– धाम में तीन घंटे रहेंगे सीएम और डिप्टी सीएम केशव
अयोध्या। श्रीराम जन्मभूमि मंदिर परिसर में गर्भगृह के शिलापूजन करने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सुबह 9ः 00 बजे रामनगरी पहुंचेगे। उपमुख्यमंत्री व मंडल प्रभारी केशव प्रसाद मौर्य समेत साधु संत व अधिकारी भी कार्यक्रम में शामिल होंगे। कार्यक्रम का सीधा प्रसारण सुबह नौ बजे से शुरू हो जाएगा।
मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री के अयोध्या कार्यक्रम को लेकर प्रशासनिक तैयारियां पूरी कर ली गईं। देर शाम तक आईजी केपी सिंह, मंडलायुक्त नवदीप रिणवा, डीएम नितीश कुमार व एसएसपी शैलेश पाडेय ने कार्यक्रम स्थल का जायजा लिया। मुख्यमंत्री का हैलीकॉप्टर सुबह 9ः10 पर राम कथा पार्क में उतरेगा। जिसके बाद योगी और केशव हनुमानगढ़ी में दर्शन पूजन करेंगे। करीब 9ः 30 बजे श्रीराम जन्मभूमि परिसर में गर्भगृह के निर्माण कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे। प्राण प्रतिष्ठा समारोह के बाद दोपहर 12ः20 बजे रामकथा पार्क से लखनऊ के लिए रवाना होंगे। वे करीब तीन घंटे यहां कार्यक्रमों में रहेंगे।
वहीं मंदिर निर्माण समिति के चेयरमैन नृपेन्द्र मिश्रा भी शिला पूजन कार्यक्रम में शामिल होने को अयोध्या पहुंच रहे हैं। राम जन्मभूमि परिसर में भव्य पंडाल लगाया गया है। राम मंदिर आंदोलन से जुड़े हुए मठ मंदिर ट्रस्ट के पदाधिकारी और आरएसएस के पदाधिकारी भी हिस्सा लेंगे। रामलला के गर्भगृह निर्माण के लिए तराशे गए नक्काशी दार पिंक स्टोन भी गर्भगृह स्थल पर पहुंचा दिए गए हैं।
शिलापूजन का होगा लाइव प्रसारण
-श्रीराम लला गर्भगृह मंदिर के लिए शिलापूजन कार्यक्रम का सजीव प्रसारण होगा। मंडलायुक्त, आईजी, डीएम और एसएसपी के अलावा श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र न्यास के महासचिव चम्पत राय सहित न्यास के अन्य सदस्यों एवं मंदिर प्रशासन से जुड़े अधिकारियों ने मंगलवार का पूरी व्यवस्था का जायजा लिया। सजीव प्रसारण को अपर मुख्य सचिव सूचना डा नवनीत सहगल एवं सूचना निदेशक शिशिर के निर्णयानुसार शहर में होर्डिंग तथा एलईउी वैन भी लगाए गए हें।
जन्मभूमि परिसर में चल रहा अनुष्ठान
-रामलला के गर्भगृह निर्माण के पहले रामार्चा, दुर्गा सप्तशती, भगवान शंकर का रुद्राभिषेक, राम रक्षा स्त्रोत, विष्णु सहस्त्रनाम, हनुमान चालीसा, सुंदरकांड के पाठ का परायण होगा। अलग-अलग समय पर विद्वान अनुष्ठान कर रहे हैं। बुधवार सुबह नौ बजे पत्थरों से गर्भगृह का निर्माण होगा। 9ः30 बजे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ रामलला के गर्भ ग्रह के प्रथम शिला का पूजन कर निर्माण कार्य शुरू कराएंगे।