-नवें दीपोत्सव की तैयारी को लेकर विश्वविद्यालय व जिला प्रशासन की हुई संयुक्त बैठक
अयोध्या। डॉ. राममनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय के स्वामी विवेकानंद सभागार में नवें दीपोत्सव की तैयारी को लेकर विश्वविद्यालय और जिला प्रशासन के संयुक्त तत्वावधान में बैठक हुई। बैठक की अध्यक्षता विश्वविद्यालय के कुलपति कर्नल डॉ. बिजेंद्र सिंह ने की। इस बैठक में अपर जिला अधिकारी, एसपी सिटी, मुख्य विकास अधिकारी, नगर आयुक्त भी उपस्थित रहे।
बैठक में कुलपति डॉ. बिजेंद्र सिंह ने वालंटियर, घाट समन्वयकों एवं प्रभारियों में उत्साह भरते हुए कहा कि हम सभी प्रभु श्रीराम के भक्त है। पूरे मनोयोग दीपोत्सव में निर्धारित लक्ष्य की प्राप्ति के लिए भागीदारी करें। आप सभी के सहयोग से पुनः दीपोत्सव को सफल बनायेंगे। कुलपति ने कहा कि प्रदेश के यशस्वी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कुशल नेतृत्व में इस बार 26 लाख 11 हजार101 दीयों को प्रज्ज्वलित करने का लक्ष्य दिया गया है। टाइम मैनेजमेंट का शानदार प्रदर्शन करते हुए हमें विश्व को यह दिखाना है कि हम सभी में कितनी क्षमता है, जो कार्य आपको मिला है उसे परफेक्शन के साथ करें।
यहां उपस्थित स्वयंसेवकों का उत्साह बता रहा है कि लक्ष्य को आसानी प्राप्त करते हुए पिछला रिकार्ड तोड़ेंगे और एक नया विश्व रिकार्ड बनायेंगे। बैठक में कुलपति ने बताया कि श्रीराम हम सभी के आराध्य है। यह उनके आगमन का उत्सव है। भव्य तरीके से प्रभु श्रीराम का स्वागत करें और दीपावली व दीपोत्सव को भव्य बनायें। कुलपति ने कहा कि दीपोत्सव को सफल बनाने हम सभी का नैतिक दायित्व है। कुलपति ने समस्त से कहा कि स्वयं के साथ साथियों का ख्याल रखते हुए अनुशासन में रहकर दीपोत्सव भव्य बनायेंगे।
बैठक में एडीएम सिटी योगानंद ने बताया कि इस बार का दीपोत्सव बड़ा है। उन्होंने वालंटियर को सतर्क करते हुए बताया कि सभी अपने निर्धारित घाटों के अलावा इधर उधर न घूमे। आसपास संदिग्ध व्यक्ति या गतिविधि को देखकर तुरंत प्रशासन या अपने घाट प्रभारी को सूचित करें।अपने दीप प्रज्ज्वलन के बाद भागदौड़ न करें। इससे दर्शक दीर्घा में बैठे लोगों को काफी असुविधा होती है। अनुशासन में रहते हुए पिछला रिकार्ड तोड़ेंगे व सेल्फी लेने से बचे। उन्होंने वालंटियर का उत्साहवर्धन करते हुए कहा दीप प्रज्ज्वलन के समय मोबाइल फोन का प्रयोग बिल्कुल भी न करें। सुव्यवस्थित तरीके से पूर्व की भांति अनुशासन में रहते हुए दीपोत्सव में विश्व कीर्तिमान बनायेंगे।
बैठक में एसपी सिटी चक्रपाणि त्रिपाठी ने कहा कि यह हम सभी का नवम दीपोत्सव है। पूरे विश्व में अयोध्या के दीपोत्सव की साख है। इसे सकुशल सम्पन्न कराने में आपकी सबकी जिम्मेदारी है। उन्होंने वालंटियर से कहा कि संस्थानों द्वारा उपलब्ध कराये गए परिवहन साधनों से घाटों पर जाये। अपने साधनो का प्रयोग नही करना है। सुरक्षा का पूरा ध्यान देना होगा।
दीप प्रज्ज्वलन के समय वस्त्र जिसमें आग पकड़े की संभावना न हो ऐसे वस्त्रों को पहनकर आये। ढीले ढाले वस्त्र पहनकर न आये। उन्होंने कहा कि दीपोत्सव आईकार्ड को किसी के साथ शेयर न करे और सोशल मीडिया पर भी शेयर न करे। यदि किसी का डुप्लीकेट आईकार्ड पाया जाता है तो उसके ऊपर विधिक कार्यवाही की जायेगी। उन्होंने बताया कि घाटों पर सिर्फ वालंटियर होंगे। अन्य का प्रवेश पूर्णतः प्रतिबन्धित रहेगा। बैठक में एस पी सिटी ने कहा कि दीपोत्सव को एतिहासिक बनाने के लिए रामनगरी के सभी घाटों पर वालंटियर दीपोत्सव परिधान में रहेंगे। इसके बिना अन्य का प्रवेश नही दिया जायेगा। स्वयंसेवकों को जो घाट एलाट किया गया है। उसी घाट पर रहना होगा। अनावश्यक आवागमन से बचे।
विश्वविद्यालय दीपोत्सव नोडल अधिकारी प्रो.संत शरण मिश्र ने बताया कि 26 लाख 11 हजार 101 दीए प्रज्ज्वलित कर प्रभु श्रीराम को समर्पित करना है। विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा संस्थानों के 32 हजार वालंटियर को आईकार्ड वितरण शुरू हो गया है। परिसर के छात्र-छात्राओं को कल से आईकार्ड वितरित कर स्वयंसेवकों को घाट पर रवाना किया जायेगा। सभी घाटों पर दीए की खेप पहॅुचनी शुरू हो गई है। गुरुवार से सभी घाटों पर दीए बिछाने का कार्य प्रारम्भ हो जायेगा।
उन्होंने स्वयंसेवकों को बताया कि अनुशासन में रहते हुए पिछला रिकार्ड तोडेंगे और विश्व रिकार्ड बनायेंगे। बैठक में साकेत कालेज के प्रो. अशोक मिश्रा ने भी संबोधित किया। उन्होंने कहा कि यह दीपोत्सव का कार्य रामकाज है। इसमें सभी का योगदान होना है जो भविष्य के योगदानों में बल मिलेगा। इस कार्य में योगदान करने वाले सभी भाग्यशाली हैं।
बैठक का संयोजन प्रो. एसएस मिश्र ने किया। बैठक में नगर आयुक्त जयेंद्र कुमार, प्रो चयन कुमार मिश्र, प्रो. आशुतोष सिन्हा, प्रो. अशोक राय, प्रो सुरेन्द्र मिश्र, प्रो. एसके रायजादा, प्रो. केके वर्मा, डॉ. त्रिलोकी यादव, डॉ. अंशुमान पाठक, सहित महाविद्यालय, इण्टर कालेज प्राचार्यो के साथ घाट समन्वयक, प्रभारी एवं बड़ी संख्या में वालंटियर मौजूद रहे।