-शौचालयों में गंदगी, परिसर में झाड़ियां मिलने पर अस्पताल प्रशासन को चेतावनी
मिल्कीपुर। जिलाधिकारी निखिल टीकाराम फुंडे और मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. सुशील कुमार बालियान ने बुधवार को मिल्कीपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान अस्पताल की व्यवस्थाओं में कई खामियां सामने आईं, जिनमें शौचालयों में गंदगी, परिसर में उगी झाड़ियां और कबाड़ का ढेर शामिल हैं। डीएम ने इन कमियों को तत्काल दूर करने के निर्देश दिए और अस्पताल प्रशासन को अगले निरीक्षण में सुधार न होने पर कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी।
निरीक्षण के दौरान डीएम और सीएमओ ने अस्पताल के विभिन्न कक्षों का जायजा लिया, जिसमें इमरजेंसी वार्ड, मलहम-पट्टी कक्ष, दवा वितरण कक्ष, प्रसव कक्ष, ऑपरेशन थिएटर (ओटी) वार्ड, नवजात शिशु विशेष देखभाल इकाई (एनबीएसयू), पैथोलॉजी कक्ष, औषधि भंडार कक्ष और एक्स-रे कक्ष शामिल हैं। सीएचसी अधीक्षक डॉ. जी.पी. विश्वकर्मा ने बताया कि आयुष्मान योजना के तहत 35 मरीजों का इलाज किया गया है। हालांकि, शौचालयों की जांच में गंदगी और अव्यवस्था का आलम देखा गया। एक बंद शौचालय का ताला तोड़कर जांच करने पर वहां कबाड़ भरा मिला। डीएम ने इसे तत्काल साफ करने का आदेश दिया।
अस्पताल परिसर के पीछे गंदगी और उगी झाड़ियों को देखकर डीएम ने कड़ी नाराजगी जताई। उन्होंने पंचायती राज विभाग के साथ समन्वय स्थापित कर परिसर और शौचालयों की साफ-सफाई सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। इसके अलावा, वाटर कूलर की नियमित सफाई और इमरजेंसी वार्ड में पर्ची बनाने की व्यवस्था में तत्काल सुधार के आदेश दिए गए।
डीएम ने कहा कि अस्पताल की समग्र स्थिति संतोषजनक है। प्रसव की संख्या उचित है और ऑपरेशन के माध्यम से भी प्रसव कराए जा रहे हैं। सभी आवश्यक जांच भी हो रही हैं। उन्होंने मॉडल पैथोलॉजी लैब की स्थापना के लिए शासन को प्रस्ताव भेजने के निर्देश दिए। हालांकि, पैथोलॉजी लैब टेक्नीशियन और ओटी टेक्नीशियन की कमी को लेकर डीएम और सीएमओ ने आश्वासन दिया कि जल्द ही इनकी व्यवस्था की जाएगी। डीएम ने बताया कि मिल्कीपुर सीएचसी में सुल्तानपुर और अमेठी के मरीज भी इलाज के लिए आते हैं, और यहां अच्छी ओपीडी देखने को मिलती है।
डीएम ने 100 बेड के कुमारगंज अस्पताल का भी निरीक्षण किया, जहां शिकायतें मिलने के बाद व्यवस्थाओं का जायजा लिया गया। उन्होंने कमियों को दूर करने के निर्देश दिए। इसके अलावा, 50 बेड के देवगांव अस्पताल का दौरा किया गया, जहां विद्युत व्यवस्था में खराबी पाई गई। डीएम ने विद्युत विभाग के अधिकारियों से बात कर इसे ठीक करने का आदेश दिया।
देवगांव अस्पताल की अधीक्षक डॉ. मनोज ने बताया कि भर्ती मरीजों से संवाद किया गया और उनकी समस्याओं को सुना गया। डीएम ने स्पष्ट चेतावनी दी कि अगले निरीक्षण के दौरान यदि समान कमियां पाई गईं तो संबंधित अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। इस मौके पर उप जिलाधिकारी मिल्कीपुर सुधीर कुमार और अस्पताल के सभी चिकित्सक मौजूद रहे।