-सहकारिता मंत्री द्वारा नृत्य व गायन में प्रथम, द्वितीय व तृतीय प्रतिभागियों को किया गया पुरस्कृत
अयोध्या। लोकनृत्य की भावभंगिमा व लोकगायन में स्वरों की हदृयस्पर्शी प्रस्तुति ने भारतीय संस्कृति की महक को पूरे अयोध्या महोत्सव के प्रांगण में बिखेर दिया। यहां लोककला चैम्पियनशिप का आयोजन किया गया था। जिसका उद्घाटन प्रदेश सरकार के सहकारिता मंत्री मुकुट बिहारी वर्मा ने किया। सहकारिता मंत्री के द्वारा नृत्य व गायन में प्रथम, द्वितीय व तृतीय प्रतिभागियों को पुरस्कृत किया गया। मध्य प्रदेश की विख्यात प्राची एण्ड टीम के द्वारा बनायी गयी रंगोली ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया।
लोककला चैम्पियनशिप के उद्घाटन के दौरान सहकारिता मंत्री मुकुट बिहारी वर्मा ने कहा कि हमारी लोकसंस्कृति, परम्पराओं के संरक्षण की आवश्यकता है। लोकगीत व लोकनृत्य हमारी संस्कृति के संवाहक होती है। इनसे जुड़े कलाकारों को अपनी प्रतिभा के प्रदर्शन के लिए मंच की आवश्यकता होती है। अयोध्या महोत्सव ने इस तरह के आयोजनों की श्रंखलाओं के माध्यम से इसे साकार स्वरुप प्रदान किया है। अयोध्या महोत्सव न्यास के अध्यक्ष हरीश श्रीवास्तव ने बताया कि भारतीय लोकनृत्य के अर्न्तगत अनंत प्रकार के स्वरुप व ताल है। इसमें लोकगीतों का मिश्रण हमारी संस्कृति व परम्परा से जनमानस को अवगत कराता है।
उत्तर प्रदेश की विभिन्न विधाओं के समूह गायन व समूह लोकनृत्य की कलाकारों द्वारा प्रस्तुति की गयी। जिसमें समूह गायन में 15 व समूह नृत्य में 25 टीमों ने प्रतिभाग किया। लोकनृत्य में प्रथम माधव मुरायी यादव को 15 हजार, द्वितीय सूर्य कुमार गौड़ को 11 हजार, तृतीय अमन कुमार को 51 सौ का पुरस्कार दिया गया। लोकगायन में प्रथम छविलाल पाल को 11 हजार, द्वितीय 51 सौ का पुरस्कार माधव मुरारी यादव व तृतीय 21 सौ का पुरस्कार अंजनी कुमार को सहकारिता मंत्री ने प्रदान किया। रंगोली के लिए प्राची शर्मा एण्ड टीम को सरकारिता मंत्री के द्वारा पुरस्कृत किया गया।
मध्य प्रदेश के इंदौर से आयी विख्यात रंगोली निर्माता प्राची शर्मा ने बताया कि वह इससे पहले दुबई व भारत के विभिन्न स्थानों पर रंगोली की प्रस्तुति कर चुकी है। उनके साथ इस बार अयोध्या आने वाली चौदह सदस्यीय टीम में कई नये सदस्य भी है। अयोध्या में भगवान राम के जीवन पर रंगोली बनाने का अवसर मिलना पूरी टीम के लिए सौभाग्य का विषय है। इस अवसर पर अरुण द्विवेदी, नाहिद कैफ, श्रद्धा तिवारी, पूजा अरोड़ा, ऋचा उपाध्याय, चन्द्रशेखर तिवारी मौजूद रहे।