कहा- सुप्रीम कोर्ट के फैंसले से मन्दिर निर्माण का रास्ता साफ
अयोध्या। विश्व हिंदू परिषद के अंतरराष्ट्रीय संरक्षक दिनेश ने राम जन्म भूमि न्यास कार्यशाला में पत्रकारों से मुखातिब होते हुए कहा कि 9 नवंबर को सुप्रीम कोर्ट ने भगवान राम लला के पक्ष में फैसला देकर भगवान श्रीराम के जन्म स्थान पर उनके भव्य मंदिर निर्माण का रास्ता साफ कर दिया है। रामलला के पक्ष में फैसले के बाद विहिप का मकसद पूरा हो जाता है। हमारा काम भगवान राम लला का भव्य मंदिर निर्माण हो यह लक्ष्य जो पूरा होना था वह हो गया अब हमारी केंद्र सरकार से आग्रह और ज़िद है की वह मंदिर निर्माण के लिए जो भी ट्रस्ट का निर्माण करें उसमें विहिप द्वारा बनाए गए मॉडल और तराशे गए पत्थर का ही इस्तेमाल हो।
उन्होंने कहा कि यह लड़ाई लगभग 500 वर्षों से हिंदू समाज लड़ रहा है जिसकी पूर्णाहुति 9 नवंबर को हुई इसमें बहुत सारे लोग बलिदान हुए जिसमें अशोक सिंघल हैं परमहंस दास महाराज इनके और हजारों कारसेवकों के बलिदान को भुलाया नहीं जा सकता मैं उत्तर प्रदेश सरकार से आशा करता हूं कि वह इन कारसेवकों और राम जन्म भूम में बलिदान महापुरुषों की स्मृति में एक स्मारक का निर्माण कराएं जिसमें इनके स्मृतियों को सजाया जा सके और आने वाली पीढ़ी इनको नमन कर सकें। साथ ही साथ आग्रह किया कि जो भी भाई बहन राम जन्मभूमि के निर्माण के लिए जो भी व्रत लिए थे उनका व्रत पूर्ण हुआ अब वह अपने व्रत को त्याग सामान्य जीवन मैं लौट आएं, ऐसी आग्रह विहिप उन सभी व्रत लेने वाले महा मनीषियों से करती है और अपने स्वयंसेवकों से यह आग्रह करती है कि उनके क्षेत्र में जो भी व्यक्ति ऐसा व्रत लिए हो सा सम्मान उनका व्रत समाप्त करने की उनसे आग्रह करें।
श्री दिनेश ने कहा राम जन्मभूमि आंदोलन हमने पूरे हिंदू समाज को यही मॉडल दिखा करके लड़ा है और हिंदू समाज से मॉडल बनाने के लिए सवा सवा रुपए लेकर 8 करोड़ रुपए इकट्ठा किया जिसको मॉडल के पत्थर तलाशने में लगाया गया है अब तक भी भी अपने 50 करोड़ रुपए से अधिक पत्थर तराशने में खर्च किया है जो हिंदू समाज के चंदे से बना है हमारे पास इसका एक एक पैसे का हिसाब है इसलिए हम सरकार से आग्रह करते हैं कि जो भी ट्रस्ट वह निर्माण करें उसमें विहिप द्वारा बनाए गए मॉडल के द्वारा ही मंदिर का निर्माण प्रारंभ हो। उन्होंने कहा कि हमारी ऐसी कोई मंशा नहीं है कि हमें सरकार के ट्रस्ट में रखा जाए लेकिन जब तक भगवान का मंदिर निर्माण पूरा नहीं हो जाएगा तब तक हम बाहर से इसकी देखरेख करते रहेंगे और भव्य मंदिर निर्माण तक भगवान का एक अस्थाई मंदिर बनाया जाए जिसमें आने वाले श्रद्धालु पूजा पाठ कर सकें।
उन्होंने शंका का समाधान करते हुए कहा कि बहुत सारे लोग यह सोचते हैं कि रामसखा त्रिलोकी नाथ पांडे के पक्ष में फैसला हुआ है तो यह साफ कह देता हूं कि 9 तारीख से इनका काम पूरी तरह से समाप्त हो गया और अब उसके पूर्ण मालिक भगवान श्री राम लला हो गए। अगर सरकार हमसे ट्रस्ट में कोई राय लेगी तो हम देंगे और लोगों से आग्रह करते हैं कि सरकार का ट्रस्ट बन जाए उसका खाता खुल जाए लोग उसके बाद उसमें खुलकर के दान दे और हिंदू समाज के पैसे से भगवान श्री राम के मंदिर का निर्माण हो। इस अवसर पर महंत सिया किशोरी शरण संत समिति के अध्यक्ष महंत कन्हैया दास बड़े भक्तमाल के महंत अवधेश दास महंत पवन शास्त्री रामसखा त्रिलोकी नाथ पांडे कारसेवक पुरम प्रभारी शिवदास सिंह आदि उपस्थित रहे।