-अहमदाबाद से आया 500 किलो का नगाड़ा, रामलला को होगा अर्पित
अयोध्या। आगामी 22 जनवरी को होने वाले प्राण प्रतिष्ठा समारोह से पूर्व उपहारों की होड़ लग गयी है। एक के बाद एक अलग-अलग जगहों से उपहारों की आहमद हो रही है। बुधवार को अहमदाबाद से चल कर विशेष रथ पर 500 किलो का नगाड़ा अयोध्या धाम पहुंचा। मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा का समय नजदीक आते ही.देश भर से भगवान राम की प्राण प्रतिष्ठा के लिए उपहार लाए जा रहे हैं। ऐसे में इन उपहारों को मंदिर परिसर में कहां स्थापित करना है। उसके लिए स्थान चयन करना भी एक चुनौती है।
अहमदाबाद से 9 दिन की यात्रा तय करके अयोध्या लेकर आए चिराग पटेल ने बताया कि नगाड़ा लेकर आए है। यह नगाड़ा 500 किलो औऱ नीचे की लारी 800 किलो की है। जिसकी लंबाई 56 इंच की है। नगाड़े पर सोने और चांदी कि पर्त चढ़ाई गई है। 500 किलो के इस भव्य नगाड़े में लोहे और तांबे की प्लेट का इस्तेमाल हुआ है। जिससे नगाड़े को हजारों वर्षों की आयु दी जा सके। इस नगाड़ा को 10 लोग लेकर यहां पर आए है। अखिल भारतीय डगबर समाज द्वारा श्री राम मंदिर के लिए 500 किलोग्राम का विशेष नगाड़ा बनाया गया है। इस नगाड़े को बनाने वाले डगबर समाज के 4 लोग श्री राम लला प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव के दिन इसे मंदिर में बजायेंगे। इस नगाड़े पर सोने और चांदी कि पर्त चढ़ाई गई है। यह नगाड़ा गुजरात से एमपी होते हुए अयोध्या पहुंचा है। 22 जनवरी को और उसके बाद इसकी गूंज श्री राम मंदिर में सुनी जा सकेगी।
गुजरात से आई 108 फीट लंबी अगरबत्ती
श्री राम मन्दिर के लिए गुजरात से अयोध्या 108 फीट लंबी अगरबती लायी गई हैं जिसका स्वागत राम भक्तों ने भेलसर चौराहे पर जमकर किया हैं । यह अगरबती प्राण प्रतिष्ठा के लिए अर्पित की जायेगी। इस अगरबत्ती को 108 फीट लंबी और गोल आकर में बनाई गई है। अगरबती की लागत करीब 5 लाख है। इसकी सुंगध 15 से 20 किलोमीटर तक होगी। यहां बुधवार को भाजपा जिला महामंत्री अशोक कसौधान, राज प्रताप सिंह , विनय लोधी , मालिक राम लोधी, आदर्श गुप्ता ने ढोल नगाड़े के साथ पुष्प वर्षा कर स्वागत किया। श्री श्याम भक्ति मंडल की ओर से महेश साहू, सुधीर सिंघल, विष्णु अग्रवाल, मनीष चौरसिया अशोक गर्ग आदि मौजूद रहे।
सरयू के उद्गम स्थल से पहुंचा 4000 लीटर जल
भगवान विष्णु के आंसुओं से निकले सरयू के उद्गम स्थल से बुधवार को चार हजार लीटर जल लेकर साधु-संतों का जत्था अयोध्या के कारसेवकपुरम पहुंचा। जय श्रीराम के जयकारे लगाते हुए पहुंचे साधु-संतों ने जल को ट्रस्ट को सौंप दिया। उत्तराखंड के बागेश्वर जिले से पहुंचे महेश दास उर्फ गूगल बाबा ने बताया कि यह जल मूल सरयू का है। उन्होंने बताया कि श्रीराम की प्राण प्रतिष्ठा को लेकर उत्तराखंड में भी उत्सव जैसा माहौल है। टैंकर में रास्तों की नदियों का एक-एक लोटा जल भी डाला गया है। इस जल से श्रीराम का अभिषेक किया जाएगा। इसके साथ ही बफीर्ले इलाकों में खिलने वाला दुर्लभ ब्रह्मकमल व एक शॉल भी रामलला को भेंट किया जाएगा।