-मक्का, उड़द और मूंग की खेती करने वाले किसानों को नुकसान
मिल्कीपुर। सोमवार की दोपहर तेज हवाएं चलने से गर्मी से कुछ हद तक राहत मिली। वहीं, धूल भरी आंधी से जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया। सोमवार की सुबह से ही मौसम का मिजाज कुछ बदला बदला सा था ।गर्मी लोगों का हाल बेहाल था फिलहाल धूल भरी आंधी के साथ बारिश के साथ में मौसम सुहाना हो गया। परंतु धूल भरी आंधी चलने से जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया।
आंधी के चलते दिन में अंधेरा छा गया, तहसील क्षेत्र में विद्युत आपूर्ति भी बाधित हो गई। अचानक आई धूल भरी आंधी के चलने पर वाहन चालक और ग्रामीण परेशान हो गए। आचार्य नरेंद्र देव कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्व विद्यालय कुमारगंज के मौसम विभाग की पूर्वानुमान सटीक साबित हुई। रविवार के बाद सोमवार की दोपहर में धूल भरी तेज आंधी चली और उसके बाद रुक-रुक कर तेज बरसात शुरू हो गई।
इस दौरान सड़कों पर अफरा तफरी का माहौल बन गया दुकानदार अपना सामान समेट कर इधर-उधर भाग निकले। आम की बागवानी वाले किसानों को तेज आंधी के चलते अच्छा खासा नुकसान उठाना पड़ा । कृषि वैज्ञानिक रवि प्रकाश मौर्या का कहना है कि तेज आंधी व बारिश के चलते उड़द, मूंग की खेती करने वालों के साथ-साथ सबसे ज्यादा नुकसान मक्का की खेती करने वालों को होगा तेज आंधी के साथ जब बारिश प्रारंभ हो जाती है तो मक्का के पेड़ गिर जाते हैं जिससे मक्के की फसल को भारी नुकसान होता है।