कहा- शिक्षा प्रेरकों के साथ सौतेला व्यहार कर रही सरकार
अयोध्या। आदर्श लोक शिक्षा प्रेरक बेलफेयर यशोशिसयन उत्तर प्रदेश के तत्वाधान मे गॉधी पार्क में जिला अध्यक्ष एंव प्रान्तीय संगठन मंत्री राम बक्श यादव के अध्यक्षता में व राकेश दूबे के संचालन मे धरना प्रदर्शन जबरदस्त किया गया धरने को सम्बोधित करते हुए प्रान्तीय संगठन मंत्री राम बक्श यादव ने कहा उ0प्र0 और केन्द्र की सरकार शिक्षा प्रेरको के साथ सौतेला व्यहार कर रही है शिक्षा प्रेरक अयोध्या (फैजाबाद) जनपद मे 729 ग्रामसभाओं मे 1458 प्रेरक चार जिला समन्वयक कुल 1473 अयोध्या जनपद में साक्षारता कर्मी 17फरवरी 2014 से कार्यरत थे तब से लगातार निरक्षरो को साक्षर करने का कार्य वित्तिय साक्षरता, चुनायी साक्षरता, आपदा प्रबन्धन, नागरिक सुरक्षा, बुनयादी साक्षरता, सतत शिक्षा, व्यवसायिक शिक्षा, बी0एल0ओ0, जनधन योजना, कौशल विकाश योजना, इलेक्ट्रानिक बोटिंग शिक्षा, डोर टू डोर का सर्वेक्षण आदि कार्यो को निरन्तर करता चला आ रहा था केन्द्र और प्रदेश की सरकार मानव संसाधन विकास द्वारा संचालित योजना को अन्तर्गत शिक्षा प्रेरको को 2000 रूपये प्रति प्रेरक को प्रति माह दिया जा रहा था परन्तु वर्तमान की सरकार उ0प्र0 की प्रेरको का 30 से 35 माह तक मानदेय बकाया किया है जो बेसिक शिक्षा अधिकारी के अधीनस्थ रह करके कार्य करते रहे है परन्तु सरकार ने विना बताये शिक्षा प्रेरको की संविदा अचानक 31 मार्च 2018 को समाप्त कर दी तब से उ0प्र0 के एक लाख पच्चीस हजार शिक्षा प्रेरक एंव जिला, ब्लाक समन्यवक भुख मरी के कगार पर हो गये है आज हम लोगो ने बकाया मानदेय को लेकर संविदा बहाली को लेकर कर के दो हजार के स्थान कम से कम बीस हजार मानदेय पाने के लिए राष्ट्रपति को सम्बोधित ज्ञापन मंडलायुक्त दिया। ज्ञापन में स्पष्ट कहा गया है कि मेरी मांगे 13 फरवरी 2019 को पूरी करके मुझे अवगत कराये अन्यथा 18 फरवरी को लखनऊ विधानसभा का सवा लाख शिक्षा प्रेरक घेरने का काम करेंगें। राकेश दूबे ने कहा यदि मेरे संविदा बहाल नही किया गया और मेरी मानदेय नही दी गयी तो आने वाले 2019 के चुनाव मे मै केन्द्र की सरकार को सत्ता से बाहर रखने का काम करूंगा वक्ताओ मे विवेक यादव, बब्बन निशाद, डा0 रणवीर सिंह यादव, राजेश त्रिपाठी, शिवकुमार यादव, श्रीमती हेमलता, अरविन्द यादव, वेद प्रकाश चौरसिया, जय प्रकाश, नरेन्द्र प्रताप, सुधीर कुमार, सन्तराम यादव, मंगल सेन यादव इन्द्र कुमार, सैलेन्द्र प्रताप सिंह, आशीष सिंह, कंचन, श्रीमती आशा सिंह आदि ने अपने विचार रखे लगभग 500 प्रेरक बरसात होने के बावजूद भी अपने मांगो को लेकर जुटे रहे प्रेरको के अन्दर सरकार के प्रति काफी आक्रोस रहा।