16 जनपदों में चल रहे रामायण कन्क्लेव का हुआ समापन
-राम के चरित्र को जनमानस के समझाने का उद्देश्य था रामायण कन्क्लेव : योगी आदित्यनाथ
अयोध्या। श्रीराम हम सब के हैं। हमारा भारत समाज राममय है। प्रभु श्रीराम के चरित्र को जनमानस व नई पीढी को बताने के लिए रामायण कान्क्लेव का आयोजन किया गया था। 16 जनपदों में 29 अगस्त 21 से चल रहे इस कान्क्लेव का समापन आज किया जा रहा है। उक्त विचार सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ ने रामकथा पार्क में आयोजित कन्क्लेव के समापन अवसर पर व्यक्त किया। मुख्यमंत्री ने बताया कि प्रदेश के 16 जनपदों में विभिन्न थीमों पर आधारित रामायण कन्क्लेव शुरू शुरू हुआ था।
कहा कि आगामी 3 नवम्बर को होने वाले पंचम दीपोत्सव तैयारी की समीक्षा भी करने आया हूं। अयोध्या के पूज्य संतों का आशीर्वाद व मार्गदर्शन हमें सभी कार्यो में मिलता है। बताया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को अफगानिस्तान के काबुल शहर से एक लड़की ने भगवान राम को अर्पित करने के लिए काबुल नदी का जल भेजा था। रामलला के जन्मस्थान/गर्भगृह में आप अर्पित करने को प्रधानमंत्री ने मुझे जिम्मेदारी दी थी। जिससे भगवान रामलला का दर्शन करने के बाद गर्भगृह स्थान में अर्पित किया। मुख्यमंत्री ने अयोध्या और अफगानिस्तान के रिश्तों का भी उल्लेख किया। बताया कि राजा दशरथ की एक महारानी व भरत जी की माता कैकेयी अफगानिस्तान के केकय राज्य/गन्धार से थीं। जिनके पिता अश्वपति का अनेक जगहों पर उल्लेख मिलता है। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने अयोध्या शोध संस्थान से प्रकाशित पुस्तक का विमोचन भी किया। कहा कि इस पुस्तक का साधु संतों को भी भेंट करें।
इस अवसर पर प्रदेश के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री तथा जनपद के प्रभारी मंत्री डा नीलकंठ तिवारी ने रामायण कान्क्लेव पर विस्तृत प्रकाश डाला। कहा कि संस्कृति विभाग का विशेष कार्यक्रम आम जनमानस को भगवान राम के चरित्र से जोड़ने का उद्देश्य है। कार्यक्रम में सीएम ने साधु संतों को उनके स्थान पर जाकर सम्मानित भी किया। रामायण कान्क्लेव के इस आयोजन में लगभग 2 हजार कलाकारों, सैकड़ों साहित्यकारों/मानस मर्मज्ञों एवं कवियों ने रामकथा के विभिन्न पहलुओं पर सांस्कृतिक प्रस्तुतियों, संगोष्ठी/परिचर्चा एवं कवि सम्मेलन आदि में प्रतिभाग किया था। सायंकालीन सत्र में रामायण एवं रामकथा से संबंधित प्रदेश के 5 सांस्कृतिक अंचलों अवध, पूर्वांचल, बुंदेलखण्ड, ब्रज एवं पश्चिमांचल की लोक एवं शास्त्रीय संगीत की प्रस्तुतियां सम्पन्न हुई। इससे पहले अशर्फी भवन जाकर पीठाधीश्वर जगतगुरू श्रीधराचार्य से भी आशीर्वाद प्राप्त किया।
इस दौरान अपर मुख्य सचिव सूचना डा नवनीत सहगल, अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश अवस्थी, अपर पुलिस महानिदेशक एसएन सावंत, प्रमुख सचिव पर्यटन एवं संस्कृति मुकेश मेश्राम, मण्डलायुक्त एमपी अग्रवाल, पुलिस महानिरीक्षक कविन्द्र प्रताप सिंह, जिलाधिकारी नितीश कुमार, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक शैलेश कुमार पांडेय, नगर आयुक्त विशाल सिंह, सीडीओ अनिता यादव, अपर सूचना निदेशक एआर त्रिपाठी, उपनिदेशक सूचना अयोध्या डा मुरलीधर सिंह सहित तमाम अधिकारी मौजूद रहे।