-जानाबाजार चौराहे से घर तक रास्ते में ग्रमीणों ने फूल मालाओं से किया स्वागत
अयोध्या। जाना बाजार की निवासी वैज्ञानिक दीक्षा अंतरिक्ष में रिसर्च करके चंद्रयान जैसे मिशन का हिस्सा बनना चाहती है। देश को सशक्त राष्ट्र बनाने में अहम योगदान करके देश की सेवा करना चाहती है । ऐसी भावना से ओतप्रोत वैज्ञानिक दीक्षा ने कहा इसीलिए इसरो जैसी संस्थान का चुनाव किया है। यह उद्गार व्यक्त करते हुए सोमवार को भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन इसरो में वैज्ञानिक हुई 24 वर्षीय जानाबाजार की बिटिया कहते हुए उसकी आखे गदगद हो गयी ।
देश के सबसे बड़े प्रतिष्ठित संगठन इसरो में वैज्ञानिक बनने के बाद प्रथम गांव आगमन पर स्वागत में गांव वासियों ने पलक पांवडे बिछा दिए। उसके पहुंचते ही जाना बाजार चौराहे पर क्षेत्र की भारी भीड़ का हुजूम उमर पड़ा ।और उसे लोग फूल मालाओं से लाद दिया ।
चौराहे से घर तक 1 किलोमीटर के रास्ते में लोग स्वागत मे जुलूस बनाकर चल रहे थे और जगह-जगह रास्ते मे खड़ी महिलाओं ने पुष्प वर्षा करके गांव की बिटिया का स्वागत किया। भीड़ में वैज्ञानिक बिटिया ने भी अपने लोगों का हाथ हिलाकर अभिवादन स्वीकार करती नजर आई।
देश के सम्मान में समर्पित भाव से अंतरिक्ष में रिसर्च करके मिशन से जुड़ने की उत्सुकता उसके चेहरे पर साफ झलक रही थी अपनों के बीच में अपने स्वागत से गदगद अपने माता-पिता परिजनों के साथ दीक्षा ने कहा यह पल कभी नहीं भूलूंगी।
जाना बाजार चौराहे पर स्वागत करने वालों में सुरेंद्र वर्मा, शेर बहादुर शेर, अशोक श्रीवास्तव, शिक्षक अजीत श्रीवास्तव, इंजीनियर अजय श्रीवास्तव, भास्कर तिवारी , राहुल पांडे, रामजी मोदनवाल, हरीराम, जगदंबा मिश्रा, प्रेमचंद श्रीवास्तव, अवनीश श्रीवास्तव, रमाशंकर मौर्य, अनिल प्रजापति, अंजू मोदनवाल ,राजू गुप्ता , मोहम्मद सलीम,आदि सहित सैकड़ो लोग शामिल रहे। इनके अलावा घर पहुंचते ही सैकड़ो महिलाओं और बच्चियों ने जमकर स्वागत किया । घर पहुंच कर बधाइयां देने वालों का ताता लग रहा।