– बच्चों से संबंधित चिकित्सीय सुविधाओं को पुख्ता करने का दिया निर्देश
अयोध्या। जिलाधिकारी अनुज कुमार झा ने कोविड-19 वायरस की तीसरी लहर आने की आशंकाओं व इससे बच्चों के अधिक संख्या में प्रभावित होने की संभावनाओं के दृष्टिगत जनपद में बच्चों से संबंधित चिकित्सीय सुविधाओं को पुख्ता करने हेतु प्राइवेट चिल्ड्रेन चिकित्सालयों के चिकित्सकों/संचालकों के साथ बैठक की तथा सभी को उक्त आशंका के दृष्टिगत अभी से तैयारी प्रारंभ करने के निर्देश दिये।
बैठक में जिलाधिकारी ने कहा कि बहुत से लोगों द्वारा कोविड-19 के तीसरी लहर की आने की संभावना व्यक्त की जा रही है साथ ही इसमें बच्चों के अधिक प्रभावित होने की संभावना भी व्यक्त की जा रही है। ऐसे में जनपद में आवश्यकता पड़ने पर बच्चों को बेहतर से बेहतर चिकित्सीय सुविधाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करने हेतु जिला प्रशासन एवं स्वास्थ्य विभाग द्वारा अभी से तैयारियां प्रारंभ कर दी गई हैं जिसके अंतर्गत राजर्षि दशरथ स्वशासी राज्य चिकित्सा महाविद्यालय दर्शन नगर में बच्चों के इलाज हेतु 100 पीआईसीयू बेड, जिला चिकित्सालय व जिला महिला चिकित्सालय में 20-20 पीआईसीयू बेडों व इससे संबंधित अन्य चिकित्सीय सुविधाओं की व्यवस्था की जा रही है। इसी के साथ ही आगामी दो माह के अंदर जनपद के 8 चिकित्सालय में स्वीकृत/निर्माणाधीन ऑक्सीजन प्लांट भी संचालित कर देने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।
इस अवसर पर जिलाधिकारी ने बैठक में उपस्थित समस्त चिकित्सकों से बच्चों के बेहतर इलाज हेतु अपने अपने चिकित्सालयों में अभी से कोविड-19 से जुड़ी हुई सभी आवश्यक चिकित्सीय सुविधाओं उपकरणों यथा ऑक्सीजन, बेड व पर्याप्त स्टाफ आदि की व्यवस्था अभी से प्रारंभ करने की अपील की। जिससे यदि कोविड-19 की तीसरी लहर आती है तो आवश्यकता पड़ने पर बार बच्चों के इलाज हेतु प्राइवेट चिल्ड्रेन चिकित्सालयों का सहयोग लिया जा सके। इस अवसर पर उपस्थित सभी प्राइवेट चिल्ड्रन चिकित्सालयों के चिकित्सकों/ प्रबंधकों द्वारा जिला प्रशासन एवं स्वास्थ्य विभाग का पूर्ण सहयोग करने हेतु आश्वस्त किया गया।
बैठक में जिलाधिकारी श्री झा द्वारा कोविड-19 की दूसरी लहर के दौरान नागरिकों को बेहतर चिकित्सीय सुविधाएं उपलब्ध कराने में प्राइवेट चिकित्सालयों के सहयोग की भी सराहना की गई। बैठक में मुख्य विकास अधिकारी श्रीमती अनीता यादव, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ घनश्याम सिंह, यश्लोक हॉस्पिटल से डॉक्टर चितरंजन वर्मा, चिल्ड्रन हॉस्पिटल रिकाबगंज से डॉक्टर रविकांत वर्मा, सृजन चाइल्ड केयर सेंटर से डॉ एस0 बी0 सिंह, सिटी चाइल्ड केयर सेंटर से डॉ आर0सी0 अग्रवाल, हैप्पी नर्सिंग होम से डॉक्टर महेश सुरतानी, विमला चिल्ड्रन हॉस्पिटल से डॉक्टर के0 के0 तिवारी तथा कौशल चाइल्ड केयर सेंटर से डॉक्टर के0एन0 कौशल उपस्थित रहे।
कोविड-19 से प्रभावित बच्चों का अभियान चलाकर करें चिन्हांकन
– मुख्यमन्त्री द्वारा कोविड-19 से प्रभावित अनाथ बच्चों की सुरक्षा, संरक्षण, भरण-पोषण को ध्यान में रखकर उनके सुनहरे भविष्य को संजोने हेतु ‘‘उ0 प्र0 मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना’’ का शुभारम्भ किया गया। उक्त जानकारी देते हुए जिलाधिकारी अनुज कुमार झा ने बताया कि कोविड-19 महामारी के प्रकोप से प्रभावित होने वाले बच्चों जिनके माता/पिता अथवा दोनो की कोविड-19 महामारी के संक्रमण/प्रभाव से मृत्यु हो गयी, उन बच्चों के संरक्षण, भरण-पोषण, शिक्षा, चिकित्सा आदि की व्यवस्था हेतु आर्थिक सहयोग प्रदान किये जाने के लिए मुख्यमन्त्री द्वारा ‘‘उ0 प्र0 मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना’’ का शुभारम्भ किया गया है, जिसमें अनाथ बच्चों के लिए आय प्रमाण पत्र की कोई बाध्यता नहीं है तथा आय अर्जित करने वाले अभिभावक (माता या पिता) को खोने वाले परिवार की आय दो लाख रू0 प्रतिवर्ष से अधिक नहीं होनी चाहिए।
जिलाधिकारी ने समस्त उप जिलाधिकारियों व खण्ड विकास अधिकारियों को निर्देशित किया है कि इस योजनान्तर्गत 0 से 18 वर्ष तक के समस्त प्रभावित बच्चों, जिनके माता-पिता दोनो/माता या पिता की मृत्यु कोविड-19 के संकमण/प्रभाव से हो गयी हो तथा कोविड-19 के संक्रमण से प्रभावित होने का कोई साक्ष्य अवश्य हो, का चिन्हांकन तथा ऑफलाइन आवेदन पत्र भरवाते हुये सम्पूर्ण औपचारिकता पूर्ण कराकर (सत्यापनोपरान्त) ऑफलाइन आवेदनपत्र दिनांकः 11 जून, 2021 तक प्रत्येक दशा में जिला प्रोबेशन अधिकारी, अयोध्या के कार्यालय में उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में चिन्हित बच्चों के आवेदन पत्र भरे जाने का सम्पूर्ण दायित्व खण्ड विकास अधिकारी का तथा शहरी क्षेत्रों में चिन्हित बच्चों के आवेदन पत्र भरे जाने का सम्पूर्ण दायित्व उप जिलाधिकारी का होगा। विकास अधिकारी/उप जिलाधिकारी अपने ग्राम विकास अधिकारी/ लेखपाल/अधिशाषी अधिकारी के माध्यम से कोविड-19 से प्रभावित हुये बच्चों का ऑफलाइन आवेदन भरवाकर सत्यापनोपरान्त दिनांकः 11 जून, 2021 तक अपने माध्यम से उपलब्ध करायें।
साथ ही इस चिन्हित सूची के अतिरिक्त यदि कोविड-19 से प्रभावित अन्य कोई परिवार संज्ञान में आता है, जिसमें किसी अभिभावक की मृत्यु हो गयी हो तथा कोविड-19 के साक्ष्य हों और उनके 0 वर्ष से 18 वर्ष तक के बच्चे है जिन्हें संरक्षण/सहयोग की आवश्यकता है, उन्हे भी इस योजनान्तर्गत शामिल किया जायेगा। इसके साथ ही प्रत्येक दिवस के प्रगति की सूचना निर्धारित प्रारूप पर ह्वाट्सएप के माध्यम से डिस्ट्रिक्ट एडमिन ग्रुप पर अनिवार्य रूप से भेजी जाये। जिलाधिकारी श्री झा ने इसे एक अभियान के रूप में चला कर कोविड-19 से प्रभावित बच्चों का चिन्हांकन/आवेदन पत्र भरवाने का महत्वपूर्ण कार्य निर्धारित समयावधि 04 जून, 2021 से 11 जून, 2021 तक प्रत्येक दशा में पूर्ण करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि यह सुनिश्चित किया जाय कि उक्त योजना से कोई पात्र बच्चा वंचित न रहे। जिलाधिकारी ने जिला प्रोबेशन अधिकारी को समस्त उप जिलाधिकारियों एवं खण्ड विकास अधिकारियों से व्यक्तिगत रूप से समन्वय स्थापित करते हुए चिन्हित बच्चों को आर्थिक सहयोग प्रदान करते हेतु समस्त आवश्यक कार्यवाहियों को निर्धारित समय-सीमा के अन्दर पूर्ण कराने के निर्देश दिये।