बलिदान दिवस पर चन्द्रशेखर आजाद को किया नमन
अयोध्या। अशफाक उल्ला खां मेमोरियल शहीद शोध संस्थान के प्रबंध निदेशक सूर्य कांत पाण्डेय ने क्रांतिकारियों के खिलाफ मुकदमों के गवाहों और मुखबिरों के परिवारों की संपत्तियों को क्रांतिकारी परिवारों में बांटने की मांग किया है। उन्होंने आरोप लगाया कि जंगे आजादी में गद्दारी और मुखबिरी के बदौलत लोगों ने अकूत संपत्ति अर्जित किया था।
श्री पाण्डेय ने देश एवं प्रदेश सरकार से गद्दार परिवारों की सूची जारी करने की मांग करते हुए आरोप लगाया कि स्वतंत्र भारत में अनेक लोगों ने सरकारों में महत्वपूर्ण पदों को भी हासिल किया। उन्होंने कहा कि गद्दार परिवारों को चुनाव लड़ने पर रोक लगाई जाये। श्री पाण्डेय शहीद शिरोमणि चन्द्र शेखर आजाद की 89वीं शहादत दिवस पर आयोजित विचार गोष्ठी को संबोधित कर रहे थे। युवा समाजसेवी अमित सिंह की अध्यक्षता एवं संस्थान के अध्यक्ष सलाम जाफरी के संचालन में हुई गोष्ठी में लोगों ने कहा कि शहीदों के अरमानों को पूरा करने से ही देश की एकता अखंडता मजबूत हो सकती है। देश के हालात पर चिंता व्यक्त करते हुए वक्ताओं ने कहा कि शहीदों के साथ किए जा रहे उपेक्षा से यह हालत पैदा हुए हैं।
गोष्ठी को वरिष्ठ समाजसेवी बृजराज अग्रवाल, जसवीर सिंह सेठी, हमीदा अजीज, मकसूद अली, विश्व प्रताप सिंह अंशू, अब्दुल रहमान भोलू, विकास सोनकर, अतीक अहमद, अखिलेश चतुर्वेदी, विक्रम निषाद, जफर इकबाल, जुनैद अहमद, राजू खान, देवेश ध्यानी, विनीत कनौजिया, अंकित पाण्डेय आदि ने संबोधित किया। उपस्थित लोगों ने आजाद के चित्र पर माल्यार्पण कर गोष्ठी की शुरुआत किया।