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वर्तमान युग सूचना एवं तकनीक का: प्रो. एस.एन. शुक्ला

आर-कंप्यूटिंग फॉर लर्निंग रिसर्च एंड इंडस्ट्रियल एप्लीकेशन कार्यशाला का शुभारम्भ

अयोध्या। डॉ राम मनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय के गणित एवं सांख्यिकी विभाग तथा इंटरनेशनल एकेडमी फिजिकल साइंसेज अयोध्या चैप्टर के संयुक्त तत्वावधान में एक सप्ताह का कार्यशाला का आयोजन आर कंप्यूटिंग फॉर लर्निंग एंड इंडस्ट्रियल एप्लीकेशन पर 27 अप्रैल से 1 मई 2019 तक किया जा रहा है। कार्यशाला के उद्घाटन में मुख्य अतिथि प्रति कुलपति प्रो0 एस0एन0 शुक्ला एवं मुख्य वक्ता प्रो0 विजय कुमार, गणित एवं सांख्यिकी विभाग, दीनदयाल उपाध्याय विश्वविद्यालय गोरखपुर रहे। कार्यशाला की अध्यक्षता विभागाध्यक्ष प्रो0 सी0के0 मिश्र द्वारा की गई। कार्यशाला को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि प्रति कुलपति प्रो0 एस0एन0शुक्ल ने कहा कि वर्तमान युग सूचना एवं तकनीक का है। कंप्यूटर के आने से पूर्व शोध कार्यों का टंकण अपने आप में एक बड़ी चुनौती हुआ करती थी, वर्तमान परिवेश को कंप्यूटर ने पूरी तरह से बदल दिया है। कंप्यूटर का विकास भी गणित वैज्ञानिकों की ही देन है सांख्यिकी गणित की एक प्रमुख शाखा हैं । इसका महत्व सिर्फ विज्ञान के क्षेत्र में ही नहीं वरन प्रवधन, अर्थशास्त्र एवं अन्य मानविकी गतिविधियों से भी जुड़ा है। आर सॉफ्टवेयर एक महत्वपूर्ण सॉफ्टवेयर है। वर्तमान कार्यों में इसकी महत्वपूर्ण भूमिका है
मुख्य वक्ता प्रो0 विजय कुमार ने बताया कि आर सॉफ्टवेयर द्वारा सांख्यिकी विश्लेषण तथा वैज्ञानिक कंप्यूटिंग डाटा विज्ञान एवं सैद्धांतिक क्षेत्र में एक क्रांतिकारी कदम है। यह सॉफ्टवेयर वैज्ञानिक शोध गतिविधियों एवं अध्ययन के लिए बिल्कुल मुक्त है यह विज्ञान एवं शोध कार्यों के लिए वरदान सिद्ध हो रहा है । यह सॉफ्टवेयर प्रत्येक 2 महीने के अंतराल पर अपडेट होता रहता है आर सॉफ्टवेयर से न केवल सामान्य डाटा वरन मॉडलिंग आधारित डाटा का विश्लेषण एवं तत्सम्बन्धी गणना की प्रक्रिया संपादित की जा सकती है । बिग डाटा विश्लेषण आज की ज्वलन्त समस्या है। यह सॉफ्टवेयर संपूर्ण रूप डेटा विश्लेषण का समाधान करने में सक्षम है।
कार्यशाला को संबोधित करते हुए विभागाध्यक्ष प्रो0 सी0के मिश्र ने बताया कि आर सॉफ्टवेयर वैज्ञानिकों शोधार्थियों एवं छात्र-छात्राओं के लिए बहु उपयोगी है। विकसित देशों में बड़े पैमाने पर सफलता पूर्ण प्रयोग हो रहा है संगणना के क्षेत्र में आर सॉफ्टवेयर एक बड़े अवसर के रूप में मौजूद है आर सॉफ्टवेयर की प्रोग्रामिंग संगतपूर्ण है । इसी कारण आज के युग में यह तकनीक आवश्यक हो गई है। कार्यक्रम के संयोजक प्रो0 एस0एस मिश्र ने बताया कि डाटा एनालिसिस तथा कंप्यूटिंग को विज्ञान के क्षेत्र का चैथा डायमेंशन है क्योंकि डाटा ड्रिवेन विज्ञान से आज के विभिन्न वैज्ञानिक इंजीनियरिंग व्यवसायिक एवं प्रवधन के क्षेत्रों का मेघा डाटा विश्लेषण करना संभव हो सका है। कार्यक्रम का संचालन विभाग के शिक्षक डॉ0 अभिषेक सिंह ने किया। कार्यशाला का उद्घाटन मां सरस्वती की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर दीप प्रज्वलन के साथ किया गया। मुख्य अतिथि को अंगवस्त्रम एवं स्मृति चिन्ह भेंट कर स्वागत किया गया। इस अवसर पर प्रो0 आर0एन0 राय, प्रो0 आशुतोष सिन्हा, प्रोव लाल साहब सिंह, प्रो0एस0के0 रायजादा, डॉ श्याम किशोर, संदीप रावत, वीर बहादुर सिंह, अनुराग सोनी, आलोक तिवारी, डॉ0 वंसराज मौर्य, डॉव गायत्री वर्मा व अन्य उपस्थित रहे।

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Written by Next Khabar Team

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