-आश्रम पद्धति विद्यालय के बच्चों से स्थापित किया संवाद
अयोध्या। जिलाधिकारी नितीश कुमार ने शिक्षक दिवस को देर शाम तक पंडित दीन दयाल उपाध्याय राजकीय आश्रम पद्वति ‘‘मॉडल‘‘ विद्यालय हाजीपुर बरसेण्डी अयोध्या का निरीक्षण किया। इस दौरान जिलाधिकारी ने बच्चों एवं शिक्षकों से संवाद स्थापित कर विद्यालय में शिक्षा की गुणवत्ता व बच्चों के शैक्षिक स्तर को परखा तथा विद्यालय में साफ सफाई, भोजन की गुणवत्ता, बच्चों के खेलकूद एवं रहने, सोने व पढ़ने आदि हेतु उपलब्ध सुविधाओं का जायजा लिया तथा सम्बंधित को आवश्यक दिशा निर्देश दिये।
निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी बच्चों के सामने एक शिक्षक की भूमिका में दिखे। उन्होंने कक्षा 6 से कक्षा 12 तक के प्रत्येक कक्षा के बच्चां से एक-एक करके हिन्दी, अंग्रेजी, सामाजिक विज्ञान की पुस्तकों को पढ़वाकर उनके पढ़ने व अधिगम व शैक्षिक स्तर की स्थिति को जाना तथा कक्षा 10, कक्षा 11 व कक्षा 12 के बच्चों से जीव विज्ञान, गणित, भौतिक विज्ञान आदि विषयों से सम्बंधित प्रश्नों को ब्लैक बोर्ड पर हल कराकर व चित्र बनवाकर शिक्षा की गुणवत्ता को परखा। उन्होंने बच्चों को विद्यालय के अनुशासन का पालन करते हुये आपस में मिल जुलकर खूब मेहनत से पढ़ने हेतु प्रेरित किया। बच्चों को सभी विषयों की पुस्तकों का नियमित अध्ययन करने व हिन्दी एवं अंग्रेजी की रीडिंग में सुधार लाने को कहा।
इस दौरान जिलाधिकारी ने शिक्षकों को शैक्षिक गुणवत्ता में सुधार लाने हेतु टिप्स प्रदान किया। उन्होंने समस्त कक्षाओं के बच्चों को विषयवार उनके शैक्षिक स्तर के अनुसार विभाजित कर लेबल वाइज लर्निंग प्रदान करते हुये उन्हें उनकी कक्षा के शैक्षिक स्तर के अनुरूप लाने के निर्देश दिये। जिलाधिकारी ने विद्यालय परिसर को नियमित साफ- सुथरा रखने तथा खेल के मैदान में घास को तत्काल मशीन से कटिंग करने के निर्देश दिये। उन्होंने जिला समाज कल्याण अधिकारी को शीघ्र अति शीघ्र विद्यालय में कम्प्यूटर कक्षाओं व लैब का संचालन प्रारम्भ करने, बच्चों हेतु पुस्तकालय का बेहतर संचालन व पर्याप्त पुस्तकों की उपलब्धता सुनिश्चित करने, प्रोजेक्टर युक्त स्मार्ट कक्षा चलाने तथा उसके लिए पर्याप्त रीडिंग मेटैरियल की व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिये। उन्होंने बच्चों को खेलकूद सामाग्री, फुटबाल, वालीबाल, बैडमिंटन आदि तत्काल उपलब्ध करने हेतु जिला समाज कल्याण अधिकारी को निर्देश दिया।
मेस व बच्चों के आवासीय परिसर का लिया जायजा
-जिलाधिकारी द्वारा मेस व बच्चों के आवासीय परिसर का भ्रमण कर निरीक्षण किया तथा दाल, चावल, तेल, मसाले आदि की क्वालिटी तथा मेस की सफाई की स्थिति को देखा। उन्होंने मेस को और साफ सुथरा रखने के निर्देश दिये। भवनों की रंगाई-पुताई कराने, शौचालय के टूटे दरवाजे को ठीक कराने/बदलने, परिसर में नियमित प्रकाश व्यवस्था सुनिश्चित करने, आलमारी की पेटिंग कराने तथा बच्चों के आवासीय कक्षों को नियमित साफ-सुथरा रखने के साथ ही सरकार द्वारा प्रदान की जा रही सभी सुविधाओं को गुणवत्ता पूर्ण ढंग से बच्चों को उपलब्ध कराने के निर्देश दिये। निरीक्षण के दौरान अवगत कराया गया कि विद्यालय में बच्चों के निर्धारित संख्या 480 के सापेक्ष 350 बच्चें पंजीकृत है।
विद्यालय को मॉडल विद्यालय के रूप में बनाने हेतु चयनित किया गया है। जिलाधिकारी ने क्षमता के अनुरूप बच्चों का पंजीयन सुनिश्चित करने व शत प्रतिशत पंजीकृत बच्चों की उपस्थिति सुनिश्चित करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि विद्यालय में उपलब्ध संसाधनों का बेहतर ढंग से सद्प्रयोग किया जाय। विद्यालय में ही प्रिंसिपल व वार्डेन रात्रि आवास करें। अध्यापकों के आवासीय भवन का निर्माण पूर्ण होते ही सभी अध्यापक भी यही निवास करें।इस दौरान ज्वाइंट मजिस्ट्रेटकृष्ण कुमार सिंह, जिला समाज कल्याण अधिकारी भी उपस्थित रहे।