-अधिशासी अभियंता निर्माण खंड जल निगम कार्यालय का अचानक जायजा लेने पहुंचे डीएम
अयोध्या। जिलाधिकारी अनुज कुमार झा अचानक अधिशाषी अभियन्ता निर्माण खण्ड जल निगम के कार्यालय पहुंचे तो दंग रह गए। दफ्तर में 24 में से 21 अधिकारी, कर्मचारी अनुपस्थित मिले। वाक्या है शुक्रवार सुबह 10 बजे का। डीएम अनुज झा औचक निरीक्षण करने पहुंचे। कार्यालय में कार्यरत कुल 24 अधिकारी/कर्मचारियों में से 21 अधिकारी/कर्मचारी अनुपस्थित मिले। जबकि वीरेन्द्र कुमार, सहायक अभियन्ता व हसन अली सहायक यान्त्रिक उपस्थित थे। कर्मचारी विमल चन्द्र सोनी शासकीय कार्य से गोरखपुर जाने का अंकन उपस्थिति पंजिका में था। इसके अतिरिक्त अधिशाषी अभियन्ता महेंद्र राम, सहायक अभियंता एसआईएच रिजवी, अवर अभियंतागण साहब लाल बिन्द, कर्मवीर गौतम, आदित्य कुमार, राजेश कुमार, राजेश कुमार अग्रवाल, प्रशासनिक अधिकारी रेखा तिवारी, वरिष्ठ सहायक, पुनीत यादव, रविकान्त यादव, राम तिलक वर्मा, वर्क एजेण्ट, तारा देवी, उदय राज, इरफान अब्बास, ओम प्रकाश वर्मा, दफ्तरी राजदेव पाण्डेय, रनर सूर्यकरन तिवारी, पम्प अटेण्डेण्ट गोपाल नारायन तिवारी वाहन चालक मोहम्मद कयूम, महावीर सिंह चपरासी तथा अशोक कुमार सिंह चौकीदार अनुपस्थित मिले। जिसपर जिलाधिकारी ने उपरोक्त सभी से 05 मार्च 2021 (एक दिन) का वेतन अग्रिम आदेशों तक आहरित न करने के निर्देश दिए। साथ ही अधिशाषी अभियन्ता स्वयं सहित सभी अनुपस्थित अधिकारियों/कर्मचारियों का स्पष्टीकरण प्राप्त कर अपनी टिप्पणी सहित 03 दिवस के भीतर प्रस्तुत करने के निर्देश दिए। निरीक्षण के समय कार्यालय के बरामदे में जर्जर एवं टूटी हुई कुर्सी एवं बेंच रखी हुई थी। कुर्सी पर पानी की छोटी टंकी तथा नीचे कूड़ादान भी रखा गया था। इसके आस-पास पानी गिरा हुआ था जिससे काफी गन्दगी भी थी। कार्यालय के बाहर एवं अन्दर कहीं भी सफाई नहीं थी। बाहर रखा कूड़ादान भरा हुआ था।इसकी भी सफाई नहीं की गयी थी। कार्यालय परिसर में पश्चिम तरफ लकड़ी जर्जर फर्नीचर और लोहे के सामान तथा बड़ा गत्ता रखा हुआ था। जहां पर भी बहुत दिनों से सफाई नहीं हुई थी। लोहे की रैकों पर कपड़ों में बाँध कर रखे गये कार्यालय के पुराने अभिलेखों पर काफी धूल जमा हुई थी।पुराने एवं निष्प्रयोज्य अभिलेखों के नष्टीकरण की भी कार्रवाई काफी समय से नहीं हुई। बाद में डीएम जनपदीय जल विश्लेषण प्रयोगशाला गए। जहां पर जिलाधिकारी के पूछे जाने पर कर्मचारी ने जल के नमूने एवं उनकी जाँच आदि के सम्बन्ध में कोई समुचित जानकारी नहीं दी। जिलाधिकारी ने कार्यालय तथा इसके संपूर्ण परिसर आदि की तत्काल विधिवत् साफ-सफाई सुनिश्चित कराने के साथ ही निष्प्रयोज्य पुराने अभिलेखों तथा फर्नीचर आदि का नियमानुसार निस्तारण एक सप्ताह के अन्दर कराने तथा समस्त अभिलेखों को सुव्यवस्थित रूप से रखवाकर अनुपालन आख्या प्रस्तुत करने के निर्देश दिए।