमान लगाया गया है। उन्होंने बताया कि बैठक में 15 में से 14 सदस्यों ने शिरकत की।
निर्माण समिति के चेयरमैन नृपेंद्र मिश्र, ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत नृत्य गोपाल दास, कोषाध्यक्ष गोविंद देव गिरी, सदस्य उडुपी पीठाधीश्वर विश्वतीर्थ प्रसन्नाचार्य, डॉ. अनिल मिश्र, महंत दिनेंद्र दास, कामेश्वर चौपाल, पदेन सदस्य डीएम मौजूद रहे, जबकि केशव पराशरण, युगपुरुष परमानंद, विमलेंद्र मोहन प्रताप मिश्र व पदेन सदस्य प्रदेश के प्रमुख सचिव गृह संजय कुमार ने वर्चुअली शिरकत की। इसके पूर्व राम मंदिर निर्माण की प्रगति तिमाही समीक्षा के लिए पहुंचे निर्माण समिति अध्यक्ष पूर्व नौकरशाह नृपेंद्र मिश्र ने राम जन्मभूमि परिसर पहुंच ट्रस्ट सदस्यों के साथ निर्माण कार्य की प्रगति का स्थलीय जायजा लिया। कार्यदायी संस्था एलएंडटी एवं परामर्शदात्री संस्था टाटा कंसल्टंसी के इंजीनियरों और विशेषज्ञों से जानकारी ली।
शंकराचार्य व बी.बी. लाल को अर्पित की गई श्रद्धांजलि
-सर्किट हाउस में आयोजित बैठक में श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने द्वारिका शारदा पीठ के शंकराचार्य स्वामी स्वरुपानंद सरस्वती का 99 साल की आयु में निधन और पुरातत्व सिरमौर राम मंदिर फैसले में अदालत के आदेश पर उत्खनन से महत्वपूर्ण साक्ष्य उपलब्ध कराने वाले 101 वर्षीय बीबी लाल के निधन पर श्रद्धांजलि अर्पित की और शांति पाठ किया। दोनों के निधन पर ट्रस्ट ने अपूर्णीय क्षति बताया। शंकराचार्य के बारे में कहा कि छोटी आयु से साधु बने स्वरुपानंद जी लंबे समय तक शंकराचार्य रहे।