-मृतका का मोबाईल और उसके कपड़े बरामद
अयोध्या। कैंट थाना क्षेत्र निवासी युवती से दुष्कर्म और हत्या मामले का सोमवार को पुलिस ने खुलासा किया है। मामले में एक युवक को गिरफ्तार कर मृतका का मोबाईल और उसके कपड़े बरामद किया है। मोबाइल बरामदगी के दौरान पुलिस मुठभेड़ में आरोपी के घायल होने की बात कही है।
पुलिस लाइन सभागार में आयोजित पत्रकार वार्ता में एसएसपी डॉ. गौरव ग्रोवर ने बताया कि सर्विलांस-स्वॉट और कैंट पुलिस की संयुक्त टीम ने सुबह एफसीआई गोदाम गद्दोपुर के पास से राजू यादव (24 वर्ष) निवासी दीपापुर थाना कैंट को गिरफ्तार किया है।
पूछताछ में उसने युवती को बुलाकर पलिया शाहबदी गांव के निकट एक बाग में उससे दुष्कर्म और गला दबाकर हत्या तथा शव को ले जाकर धान के खेत में फेंकने की बात स्वीकार की। यह वारदात उसने युवती की ओर से गैर विरादरी का वास्ता देकर शादी के लिए तैयार न होने के कारण अंजाम दी। मृतका का मोबाइल और कपड़ा बरामदगी के लिए उसको घटनास्थल ले जाया गया तो वह एक उपनिरीक्षक की पिस्टल छीन कर भागा और पुलिस पार्टी पर फायर किया। जवाबी फायरिंग में उसको बाएं पैर में गोली लगने के कारण जिला अस्पताल में इलाज कराया गया। पुलिस ने आरोपी की निशानदेही पर मृतका का मोबाइल,कपड़ा और वारदात में प्रयुक्त मोबाइल बरामद हुआ है।
एसपी सिटी चक्रपाणि त्रिपाठी ने बताया कि रविवार सुबह पलिया शाहबदी गांव के बाहर धान के खेत में एक युवती का उसी के सलवार से गला कसा हुआ अर्धनग्न शव मिला था। उसके भाई ने आलोक निषाद के खिलाफ हत्या की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में दुष्कर्म और गला दबाकर हत्या की बात आई थी। आलोक से इस युवती के शादी की बात चल रही थी। सर्विलांस से पता चला कि आलोक गैर प्रान्त दिल्ली एनसीआर में हैं। मृतका के मोबाइल सीडीआर के आधार पर इससे बात करने वाले संदिग्ध राजू यादव की तलाश शुरू की गई।
पुलिस की लापरवाही पर सवाल
-दुष्कर्म और हत्या के मामले में पकड़े जाने के बावजूद राजू में कानून का भय नहीं दिखा। पुलिस के दावे के मुताबिक मोबाइल व कपड़ा बरामदगी के दौरान घटनस्थल ले जाए जाने पर उसने कैंट थाने के एक उपनिरीक्षक की पिस्टल छीन ली।पिस्टल छीनकर उसने भागने की कोशिश की और पीछा करने वाले पुलिस कर्मियों को पिस्टल दिखाकर धमकाया।
इतना ही नहीं पीछा करने पर उसने पुलिस पार्टी पर फायर किया। वह भी तब जब पुलिस टीम एके 47,रायफल और पिस्टल से लैस थी। खास बात यह भी रही कि जवाबी फायरिंग में गोली लगने पर घायल होने के बावजूद उसके चेहरे पर दहशत का भाव नहीं दिखा। फ़िलहाल पुलिस ने उसके खिलाफ अलग से जानलेवा हमले की रिपोर्ट दर्ज कराई है। वहीं मामले में पुलिस की लापरवाही भी उजागर हुई है। दुष्कर्म और हत्या के आरोपी के साथ होने के बावजूद पुलिस इतनी लापरवाह रही कि आरोपी एक उपनिरीक्षक की पिस्टल छीनने में सफल रहा।