- महिला अस्पताल व मंडल कारागार भी संक्रमण की चपेट में
- एक संदिग्ध की जिला अस्पताल में उपचार के दौरान मौत
अयोध्या। स्वास्थ्य विभाग द्वारा भेजे नमूनों की जांच रिपोर्ट मे तीन और कोरोना पाजिटिव पाए गए हैं। दो कोरोना पाजिटिव थाना महाराजगंज क्षेत्र के व एक बीकापुर कोतवाली क्षेत्र का है। अब जनपद मे कोरोना के 26 कोरोना पाजिटिव केस हो चुके हैं।
वैश्विक महामारी का रूप धारण कर चुके नोबेल कोरोनावायरस के संक्रमण ने धीरे धीरे जनपद के विभिन्न हिस्सों को अपनी चपेट में लेना शुरू कर दिया है। एक ही दिन जनपद में 18 कोरोना पाजिटिव पाए जाने को लेकर प्रशासन में हलचल है। एकबारगी प्रशासन को रिपोर्ट पर भरोसा ही नहीं हो रहा। जिलाधिकारी अनुज कुमार झा का कहना है कि रिपोर्ट संदिग्ध प्रतीत हो रही है पुनः जांच करवाने के लिए प्रक्रिया शुरू की गई है। कोरोना के संक्रमण ने मंडल कारागार और जिला महिला अस्पताल को अपनी चपेट में ले लिया है।
लखनऊ के डॉ राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान के लैब से आई 18 रोगियों की पॉजिटिव रिपोर्ट के बाद बीकापुर तहसील में एक, मिल्कीपुर तहसील में 3,सोहावल तहसील में 5, सदर तहसील में 6 और रुदौली में एक गांव को हॉट स्पाट घोषित कर केंद्रीय गृह मंत्रालय और स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से जारी प्रोटोकॉल का अनुपालन शुरू करा दिया है। संबंधित मरीजों के परिवार कोक वारंटी कराया जा रहा है और पूरे इलाके में एक किलोमीटर क्षेत्र को नियंत्रण जोन तथा 3 किलोमीटर क्षेत्र को बफर जोन घोषित कर कार्यवाही कराई जा रही है।
गर्भवती महिला व नर्स मिली पाजिटिव
मूलनिवासी आजमगढ़ जनपद के थाना पवई क्षेत्र स्थित मुत्कल्लपुर की 28 वर्षीय महिला को उसके पति ने 15 मई की रात जिला महिला अस्पताल डफरिन में प्रसव के लिए भर्ती कराया था। यह ठाणे मुंबई से आई इस महिला को डफरिन अस्पताल में बच्चा पैदा हुआ है। महिला अस्पताल प्रशासन की ओर से कोरोना जांच के लिए सैंपल लिया गया था। लखनऊ राम मनोहर लोहिया लैब से महिला की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। इसके साथ ही जिला महिला अस्पताल में तैनात एक नर्स मनोरमा मिश्रा की रिपोर्ट भी पॉजिटिव मिली है। यह नर्स देवकाली क्षेत्र में रहती है। रिपोर्ट मिलने के बाद जिला प्रशासन ने कांटेक्ट ट्रेसिंग शुरू कर दी है और अस्पताल में भर्ती महिला के पति तथा पाजिटिव मिली नर्स के परिवार का सैंपल जांच के लिए लिया है।
मंडल कारागार में भी खुला कोरोना का खाता
प्रदेश के आगरा, लखनऊ व कुछ अन्य जिलों में जिला व मंडल कारागार ओं में कोरोला के संक्रमित मरीज पाए जाने के बाद मंडल कारागार में भी कोरोना का खाता खुल गया है। कारागार में निरुद्ध एक 22 वर्षीय बंदी की जांच रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आई है। जांच रिपोर्ट उजागर होने के बाद कारागार प्रशासन ने संबंधित बंदी के वार्ड के कैदियों व बंदियों की स्कैनिंग के साथ प्रोटोकाल के अनुपालन की कवायद शुरू करा दी है। कारागार अधीक्षक बृजेश कुमार का कहना है कि पॉजिटिव पाए गए बंदी को आइसोलेट कराया जा रहा है।
जिले में ज्यादातर युवा ही कोरोना के संक्रमित
जनपद में पूरा बाजार ब्लाक के सनेथू गांव निवासी गर्भवती महिला की जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद संक्रमितों का आंकड़ा 28 तक पहुंच गया है। सनेथू गांव निवासी महिला स्वस्थ होकर अपने बच्चे के साथ घर पहुंच गई है,लेकिन जिले के लिए चिंता की बात यह है कि यहां ज्यादातर क्या लगभग संक्रमित टीनएजर व युवा हैं। आंकड़ों पर नजर डालें तो 100 से ऊपर के संक्रमित ओं की तादाद महज पांच है। इसमें एक संक्रमित 59 वर्ष, दूसरा तारुन का 50 वर्ष व तीसरा 48 वर्षीय संत कबीर नगर जिले का है। जबकि 40 वर्ष की आयू की
मेल स्टाफ नर्स व मिल्कीपुर तहसील के चकैला का निवासी है। इसके अलावा बाकी 20 मरीज 8 वर्ष से लेकर 36 वर्ष की उम्र के बीच के हैं।
उपचार के दौरान संदिग्ध की मौत, लिया गया सैंपल
उपचार के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराए गए 20 वर्षीय जुबेर पुत्र मोहम्मद रफीक निवासी सोहावल थाना रौनाही के उपचार के दौरान मौत हो गई। मरीज को उसका भाई ने सांस फूलने और तेज बुखार की शिकायत के बाद हालत गंभीर होने पर बीती रात 1:25 बजे जिला अस्पताल लेकर आया था। उसके जाफर का कहना है कि मृतक जुबेर गुजरात प्रांत के अहमदाबाद में रोजी रोजगार करता था लाकडाउन के दौरान काम धंधा बंद होने के चलते वापस अपने घर आया था। इमरजेंसी ड्यूटी पर तैनात डॉ आशीष पाठक ने बताया कि उसका उपचार किया जा रहा था,लेकिन कुछ देर बाद ही जुबेर ने दम तोड़ दिया। लक्षणों के आधार पर कोरोनावायरस के संक्रमण की आशंका को लेकर सैम्पलिंग कराई जा रही है। सैंपल जांच के लिए भिजवाया जाएगा।
जिला अधिकारी अनुज कुमार झा ने बताया कि 16 मई को भेजे गए सैंपल में से 18 मरीजों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। रिपोर्ट संदिग्ध प्रतीत हो रही है इसको लेकर फिर से जांच की कवायद शुरू की गई है। फिलहाल संबंधित इलाकों में स्टैंडर्ड आफ प्रोटोकोल लागू कर मजिस्ट्रेटों की तैनाती की गई है। सभी आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं।