-स्थल पर राजा दशरथ द्वारा कराये गये पुत्रेष्टि यज्ञ के पुरोहित श्रृंगी ऋषि का निवास था
अयोध्या। शनिवार को संतोष कुमार शर्मा मुख्य कार्यपालक अधिकारी, श्री अयोध्या जी तीर्थ विकास परिषद द्वारा विधान सभा क्षेत्र गोसाईगंज के ग्राम शेरवाघाट विकास खण्ड मया तहसील सदर में स्थित श्रृंगी ऋषि धाम का निरीक्षण धीरज श्रीवास्तव, संयुक्त मुख्य कार्यपालक अधिकारी एवं पी०एन सिंह संयुक्त मुख्य कार्यपालक अधिकारी श्री अयोध्या जी तीर्थ विकास परिषद के साथ पूर्व दोपहर में किया गया। निरीक्षण के समय उत्तर प्रदेश प्रोजेक्ट कारपोरेशन लिमिटेड के सहायक प्रोजेक्ट मैनेजर के अवर अभियंता शिवांग, ग्राम प्रधान सविता सिंह के प्रतिनिधि सत्येन्द्र कुमार सिंह, बाबा जगदीश दास , पुजारी महेन्द्र गोस्वामी एवं ग्राम के अनेक संभ्रात नागरिक स्थल पर मौजूद रहे ।
निरीक्षण के समय उपस्थित ग्राम प्रधान प्रतिनिधि एवं ग्रामीणों द्वारा अवगत कराया गया कि ये स्थल अत्यंत प्राचीन है। इस स्थल पर राजा दशरथ द्वारा कराये गये पुत्रेष्टि यज्ञ के पुरोहित श्रृंगी ऋषि का निवास था। यहाँ प्रत्येक पूर्णिमा पर मेला लगता है तथा वर्ष की प्रत्येक कार्तिक पूर्णिमा एवं चैत्र की रामनवमी को विशाल मेला लगता है जिसमें काफी दूर-दराज एवं आस-पास के ग्रामों के लगभग 50,000 लोग सम्मिलित होते है। यह स्थान सरयू नदी के किनारे पर स्थित है। इस स्थान पर शंकर जी का मंदिर, गुरु रविदास मंदिर, राम जानकी मंदिर, शनि मंदिर, दुर्गा मंदिर बने है। प्राचीन श्रृंगी ऋषि एवं माता शान्ता देवी की समाधि स्थल है। इन स्थल की देखभाल बाबा जगदीश दास जी के नेतृत्व श्री महेन्द्र गोस्वामी पुजारी द्वारा किया जाना बताया गया । इस स्थान पर पूर्व से ही विभिन्न मा० निधि से कई स्थानों पर छोटा-2 कार्य कराया गया है। उपस्थित ग्रामीणों एवं मन्दिर पुजारी व प्रधान द्वारा पर्यटकीय सुविधाओं के दृष्टिगत श्रृंगी ऋषि व माता शान्ता देवी के समाधि स्थल की छत की मरम्मत, लगभग 100 मी० पक्का घाट आगे बढाने, एक अतिरिक्त टॉयलेट, क्लॉथ चेजिंग रुम महिलाओं के लिए मांग की गयी है।
श्री अयोध्या जी तीर्थ विकास परिषद के कृत्यों में सम्मिलित पर्यटकों की सुविधा के दृष्टिगत प्राचीन स्थान के सौन्दर्गीकरण कराये जाने के उद्देश्य से स्थल पर उपस्थित उत्तर प्रदेश प्रोजेक्ट कारपोरेशन लिमिटेड के अवर अभियंता श्री शिवांग को निर्देशित किया गया कि श्रृंगी ऋषि की आरक्षित भूमि पर पर्यटकों के बैठने के लिये फर्नीचर, टीन शेड, सोलर लाइट तथा सरयू नदी के घाट पर 100 मी० पक्का घाट किनारों पर बढाने एवं पुराने बने चेंज रूम का जीर्णोद्धार, एक अतिरिक्त टॉयलेट, एक सेल्फी प्वाइंट, आश्रम की पहचान हेतु एक विशाल शिलालेख, श्रद्धालुओं की सुविधा के दृष्टिगत वाटर फेसिंग जंजीर के साथ, भू-दृश्य आदि की सीपना किए जाने हेतु डी०पी०आर० तैयार कर परिषद के कार्यालय में तीन दिन के अंदर प्रस्तुत किया जाए। इसके अतिरिक्त उपस्थित ज्वांइट सी०इ०ओ० को निर्देशित किया गया कि उपजिलाधिकारी सदर श्रृंगी ऋषि आश्रम धाम की भूमि की पैमाइश हेतु पत्राचार कर आख्या प्राप्त की जाए ।