अपहरण के दो घंटे बाद ही कर दी थी हत्या
बीकापुर। हैदरगंज थाना क्षेत्र के कटौना गांव से नौ अक्टूबर की सुबह अगवा किए गए 19 वर्षीय आशीष वर्मा का शव पांचवें दिन बुधवार को बरामद हुआ तो परिवार में कोहराम मच गया। तनाव को देखते हुए गांव को पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया गया है। कटौना निवासी आशीष वर्मा पुत्र शेरबहादुर के अपहरण में गांव के प्रधान समेत पांच लोग नामजद किए गए थे। जिसमें से दो पुलिस मुठभेड में तथा पांच अन्य पूराकलंदर क्षेत्र में पुलिस ने दबोचा था। पुलिस की सख्ती से पूछताछ में अपहरर्ताओं ने खुलासा किया कि अपहरण के दो घंटे बाद ही आशीष की हत्याकर सुल्तानपुर जनपद में गोमती नदी में शव को फेंक दिया गया था। जिसके बाद पुलिस अधीक्षक ग्रामीण शैलेंद्र कुमार के नेतृत्व में स्वाट टीम, थाना हैदरगंज, पीएसी टीम व गोताखोर दो मोटर बोट पर सवार होकर लगातार गोमती नदी के रास्ते से खोज रहे थे। टीम जौनपुर जिला क्रास कर रही थी कि बुधवार रात में टीम को अपहृत युवक आशीष वर्मा के शव का पता चल ही गया। पुलिस के मुताबिक वाराणसी के चौबेपुर थाना क्षेत्र के कैथी गांव के पास ग्रामीणों ने लाश देख कर पुलिस को सूचना दी। चौबेपुर थाना की पुलिस पहुंचकर शव को बाहर निकलवाया। चौबेपुर पुलिस की सूचना पर पुलिस अधीक्षक ग्रामीण शैलेंद्र कुमार परिजनों को साथ ले जाकर पहचान कराई। आशीष वर्मा होने की पुष्टि के बाद पोस्टमार्टम वाराणसी में कराया गया।बताते चले कि कटौना निवासी शेर बहादुर वर्मा के पुत्र आशीष का अपहरण उस समय हुआ जब वह नौ अक्टूबर की सुबह दौड लगाने निकला था। साथ दौड लगा रहे दोस्तों ने आशीष के घर में बताया था कि तीन युवकों ने मारपीट कर अपहरण कर लिया। पिता ने गांव के ही ग्राम प्रधान संजय वर्मा, उनके बेटे मोहित वर्मा, रोहित वर्मा, रवि वर्मा,,भोलानाथ वर्मा व प्रधान के बेटे के दोस्तों पर विभिन्न धाराओं में केस दर्ज कराया था। 24 घंटे में सुराग नहीं पाने पर नाराज लोगों ने पुलिस के खिलाफ नारेबाजी करते हुए तारून रोड जाम कर दिया था। विधायक खब्बू तिवारी के हस्तक्षेप व तीन दिन की मोहलत पर ग्रामीण माने थे।
अपहरण के सभी आरोपी किए जा चुके गिरफ्तार
-बुधवार को क्षेत्राधिकारी बीकापुर अजय कुमार ने बताया था कि हैदरगंज थाना पुलिस ने आशीष वर्मा के अपहरण के आरोपी प्रधान संजय वर्मा, विवेचना के दौरान प्रकाश मे आये डब्लू उर्फ विद्याधर उपाध्याय निवासी पाण्डेय का पुरवा खपराडीह, दान बहादुर, गोलू उर्फ ऋर्षि निवासीगण कटौना व आयूष सिंह निवासी करनाईपुर थाना हैदरगंज जनपद अयोध्या को पल्टुवीर पुल के पास ग्राम कोरोराघवपुर जाने वाले तिराहे के पास से गिरफ्तार किया गया है। इससे पहले पुलिस मुठभेड़ में नामजद आरोपी कटौना गांव के ही मोहित वर्मा और रवि वर्मा पकड़े गए
कब्जे की जमीन पर आरोपी प्रधान से विवाद था
-दोनों पक्षों का विवाद का कारण कटौना में स्थित गाटा संख्या 302ग के 409 एयर जो खलिहान की जमीन का है। अधिकतर भाग पर ग्राम प्रधान संजय वर्मा ने कब्जा करके पक्का मकान बनवा लिया है। कुछ जमीन पर पर शेर बहादुर ने भी कब्जा किया है।जिसे प्रधान संजय वर्मा अपनी दबंगई के बल पर कब्जा करना चाहते हैं। इसी मामले में आशीष का अपहरण हुआ। धरना प्रदर्शन के बाद जागे प्रशासन ने प्रधान के कब्जे वाली जमीन व मकान को ढहाकर अतिक्रमण मुक्त करा लिया था। घटना के बाद से ही ग्राम प्रधान संजय वर्मा अपने पूरे परिवार के साथ घर में ताला लगाकर फरार हो गया था।
थाना इंचार्ज, कानूनगो, लेखपाल पर गिर चुकी है गाज
-खलिहान की जमीन पर अवैध कब्जे से खफा डीएम अनुज कुमार झा के कड़े रुख पर कानूनगो व लेखपाल घटना के तीसरे दिन सस्पेंड कर दिए गए थे। कारण सरकारी जमीन की देखभाल नही कर पाना बताया जा रहा। कटौना ग्राम सभा के लेखपाल अजय तिवारी, व कानूनगो नरसिंह वर्मा है जिन्हेंएसडीएम दिग्विजय प्रताप सिंह ने निलंबित कर जांच के निर्देश दिए। वहीं,तहसील प्रशासन की ही लापरवाही से प्रकरण की शुरूआत मानी जा रही है। जबकि इससे पहले डीआईजी/एसएसपी दीपक कुमार ने हैदरगंज थाना प्रभारी और बाद में भी डायल 112 डायल के दरोगा लालचन्द्र सिंह को सस्पेंड कर दिया।
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