-नैक ग्रेडिंग व दीक्षांत समारोह का आयोजन दो बड़े लक्ष्य
अयोध्या। का.सु. साकेत महाविद्यालय के कार्यवाहक प्राचार्य डॉ अभय सिंह ने कहा कि डॉ राम मनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय से संबद्ध महाविद्यालयों में अग्रणी साकेत महाविद्यालय को भेदभाव से परे,सौहार्दपूर्ण वातावरण सृजित कर फिर से ज्ञान के केंद्र कला के धाम के रूप में पुनर्स्थापित करने का प्रयास होगा। वर्ष 2011 से लंबित राष्ट्रीय मूल्यांकन एवं प्रत्यायन परिषद (नैक) ग्रेडिंग ऑफ वर्ष 2013 के बाद लंबित दीक्षांत समारोह का आयोजन दो बड़े लक्ष्य तय किया गया है। श्री सिंह शनिवार को प्राचार्य कार्यालय में मीडिया से मुखातिब थे। उन्होंने कहा कि शैक्षणिक गतिविधियों को उन्नत बनाने के लिए स्मार्ट क्लास स्मार्ट पुस्तकालय ऑनलाइन माध्यम आदि का समावेश किया जाएगा। शिक्षण संस्थान के तीनों महत्वपूर्ण घटक शिक्षक विद्यार्थी कर्मचारी मैं समंदर के लिए नई शिक्षा नीति के तहत कई कमेटियों का गठन किया जाएगा। शैक्षणिक वातावरण तथा अनुशासन को सुनिश्चित किया जाएगा। पिछले एक दशक से महाविद्यालय को विश्वविद्यालय अनुदान आयोग की ओर से भवन निर्माण प्रयोगशाला सुसज्जित ई करण अवस्थापना सुविधाओं के विकास तकनीकी उन्नयन आदि के लिए कोई अनुदान नहीं हासिल हो सका। कक्षाओं के सुचारु संचालन के साथ यूजीसी उच्च शिक्षा परिषद राज्य सरकार व अन्य वित्तीय अधिकारों से विभिन्न मदों में अनुदान हासिल कर शायद फिर क्यों शिक्षणेत्तर गतिविधियों के गुणवत्तापूर्ण एवं सामाजिक विकास की पहल की जाएगी।
प्राचार्य ने कहा कि प्रबंध समिति की ओर से उनको 7 जनवरी को कार्यभार सौंपा गया। इसके बाद बैक पेपर व अन्य परीक्षाएं संचालित होने के बावजूद 15 जनवरी को थल सेना दिवस 23 जनवरी को नेताजी सुभाष चंद्र बोस जयंती 25 जनवरी को राष्ट्रीय बालिका दिवस एवं राष्ट्रीय मतदाता दिवस का आयोजन किया गया बालिका दिवस पर छात्राओं को प्राचार्य मुख्य नियंता एवं छात्र कल्याण अधिकारी के रूप में तैनाती दी गई। प्रतियोगी परीक्षाओं में सफलता दिलाने के लिए डॉक्टर अंजनी कुमार सिंह के संयोजन में निशुल्क कोचिंग समिति गठित की गई और 1469 अभ्यर्थियों की परीक्षा लेकर नाम छांटे गए। हालांकि अब प्रदेश सरकार ने अभ्युदय योजना शुरू की है जिसमें महाविद्यालय को नोडल केंद्र बनाया गया है और 16 फरवरी को मुख्यमंत्री इस केंद्र का उद्घाटन करेंगे। उन्होंने कहा कि समय-समय पर समाचार पत्रों में महाविद्यालय के बारे में भ्रामक सूचनाएं और खबरें प्रकाशित होती रहती हैं। संस्था की छवि धूमिल होती है अपील की कि कालेज प्रशासन का अधिकृत बयान लेने के बाद ही खबर प्रकाशित की जाए। कालेज प्रशासन ने विश्वविद्यालय क्षेत्रीय उच्च शिक्षा अधिकारी निदेशालय और सचिवालय में लंबित पत्रों के निस्तारण के लिए डॉ वीके सिंह को महाविद्यालय संपर्क अधिकारी, डॉ मनोज छपरिया को जनसंपर्क अधिकारी, डॉ आशुतोष सिंह को अकादमिक समिति तथा आंतरिक गुणवत्ता आश्वासन प्रकोष्ठ (आइक्यूएसी) समन्वयक नियुक्त किया है। इसके साथ ही अनुसंधान एवं विकास प्रकोष्ठ, उद्योग,अकादमिक एकीकरण एवं कौशल विकास प्रकोष्ठ,व्यक्तित्व विकास मेंटरिंग एवं मनोवैज्ञानिक प्रकोष्ठ, भारतीय भाषा, संस्कृति एवं कला प्रकोष्ठ, ऑनलाइन शिक्षा एवं एल एम एस प्रकोष्ठ, दिव्यांग सहायता एवं वंचित समूह सहायता योजना प्रचार प्रसार प्रकोष्ठ, एक्टिविटी क्लब, टीचर रिस्कलिंग प्रकोष्ठ, विधिक जागरूकता समिति, लीगल एड क्लीनिक एवं कांस्टीट्यूशन क्लब, पुरातन छात्र समिति, अभिभावक अध्यापक एसोसिएशन, फिटनेस एंड हैप्पीनेस क्लब, महिला प्रकोष्ठ के तहत जेंडर सेंसटाइजेशन कमेटी अगेंस्ट सेक्सुअल हैरेसमेंट व छात्रा सहायता समिति, स्वच्छता अनुश्रवण समिति समेत अन्य समितियों का गठन किया जा रहा है कार्यवाहक प्राचार्य में मांग उठाई कि मध्य सत्र में हूं आयोजित होने वाली परीक्षा को एक ही पाली में रखा जाए जिससे कक्षाएं न्यूनतम बाधित हो। इस अवसर पर मुख्य नियंता डॉ एस पी सिंह,मीडिया प्रभारी मिर्जा शहाब शाह, जनसंपर्क अधिकारी मनोज छपरिया समेत महाविद्यालय के अन्य शिक्षक मौजूद रहे।