– रामलला के दर्शन की समय सीमा बढ़ाने पर की चर्चा
अयोध्या। डीजीपी मुकुल गोयल ने सोमवार को रामलला का दर्शन कर श्रीराम जन्मभूमि परिसर की सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया। इसके बाद मंदिर परिसर में स्थायी सुरक्षा समिति की बैठक हुई। जिसमें रामलला के दर्शन की समय सीमा बढ़ाने पर चर्चा हुई। इस दौरान श्रीराम तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के सदस्यों ने भी दर्शनार्थियों की दिन-प्रतिदिन बढ़ती संख्या को देखते हुए समय बढ़ाने की वकालत की। मंदिर परिसर में चली बैठक के बाद एडीजी जोन एसएन सावंत ने कहा कि अयोध्या में विकास के साथ-साथ सुरक्षा भी आवश्यक है। यहां की सुरक्षा हमारे लिए हमेशा महत्वपूर्ण रही है।
श्रीराम लला विराजमान हैं, साथ ही मंदिर का कंस्ट्रक्शन भी चल रहा है। जाहिर सी बात है दोनों जगह की सुरक्षा हमारे लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। उन्होंने बताया कि भव्य मंदिर बन रहा है। वहां पर सुरक्षा का स्ट्रक्चर हम लोग किस प्रकार इनबेल्ट कर सकते हैं उसके सिस्टम में उसके बारे में हम लोग प्लान बना रहे हैं। हमारा कंस्ट्रक्शन वर्क चलेगा, आवाजाही रहेगी। मैन पावर को कैसे यूज करना है, इसपर बैठक में चर्चा हुई।
सावंत ने कहा कि अब पहले से अधिक दर्शनार्थी आने लगे हैं। उनको किस प्रकार सुविधा उपलब्ध कराना है व सकुशल दर्शन भी कराना है। इसपर ट्रस्ट के पदाधिकारियों के साथ बैठक हुई।
ट्रस्ट के पदाधिकारियों ने अभी सलाह दी है कि दर्शनार्थियों की आमद बढ़ गई है। इसलिए मंदिर के समय सीमा को बढ़ाया जाना चाहिए। उसके बारे में थोड़ा विचार करेंगे। थोड़ा समय सीमा बढ़ा देने से अधिक संख्या में लोग दर्शन कर पाएंगे। श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ने पर मार्ग बनाने की योजना बनाई जाएगी। अभी तुरंत तो नहीं पर हमारी टीम टूरिस्ट की आवश्यकता को उपलब्ध कराने लिए बनी है। इसपर विचार किया जाएगा। श्रीराम जन्मभूमि, हनुमानगढ़ी, कनक भवन नागेश्वरनाथ व अन्य जितने भी धार्मिक स्थान हैं। वहां दिन-प्रतिदिन श्रद्धालुओं की भीड़ बढ़ती जा रही है। उस हिसाब से सुरक्षा परिधि को बढ़ाने का प्रयास किया जा रहा है।
गौरतलब है कि अभी रामलला के दर्शन करने के लिए सुबह 7 से 12 व दोपहर 2 से छह बजे तक ही मंदिर परिसर में प्रवेश की अनुमति है। बैठक में पुलिस महानिदेशक लखनऊ जोन, महानिरीक्षक केरिपु बल मध्य सेक्टर, पुलिस महानिरीक्षक पीएसी, मध्य जोन, अयोध्या मण्डलायुक्त एमपी अग्रवाल, अयोध्या आईजी केपी सिंह, जिलाधिकारी नितीश कुमार, एसएसपी शैलेश कुमार पाण्डेय सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे।