कहने को तो महामारी से लड़ने को तैयार है….
अयोध्या। रामनगरी अयोध्या के जिला मुख्यालय स्थित जिला अस्पताल एक बार फिर चर्चा में है। कहने को तो अस्पताल महामारी से लड़ने के लिए तैयार है,लेकिन हाल यह है कि लाचार गंभीर मरीज को जिला अस्पताल में स्ट्रेचर तक नहीं मिला। अस्पताल तक आने के लिए साधन मिलना तो दूर की बात है।
शहर क्षेत्र के नगर कोतवाली स्थित महाजनी टोला काली जी का मंदिर निवासी 85 वर्षीय सुमेरा देवी पत्नी स्वर्गीय राम बहादुर का कुछ दिन पूर्व एक पैर टूटा गया था। जिसको लेकर डॉक्टरों ने पैर पर प्लास्टर बांधा था और पेशाब की नली दाल दी थी। मंगलवार को बाथरूम के लिए डाली गई नली के फट जाने एवं बाथरूम के रास्ते में दिक्कत आने के चलते उसको जिला अस्पताल में डॉकटर को दिखाना था। मरीज वृद्धा के छोटे बेटे ओमप्रकाश ने पहले तो प्राइवेट साध। की तलाश की,लेकिन लाकडॉउन के चलते कोई साधन उपलब्ध न हो सका। इसके बाद उसने सरकारी एंबुलेंस हासिल करने का प्रयास किया,लेकिन प्रयास असफल हो गया। इसके बाद वह परिवारीजनों के साथ अपनी बुजुर्ग मां को चार पहिया ठेले पर लिटाकर जिला अस्पताल पहुंचा। चिकित्सालय पहुंच ओम प्रकाश ने ड्यूटी पर तैनात फार्मासिस्ट से स्टेचर की मांग की। आरोप है कि ड्यूटी पर तैनात फार्मेसिस्ट ने उसको स्ट्रेचर नहीं उपलब्ध कराया और बाहर का रास्ता दिखा दिया। मजबूर ओम प्रकाश एवं उसकी पुत्री ने एक सहयोगी की मदद से वृद्धा को ठेले से उतारकर इमरजेंसी ओपीडी में ले लाया गया।