स्पीक मैके अयोध्या अध्याय का अवध विवि में पांचवा कार्यक्रम
अयोध्या। डॉ. राममनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय के संत कबीर सभागार में स्पीक मैके अयोध्या अध्याय की विश्वविद्यालय में पांचवा कार्यक्रम सुप्रसिद्ध सूफी गायक व पद्मश्री सम्मान से अलंकृत डॉ0 भारती बंधु की प्रस्तुति रही। डॉ0 भारती बंधु के कार्यक्रम की पहली प्रस्तुति में मन लागो मेरो यार फकीरी में एवं सुनो गे तो साधो गे और साधो गे तो साधु कहलाओगे कह कर साधो रे साधो रे का गायन किया। इसी क्रम में डॉ0 भारती ने कहा की मैं मोहब्बत का पैगाम लेकर माता कौशल्या के भूमि से श्री राम के जन्म भूमि अयोध्या आया हूं।
उन्होंने सूफी गायन में नवीन गायन के तौर तरीकों पर तंज कहते हुए कहा कि सूफियाना में इश्क को खुदा कहा गया हैं और इन्होंने उसे गिराने का काम किया है। डाॅ0 भारती की अगली प्रस्तुति दमा दम मस्त कलंदर रही जिससे श्रोताओ का मनमोह लिया। कार्यक्रम की आखरी प्रस्तुति श्री कृष्ण गोविंद हरे मुरारी हे नाथ नारायण वासुदेवाय की रही। इन मनमोहक व दिव्य प्रस्तुति से श्रोता झूमकर व अभिभूत हो उठे।
कार्यक्रम की समाप्ति पर मानवीय संवेदना पर व्यंग्य कसते हुए डाॅ0 भारती ने कहा कि भला मैं मुस्कुरा रहा हूं फकीर होकर, वह तो मुस्कुरा भी नहीं सकते अमीर होकर। साथ ही कबीर के प्रेम, कृष्ण के कर्तव्य प्रेम व सूफियाना इश्क को बखूबी प्रस्तुत किया। जिससे हम कह सकते हैं प्रेम ही शाश्वत सत्य और प्रेम ही ईश्वर है। कबीर की वाणी में मोहब्बत, इंसान की संवेदना, वात्सल्य, व्यक्तित्व, वर्तमान परिवेश को अपने गायन में प्रस्तुत किया।
कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के प्रति कुलपति प्रो0 एस0 एन0 शुक्ला ने शानदार कार्यक्रम की प्रस्तुति के लिए स्पिक मैके व पुरातन छात्र सभा के सदस्यों को बधाई दिया। अतिथियों का स्वागत एवं परिचय माइक्रोबायोलाॅजी विभाग के डॉ0 शैलेन्द्र कुमार ने दिया। कार्यक्रम का संचालन शिवेंद्र सिंह व नूपुर ने किया। कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के कार्यपरिषद सदस्य ओम प्रकाश सिंह, प्रो0 आर0 के0 तिवारी, प्रो0 एस0 क0े गर्ग, डाॅ0 आर0 के0 सिंह, प्रो0 चयन कुमार मिश्र, प्रो0 राजीव गौड डॉ0 विनोद कुमार चैधरी सहित अन्य शिक्षक व छात्र छात्राएं मौजूद रहे।