सजगता व सतर्कता के साथ विकास कार्यों को दे गति
अयोध्या। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि कोरोना का खतरा अभी टला नहीं है। जंग अभी बाकी है। सजगता एवं सतर्कता के के साथ इसका बचाव करना है और विकास कार्यो को भी गति देना है। जिससे आर्थिक गतिविधियां आगे बढ़ सकें। सभी जगह पर अनिवार्य रूप से संसाधनों युक्त कोविड हेल्प डेस्क स्थापित की जाय। साथ ही ‘‘क्या करें-क्या न करें’’ का डिस्प्ले बोर्ड लगाया जाय।
श्री योगी सर्किट हाउस में अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों के साथ आयोजित बैठक को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि गांव गांव असहाय गरीब को पंचायत निधि से मदद की जाए।5 जुलाई को आयोजित वृक्षारोपण महाभियान को सफल बनाने के लिए जनप्रतिनिधियों के माध्यम से हर बूथ तक 10-10 पौधे पहुंचाएं और पीएम किसान के लाभार्थी को भी पौधा उपलब्ध कराएं। बाढ़ को देखते हुए सभी तैयारियां समय से मुकम्मल कर ली जाए और कानून व्यवस्था को दुरुस्त रखने के लिए सोशल मीडिया के साथ अपराधियों पर विशेष नजर रखी जाए। मुख्यमंत्री ने एयरपोर्ट की भूमि क्रय व मेडिकल कालेज निर्माण की प्रगति की भी समीक्षा की।कहा कि
जल्द ही वह मंडलीय समीक्षा करेंगे इसके पूर्व अधिकारी बैठक कर समीक्षा कर लें। मुख्यमंत्री ने कहा कि योजनाओं के अनुपालन में किसी तरह की ढिलाई और लापरवाही न हो। प्रवासी श्रमिकों को रोजगार दिलाने के लिए बैंकों से समन्वय बनाकर ऋण दिलाया जाएं और विभिन्न योजनाओं का उनको लाभ दिलाया जाए।
लगभग 1 घंटे चली बैठक में जिलाधिकारी ने कोरोना के लेकर उपचार जांच समेत अन्य सुविधाओं और योजनाओं की जानकारी दी। मुख्यमंत्री को अयोध्या में चल रहे विकास कार्यों का प्रस्तुतीकरण दिखाया गया। बैठक में सांसद लल्लू सिंह, विधायक अयोध्या वेद प्रकाश गुप्ता, रुदौली रामचंद्र यादव, मिल्कीपुर बाबा गोरखनाथ, मेयर ऋषिकेश उपाध्याय, भाजपा के जिला अध्यक्ष संजीव सिंह, पूर्व जिला अध्यक्ष अवधेश पांडे उर्फ बादल, महानगर अध्यक्ष अभिषेक मिश्रा, पूर्व महानगर अध्यक्ष कमलेश श्रीवास्तव, आयुक्त एमपी अग्रवाल, आईजी संजीव कुमार गुप्ता, डीएम श्री अनुज कुमार झा, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक आशीष तिवारी, मुख्य विकास अधिकारी प्रथमेश कुमार सहित सभी वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।