अपर पुलिस महानिदेशक ने लॉकाडाउन व्यवस्था का लिया जायजा
अयोध्या। अपर पुलिस महानिदेशक लखनऊ जोन एस.एन साबत ने कोरोना संक्रमण को लेकर की गयी व्यवस्थाओं का निरीक्षण किया। निरीक्षण के बाद उन्होंने कहा कि कोरोना के सम्बन्ध में जानकारी छिपाना अपराध है। अयोध्या में एक भी कोरोना पॉजटिब नहीं है फिर भी सर्तकता आवश्यक है और लॉकडाउन का सख्ती से पालन कराया गया। कोतवाली नगर में निरीक्षण के दौरान उन्होंने सीज किये गये वाहनों की कतार देखा और कहा कि वाहनों को रिजर्व पुलिस लाइन में रखवाया जाय जिससे कोतवाली परिसर में जगह खाली हो सके। उन्होंने विकास भवन स्थिति इंटीग्रेटेड कंट्रोल रूम में जाकर विभिन्न विभागों की कार्य प्रणाली को देखा और हिदायत दिया कि सभी विभाग आपसी समन्वय के साथ यह ध्यान रखें कि कोई भी कोरोना संदिग्ध नजरों से ओझल न होने पाये। कंट्रोल रूम में ही एडीजी ने पुलिस महानिरीक्षक डॉ. संजीव गुप्ता, जिलाधिकारी अनुज कुमार झा, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक आशीष तिवारी तथा अन्य अधिकारियों के साथ व्यवस्थाओं तथा कार्रवाई की समीक्षा की। उन्होंने सभी को लाक डाउन का कड़ाई से अनुपालन कराने की हिदायत दी।
पत्रकारों से मुखातिब होते हुए एडीजी जोन लखनऊ एसएन साबत ने कहा कि जिला प्रशासन की ओर से की गई व्यवस्थाएं दुरुस्त हैं। हालांकि इसमें और क्या बेहतर किया जा सकता है? इस बाबत कदम उठाए जाएंगे। जमातियों के बाबत उन्होंने कहा कि पता कर लिया गया है कि कौन-कौन जमात में शामिल होने गए थे और यह लोग किन किन जनपदों के रहने वाले हैं। दावा किया कि जमात में शामिल होने वाले सभी लोगों को क्वांट्राइन किया जा चुका है और इनकी दो-दो बार जांच कराई जा चुकी है। उन्होंने कहा कि कोरोना के संबंध में जानकारी छुपाना अपराध है और आपदा अधिनियम तथा महामारी एक्ट के तहत कार्रवाई की जा रही है। यह सभी लोगों पर लागू है कि वह कोरोना से ग्रसित होने अथवा कोरोना के संक्रमित से संपर्क में आने की बात छिपाए नहीं।नहीं तो उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। हालांकि अगर किसी ने अनजाने में और बिना किसी विद्वेष के ऐसा किया है तो वह कानूनी अपराध नहीं है। ऐसे लोगों का जांच और उपचार कराया जाएगा। एडीजी ने कहा कि जनपद में अभी तक कोरोना से संक्रमित कोई मरीज नहीं पाया गया है लेकिन हमको बेफिक्र होने की जरूरत नहीं है। सरकार और शासन के निर्देशों का अक्षरशः अनुपालन कराते हुए लाकडाउन का कड़ाई से पालन कराया जाएगा। कृषि संबंधी कार्यों को छूट दी गई है। पुलिस और प्रशासन की कोशिश होनी चाहिए कि लोगों को लाकडाउन को लेकर दिक्कतें कम से कम हो और आवश्यक वस्तु दूध, सब्जी, फल, राशन तथा दवाओं की उपलब्धता और होम डिलीवरी सुनिश्चित की जाए।