–प्रदेश सरकार ने प्रदान की एनओसी
अयोध्या। डॉ0 राममनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय परिसर में डी0फार्मा एवं बी0फार्मा पाठ्यक्रम आने वाले समय में संचालित होंगे। पाठ्यक्रम को चलाये जाने के लिए प्रदेश सरकार ने विश्वविद्यालय को एनओसी प्रदान कर दिया है। विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा फार्मेसी काउंसिल ऑफ इण्डिया की औपचारिकताओं को शीघ्र पूरा कर पाठ्यक्रम संचालित किए जाने का रास्ता साफ हो जायेगा। विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो0 रविशंकर के निर्देश पर विश्वविद्यालय प्रशासन ने फार्मेसी काउंसिल ऑफ इण्डिया से इसके लिए प्रयास शुरू कर दिया है। सबकुछ ठीक रहा तो नये सत्र से परिसर में डी0फार्मा एवं बी0फार्मा की होगी पढ़ाई।
अविवि के कुलपति प्रो0 सिंह ने जुलाई 2020 में कार्यभार ग्रहण करते ही अपना विजन स्पष्ट कर दिया था। कोविड-19 की महामारी में परिसर में शैक्षिक गतिविधियों को बनाये रखने के लिए निरन्तर प्रयत्नशील रहे। उन्होंने नये सत्र 2021-22 से परिसर में कई रोजगारपरक पाठ्यक्रमों के साथ कई अन्य महत्वपूर्ण पाठ्यक्रम चलाने जाने की मंशा जाहिर की थी। इसे सुचारू रूप से चलाने के लिए विश्वविद्यालय प्रशासन ने तैयारी पूरी कर 2020 में विद्या परिषद एवं कार्यपरिषद से अनुमोदन भी करा लिया है।
विश्वविद्यालय परिसर में डी0फार्मा एवं बी0फार्मा पाठ्यक्रम संचालित किए जाने की कुलपति प्रो0 रविशंकर सिंह की पहली प्राथमिकता रही है। इसके लिए कुलपति ने परिसर में इंस्टीट्यूट ऑफ फार्मास्यूटिकल साइसेंज की स्थापना की है जिसका प्रभारी निदेशक माइक्रोबायोलॉजी विभागाध्यक्ष प्रो0 शैलेन्द्र कुमार को बनाया गया है।
वहीं बी0 फार्मा पाठ्यक्रम का समन्वयक भौतिकी एवं इलेक्ट्रानिक्स विभाग के डॉ0 अनिल कुमार एवं डी0फार्मा का समन्वयक डॉ0 सिंधु सिंह को बनाया गया है। परिसर में डी0फार्मा एवं बी0फार्मा पाठ्यक्रम को संचालित किए जाने के सम्बन्ध में फार्मेसी काउंसिल ऑफ इण्डिया की औपचारिकताओं को शीघ्र पूरा कर दिया जायेगा जिसकी रूपरेखा विश्वविद्यालय प्रशासन ने तैयार कर रखी है।