सपा प्रतिनिधिमण्डल ने सौंपा 6 सूत्रीय ज्ञापन
अयोध्या। नागरिकता संशोधन अधिनियम लोकतांत्रित गणराज्य की अवधारणा के विरूद्ध और असंवैधानिक है जो देश को विभाजन की ओर ले जायेगा। यह बातें पूर्व मंत्री व सपा नेता आनन्दसेन यादव ने एक प्रतिनिधि मण्डल के साथ राष्ट्रपति को सम्बोधित 06 सूत्रीय एक ज्ञापन गॉंधी सभागार में उप जिलाधिकारी (अतिरिक्त) दिग्विजय सिंह को सौंपने के बाद कहीं। उन्होंने कहा कि विधेयक में धार्मिक आधार पर नागरिकता देने का प्राविधान है जो कि संविधान के मूल भावना के विरूद्ध है। उन्होंने कहा कि भारत में कई घुमन्तू जातियॉं हैं जिनका कोई स्थाई निवास नहीं होता है। वे अपनी नागरिकता साबित नहीं कर पायेंगे। उन्होंने कहा कि धर्म के आधार पर किसी को आश्रय देने में भेदभाव नहीं किया जाना चाहिए। प्रतिनिधि मण्डल में शामिल सपा के निवर्तमान जिला उपाध्यक्ष बाबूराम गौड़ व निवर्तमान जिला महासचिव बख्तियार खान ने कहा कि सभी धर्म और जाति की गरीब, मजदूर, अशिक्षित वर्ग के साथ प्राकृतिक व अन्य आपदाओं में अपना सब कुछ खो चुके परिवारो के लिये अपनी नागरिकता साबित कर पाना असम्भव होगा। रूदौली के चेयरमैन जब्बार अली व सहकारी गन्ना समिति के पूर्व चेयरमैन सुरेन्द्र यादव ने कहा कि विधेयक के अनुसार केवल तीन देशों के धार्मिक अल्पसंख्यकों को नागरिकता देने का प्राविधान है। नागरिकता से वंचित ऐसे भारतीयों को किस देश का और किस आधार पर नागरिक मानकर उनकी किस्मत का फैसला किया जायेगा यह पूरी तरह से स्पष्ट नहीं है। प्रतिनिधि मण्डल में शामिल युवजन सभा के पूर्व प्रदेश सचिव जयसिंह राणा व मुलायम यूथ ब्रिगेड के निवर्तमान जिलाध्यक्ष एजाज अहमद ने कहा कि महिलाओं की पहचान हमारे देश का सबसे बड़ा मुद्दा रहा है। ऐसे में उनके दस्तावेजी प्रमाण सबसे कमजोर रहे हैं जिसके कारण असम में सबसे बड़ी संख्या में महिलाओं को गैर नागरिक माना गया था। सपा के पूर्व प्रवक्ता ओम प्रकाश ओमी व पार्षद हाजी असद अहमद ने कहा कि विभाजनकारी और संविधान विरोधी अधिनियम पर पुनः विचार करने की जरूरी है। पूर्व प्रवक्ता ओमी ने बताया कि प्रतिनिधि मण्डल में मोहम्मद अलीप बब्लू, कृष्ण कुमार पटेल, सनी यादव, मोहम्मद सैफ खान, जय प्रकाश यादव, पार्षद फरीद कुरैशी, मोहम्मद अफजल, नन्हकन यादव, महफूज खान, शुऐब खान, इश्तियाक खान, मिर्जा सादिक हुसैन, रईस खान, सभासद उस्मान अंसारी, मनोज यादव, शिवपूजन यादव, गोकुल विश्वकर्मा, शादाब खान, मोहम्मद इमरान, अंगद यादव आदि बड़ी संख्या में शामिल थे।