मिल्कीपुर। हैरिंग्टनगंज ब्लाक क्षेत्र के भाऊपुर गांव में अचानक हुई चार मौतों के बाद सोमवार को डीएम और पुलिस कप्तान सहित जिले के आलाधिकारियों ने गांव का दौरा किया। डीएम ने कहा कि क्षेत्र में कोई आयोजन नहीं होना चाहिए। यदि किसी को सर्दी, खांसी, बुखार है तो वह छुपाए नहीं, उसकी तुरंत जांच कराए। उन्होंने अधीनस्थों को निर्देश दिया कि कोरोना गाइडलाइन के पालन में किसी भी तरह की कोताही कतई बर्दाश्त नहीं की जाएगी। डीएम अनुज कुमार झा ने कहा कि 45 वर्ष से ऊपर आयु के लोग अपने नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र पर जाकर कोरोना वैक्सीन का टीका लगवाकर कोरोना नियंत्रण में सहयोग करें। उन्होंने कहा कि किसी को कोई दिक्कत हो तो हेल्पलाइन 7081670802 पर बात करें। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि यदि किसी को कोई दिक्कत हो तो वह स्थानीय आशा कार्यकर्ता एवं एएनएम से भी संपर्क करें।
वहीं भाऊपुर गांव में सोमवार को 83 लोगों की कोविड-19 की जांच की गई। जिसमें से 11 लोग पॉजिटिव पाए गए। रविवार को 100 लोगों की जांच हुई थी। जिसमें 13 लोग पॉजिटिव पाए गए थे। इस घटना से पूरा इलाका थर्राया हुआ है। लोगों का मानना है कि यह मौतें कोरोना संक्रमण की वजह से हुई हैं। गांव को पूरी तरह से सील कर दिया गया है। बताया गया कि सोमवार को कोरोना जाँच में आनाकानी करके भागने वाले चार लोगों को पुलिस ने दौड़ाकर पकड़ कर जांच करवाया। बताया गया कि सभी मृतकों के गले में खरास और दर्द के साथ साँस लेने में दिक्कत और जुकाम बुखार की शिकायत थी। गांव में अभी दर्जनों लोग बीमार बताये जा रहे हैं। प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर डीएन द्विवेदी ने बताया कि दो दिनों में की गई 183 लोगों की जांच में पॉजिटिव पाए गए सभी 24 लोगों को उनके घरों में क्वॉरेंटाइन कर दिया गया है। स्वास्थ्य कार्यकर्ता द्वारा। प्रतिदिन उनके स्वास्थ्य के बारे में जानकारी ली जा रही है। बताते चलें कि हैरिंग्टनगंज ब्लॉक के ग्राम भाऊपुर में एकाएक हुई चार लोगों की मौत के बाद लोग सहम गए और कोरोना संक्रमण से हुई मौत का अंदेशा लोगों के जेहन में भर गया था। यह बात पूरे इलाके में फैल गई। जिसकी सूचना के बाद स्वास्थ्य विभाग की टीम भाऊपुर गांव में जांच करने पहुंची थी।
बताया गया कि 19 मार्च से 27 मार्च तक महेश तिवारी उर्फ सोनू सिकरेट्री के यहां श्रीमद् भागवत कथा का कार्यक्रम था। जिसमें इनकी एक महिला रिश्तेदार लखनऊ से आई थीं। लोगों का कहना है कि वह सर्दी जुकाम से संक्रमित थीं। इनके सम्पर्क में कई लोग आये हैं। जिसमें महेश तिवारी की माँ कलावती (50) की 9 अप्रैल को मृत्यु हो गयी। इसके पहले 7 अप्रैल को राम किशुन पासी की 48 वर्षीय पत्नी पुतरा का भी गले में दर्द एवं जुकाम बुखार से मौत हो गई। विद्या का इलाज लखनऊ में चल रहा है। नीलम के भाई ललित की भी तबीयत ठीक नही है। गांव में भण्डारे में शामिल लोग भी संक्रमित हो गए हैं। जिससे पवन तिवारी 45 वर्ष शनिवार रात लगभग 8 बजे मृत्यु हो गई। इसके पूर्व शनिवार को ही सुबह पुजराइन 50 वर्षीय पत्नी दिनेश तिवारी की भी मृत्यु हो गई।