-राजनीतिक महारथियों की उपेक्षा का शिकार हो गया राजकीय महाविद्यालय
मिल्कीपुर। मिल्कीपुर तहसील क्षेत्र अंतर्गत मिल्कीपुर ब्लाक क्षेत्र ग्राम पंचायत परसवां में 7 करोड़ 50 लाख रूपए की लागत से बनने वाले राजकीय महाविद्यालय परसवां की कार्यदाई संस्था उत्तर प्रदेश राजकीय निर्माण निगम की शिथिलता एवं लापरवाही के चलते पिछले 7 वर्षों में भी निर्माण कार्य पूरा नहीं हो सका है। निर्माण कार्य संस्था के अधिकृत ठेकेदार लल्लन सिंह गणेश कंस्ट्रक्शन ने बताया कि धन की स्वीकृति में विलंब होने के कारण निर्माण कार्य पूरा नहीं हो पाया था। बालक छात्रावास के प्रथम तल ही निर्माण हो सका है तथा बालिका छात्रावास निर्माणाधीन है। इसके अतिरिक्त सौंदर्यीकरण आदि का कार्य भी अभी लंबित है।
ठेकेदार ने कहा कि अभी छात्रावासों तथा सौंदर्यीकरण के लिए शासन से दो करोड़ रुपए की मांग हुई है, पैसा मिलने के बाद कार्य में तेजी लाई जाएगी। वहीं दूसरी ओर सूत्रों के अनुसार महाविद्यालय में शिक्षण के लिए अध्यापकों एवं कर्मचारियों की नियुक्ति भी कर ली गई है। आगामी जुलाई माह से शिक्षण कार्य प्रारंभ होना है।
ऐसे में बिना छात्रावास के शिक्षण कार्य कैसे पूर्ण होगा। क्षेत्रवासी ग्रामीणों का कहना है कि इस पिछड़े क्षेत्र में राजकीय महाविद्यालय की स्थापना का कार्य विगत कि समाजवादी पार्टी की सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे अवधेश प्रसाद के अथक प्रयत्नों के बाद शुरू हुआ था किंतु निजाम बदलने के बाद निर्माणाधीन राजकीय महाविद्यालय क्षेत्रीय विधायक की उपेक्षा का शिकार हो गया, जिसे आज तक पंख नहीं लग सके हैं। हालांकि एक बार फिर महाविद्यालय के संचालन को लेकर ग्रामीणों की आस जग गई है।