”सोशल मीडिया एवं फेक न्यूज” विषय पर हुई कार्यशाला
अयोध्या। डॉ. राममनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय के जनसंचार एवं पत्रकारिता विभाग में 1 सितंबर 2019 को ”सोशल मीडिया एवं फेक न्यूज” विषय पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला में मुख्य अतिथि के रूप में गूगल फैक्ट चेकर एवं अध्यक्ष पत्रकारिता एवं जनसंचार विभाग, लखनऊ विश्वविद्यालय लखनऊ के प्रो. मुकुल श्रीवास्तव एवं विशिष्ट अतिथि सुदर्शन न्यूज चैनल के समाचार संपादक संजय सिंह तथा विश्वविद्यालय कार्यपरिषद सदस्य ओम प्रकाश सिंह रहे। कार्यक्रम की अध्यक्षता आई0क्यू0ए0सी0 के निदेशक एवं एमबीए विभाग के प्रो0 अशोक कुमार शुक्ल ने की।
कार्यशाला को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि प्रो0 मुकुल श्रीवास्तव ने कहा कि सूचना के इस युग में इस निष्कर्ष पर पहुंच पाना कठिन होता जा रहा है कि सोशल मीडिया पर बहुप्रचारित सूचना तथ्यपरक है या फेक न्यूज। फेक न्यूज समाज के हित में नहीं होती है। भारत में डिजिटल साक्षरता का काफी अभाव है। ऐसी स्थिति में सोशल मीडिया पर प्रचारित व प्रसारित वीडियो व मैसेज समाज में भ्रम फैलाने का काम कर रही है। आने वाले दिनों में यह चुनौती और भी बढ़ने वाली है। मैसेज या सामग्री फॉरवर्ड करने से पहले सामग्री की सत्यता की पुष्टि तकनीकी तौर पर अवश्य करें। प्रो. श्रीवास्तव ने गूगल के द्वारा फोटो की सत्यता, स्थल का परीक्षण एवं वीडियो की वास्तविकता का परीक्षण जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर पावर पॉइंट प्रेजेंटेशन के माध्यम से छात्र-छात्राओं के बीच डिजिटल अवेयरनेस की तकनीकी प्रस्तुति की। उन्होंने मीडिया के छात्रों को भ्रम का हिस्सा न बनने की सलाह दी। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे प्रो. अशोक कुमार शुक्ल ने कहा कि खबरों की सत्यता एवं परीक्षण का मीडिया की तकनीकी फाइव डब्ल्यू वन एच की अवधारणा को महत्वपूर्ण बताया। मीडिया की तरह सोशल मीडिया पर भी सत्यापन आवश्यक हो गया है। पत्रकारिता में फेक न्यूज के प्रभाव से बचने के लिए अधिकृत समाचार पत्र समूहों की वेबसाइट व उनकी सामग्री पर ही विश्वास करें। मीडिया लोकतंत्र का चैथा स्तंभ है इसका मजबूत होना लोकतंत्र के हित में आवश्यक है। प्रो0 शुक्ल ने बताया कि पत्रकार स्वविवेक का इस्तेमाल करें। समाचारों के सत्यापन व परीक्षण से समाज को जागरूक करें क्योंकि फेक न्यूज अफवाहों को जन्म देती है। विशिष्ट अतिथि सुदर्शन न्यूज चैनल के समाचार संपादक संजय सिंह ने कहा कि आज के समय में सबसे अधिक सतर्कता की आवश्यकता यह है कि समाचार या सामग्री एवं स्रोत का आधार क्या है? मीडिया समूहों एवं पत्रकारों के समक्ष सोशल मीडिया एक बड़ी चुनौती के रूप में मौजूद है। कार्यपरिषद सदस्य ओम प्रकाश सिंह ने बताया कि सोशल मीडिया आम जनमानस की आवाज अवश्य बन गया है लेकिन इसमें सावधानी और सतर्कता बहुत आवश्यक है। तथ्यों से परे समाचार और सूचनाएं समाज को भ्रमित करती हैं जिससे समाज पर व्यापक असर पड़ता है। कार्यशाला का शुभारंभ माॅ सरस्वती की प्रतिमा पर माल्यार्पण करके किया गया। विभाग की छात्राओं द्वारा कुलगीत की प्रस्तुत की गई। अतिथियों का स्वागत पुष्प एवं अंगवस्त्रम भेंटकर किया गया। कार्यशाला का संचालन एवं अतिथियों का स्वागत विभाग के समन्वयक डॉ0 विजयेन्दु चतुर्वेदी द्वारा किया गया। धन्यवाद ज्ञापन डॉ0 राजेश सिंह कुशवाहा ने किया। इस अवसर पर डॉ0 राज नारायण पाण्डेय, डॉ0 अनिल कुमार विश्वा, साक्षी श्रीवास्तव, आरती तिवारी, पलक, प्राजंलि अस्थाना, ईशिता श्रीवास्तव, स्वाति खरे, मोनिका सिंह नाहर, शर्मिष्ठा सिंह, सुमन सिंह, रजनीश पांडे, शिवाकर गोस्वामी, भानु प्रताप सिंह, सिद्धांत सिंह, शिवेंद्र प्रताप सिंह, धर्मेश शुक्ला, सौरभ सिंह सहित बड़ी संख्या में छात्र-छात्राओं ने प्रतिभाग किया।