जीजा के साथ करना चाहती थी विवाह, पिता बन रहा था बाधक
अयोध्या। थाना खण्डासा क्षेत्र के ग्राम नन्दौली में गला रेतकर की गयी राजकरन की हत्या का खुलासा पुलिस ने तीन दिन के भीतर कर दिया। राजकरन की निर्मम हत्या उसकी पुत्री क्रान्ति ने ही की थी। अभियुक्ता के पास से आलाकत्ल चाकू व रक्तरंजित सलवार कुर्ता बरामद कर लिया है तथा उसे पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेजने की तैयारी कर ली है। हत्याकाण्ड का खुलासा एसपीआरए कार्यालय में पुलिस अधीक्षक ग्रामीण शैलेन्द्र कुमार सिंह ने आयोजित पत्रकार वार्ता में किया। उन्होंने बताया कि राजकरन की हत्या होने के बाद खण्डासा थाना पुलिस और सर्विलांस सेल की टीम बनाकर मामले की छानबीन शुरू की गयी। मुखबिरों को तैनात किया गया तो पता चला कि राजकरन की हत्या किसी और ने नही उसकी सगी पुत्री ने ही की है। गुरूवार को सुबह 8.30 बजे पुलिस ने मृतक के घर नन्दौली पहुंचकर अभियुक्ता 21 क्रान्ति को गिरफ्तार कर लिया। अभियुक्ता के विरूद्ध खण्डासा थाना में संयुक्त मु.अ.सं. 17/2020 आईपीसी की धारा 302 व 120 बी के तहत मुकदमा पंजीकृत किया गया है। पूंछतांछ में अभियुक्ता ने बताया कि उसके पिता शराबी थे और नशे में मुझसे नाजायज सम्बन्ध बनाने की कोशिश करते थे। मुझे अपने जीजा धर्मराज से प्यार हो गया था और मै उनके शादी करना चाहती थी। मेरे पिता ने ग्राम गोकुला में शादी तय किया था जिसे मै नहीं करना चाहती थी। जीजा के कहने पर अभियुक्ता ने पिता की हत्या का मन बना लिया। अभियुक्ता ने यह भी बताया कि उसने पिता को मछली खिलाया जब वह बरामदे में अपने बिस्तर पर चले गये तो चार धतूरा और भांग पीसकर शराब में मिला दिया जिसे जाकर पिता को पिला दिया। शराब पीते ही पिता विस्तर पर बेहोश हो गये मौका देखकर उसने चाकू से गलारेतकर हत्या कर दिया।
अभियुक्ता क्रान्ति को गिरफ्तार करने वाले पुलिस दल में खण्डासा थानाध्यक्ष सुनील कुमार सिंह, एसआई रघुराज सिंह, कास्टेबलगण उमेश यादव, अभिषेक यादव, सर्विलांस सेल के आरक्षी लल्लू यादव व मनीष तिवारी तथा महिला आरक्षी रेनू सिंह व अनुपम पटेल शामिल थे।