5-जी इंडस्ट्रीयल इंटरनेट ऑफ थिग्स कार्यशाला का दूसरा दिन
अयोध्या। डॉ0 राममनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय के आई0 ई0 टी0 संस्थान एवं ए0आई0टी0 बैंगलोर के संयुक्त संयोजन में “5-जी इंडस्ट्रीयल इंटरनेट ऑफ थिग्स“ विषय पर एक सप्ताह की कार्यशाला का आयोजन किया जा रहा है। कार्यशाला के दूसरे दिन विशेषज्ञ के रूप में आई0आई0एम0 ट्रिची के डॉ0 प्रशान्त गुप्ता, अम्बेडकर इंस्टीट्यूट ऑफ एडवांस कम्यूनिकेशन के डॉ0 रश्मि गुप्ता एवं अम्बेडकर इंस्टीट्îूट ऑफ एडवांस कम्यूनिकेशन के डॉ0 मंजू खारी रही।
कार्यशाला को संबोधित करते हुए आई0आई0एम0 ट्रिची के डॉ0 प्रशान्त गुप्ता ने 5-जी इंडस्ट्रीयल इंटरनेट आॅफ थिग्स विषय पर प्रकाश डालते हुए कहा कि वर्तमान समय में शैक्षणिक पाठ्यक्रमों मे बदलाव की आवश्यकता है। शिक्षा के क्षेत्र में ई-बुक, ई-पेपर ई-इग्जाम ई-बैकिंग का उपयोग करना चाहिये। उन्होंने कहा कि शिक्षकों द्वारा छात्र-छात्राओं को इंटरनेट के माध्यम से प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी, वैज्ञानिक सोच एवं तकनीकी जानकारी देने का एक अच्छा माध्यम हो सकता है। अम्बेडकर इंस्टीट्यूट ऑफ एडवांस कम्यूनिकेशन के डॉ0 रश्मि गुप्ता ने स्पीच रिकगनेशन टेक्नोलॅाजी विद इंटरनेट ऑफ थिंग्स विषय पर अपना विचार रखते हुए कहा कि 2025 तक भारत के प्रमुख बड़े एवं छोटे शहर एवं ग्रामीण क्षेत्र भी स्मार्ट हो जाएंगे। शहरो मे स्मार्ट पार्किंग, स्मार्ट रोड, स्मार्ट लाइटिंग, सर्विलांस इत्यादि स्वाचालित प्रणाली युक्त हो जायेंगे। स्पीच रिकगनेशन का सबसे अच्छा उदाहरण एप्पल का श्री, गूगल का गूगल असिस्टेन्ट अमेजन का एलेक्सा, माइक्रोसॉफ्ट का क्रोटना ऐसे कई उदाहरण है आज सभी की आवश्यकता हो गयी है। अम्बेडकर इंस्टीट्îूट ऑफ एडवांस कम्यूनिकेशन के डॉ0 मंजू खारी ने वेव ऑफ थिंग्स विषय पर अपना व्याखायान दिया। उन्होंने इंटरनेट के सेक्योरिटी के साथ वर्तमान चैलेंज एवं उसके उपयोग पर विस्तार से छात्र-छात्राओं के बीच प्रकाश डाला। संस्थान के शिक्षक इं0 प्रेम शंकर यादव ने इंटरनेट ऑफ थिंग्स इन एग्रीकल्चर विषय पर प्रकाश डालते हुए बताया कि किसानों द्वारा आधुनिकतम तकनीकी का प्रयोग से उनकी जीवनशैली आसान हो गयी है ।
कार्यशाला की सचिव इं0 समृद्धि सिंह ने बताया कि कार्यशाला के तीसरे दिन इंण्डियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय के डॉ0 अंसुल वर्मा, डॉ0 गौरव बरनवाल, इं. अमित भाटी एवं इं. अमित भारद्वाज का व्याख्यान होगा। कार्यशाला में अतिथियों का स्वागत स्मृति चिन्ह एवं अंगवस्त्रम भेटंकर किया गया। मंच का संचालन इं0 नूपूर सिंह केसरवानी द्वारा किया गया। इस कार्यशाला में डाॅ0 वन्दिता पाण्डेय, डाॅ0 प्रियंका श्रीवास्तव, डॉ0 महिमा चैरसिया, डॉ0 ब्रजेश भारद्वाज, डॉ0 अतुल सेन, अभिनव, इं0 पारितोष त्रिपाठी, इं0 रमेश मिश्र, इं0 कृति श्रीवास्तव, इं0 श्वेता मिश्रा, सुप्रिया त्रिवेदी, इं0 समरेन्द्र प्रताप सिंह, इं0 अंकित श्रीवास्तव, इं0 शोभित श्रीवास्तव, इं0 नूपूर केसरवानी, ज्योति यादव, इं0 आस्था कुशवाहा, इं0 अवधेश दीक्षित, इं0 प्रवीन मिश्रा, इं0 अवधेश मौर्या, इं0 अनुराग सिंह, इं0 मनीषा यादव, इं0 निशान्त सिंह, इं0 पीयूष राय, इं0दिलीप यादव, इं0सुनील, इं0 प्रभाकर, इं0 सौहार्द ओझा, इं0 शिक्षा जैन, इं0 आशीष पाण्डेय, इं0 निधि प्रसाद, इं0 रजनीश पाण्डेय, इं0 शाम्भवी शुक्ला, इं0 प्रदीप कुमार, इं0 अमित भाटी, इं0 अमित भारद्वाज, इं0 प्रेम शंकर, इं0 दीपक कोरी, इं0 मुरली, इं0 अमितेश, इं0 दीपक खरे, इं0 चन्द्रशेखर वर्मा, इं0 चन्दन अरोड़ा, इं0 महेश चैरसिया, इं0 आशुतोष मिश्रा सहित प्रतिभागी एवं छात्र-छात्रायें उपस्थित रहे।