-आवास विकास परिषद की कार्रवाई का किया विरोध, बुद्ध विहार की रक्षा का लिया संकल्प
अयोध्या। साकेत बुद्ध विहार, माझा बरहटा ग्राम नेऊर का पुरवा स्थित बुद्ध विहार को आवास विकास परिषद द्वारा हटाने की बार-बार दी जा रही धमकी के विरोध में चौधरी संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष रामकरन यादव के नेतृत्व में एकजुट होकर चौधरी समाज ने विरोध सभा आयोजित की। सभा में बड़ी संख्या में चौधरी समाज के लोग साकेत बुद्ध विहार परिसर में एकत्र हुए और यह संकल्प लिया कि साकेत बुद्ध विहार हमारी आस्था का केंद्र है, इसे किसी भी कीमत पर हटने नहीं दिया जाएगा।
उपस्थित सभी सदस्यों ने एक स्वर में कहा कि यदि आवश्यक हुआ तो वे धरना, प्रदर्शन और आंदोलन के लिए भी तैयार रहेंगे।इस अवसर पर साकेत बुद्ध विहार के अध्यक्ष श्री अरविंद यादव एवं मिथिलेश यादव (सोनू) ने कार्यक्रम की अगुवाई की और आए हुए सभी चौधरी समाज के सदस्यों व अतिथियों का साफा एवं साल पहनाकर स्वागत एवं अभिनंदन किया। कार्यक्रम में ट्रस्ट के अध्यक्ष ने सभी अतिथियों एवं श्रद्धालुओं के लिए भोजन दान कार्यक्रम का आयोजन किया, जिसमें बड़ी संख्या में लोगों ने भाग लेकर प्रसाद ग्रहण किया।
राष्ट्रीय अध्यक्ष रामकरन यादव ने अपने संबोधन में कहा कि “साकेत बुद्ध विहार न केवल एक धार्मिक स्थल है, बल्कि यह हमारी पहचान और श्रद्धा का प्रतीक है। किसी भी संस्था या विभाग को इसे नुकसान पहुँचाने का अधिकार नहीं है। हम लोकतांत्रिक तरीके से अपनी आस्था की रक्षा करेंगे।” इस अवसर पर अनेक स्थानीय नागरिक, सामाजिक कार्यकर्ता, चौधरी संघ के पदाधिकारी एवं ग्रामीण उपस्थित रहे। कार्यक्रम शांतिपूर्ण एवं अनुशासित वातावरण में संपन्न हुआ।
प्रदर्शन करने वालों में बृजेश यादव चौधरी, गंगाराम चौधरी, राम केवल चौधरी, घनश्याम यादव, अशोक यादव चौधरी, वंश बहादुर चौधरी, रामानंद चौधरी, अशोक चौधरी, दिनेश चौधरी, हरी नारायण चौधरी, राम बहादुर चौधरी, गंगाराम चौधरी, राम जग चौधरी, ब्रह्मदिन चौधरी, गंगाराम चौधरी, अजय कुमार चौधरी, सूरजपाल चौधरी, रामचंद्र चौधरी, नवमी चौधरी ,इंद्र कुमार चौधरी, रामजन्म चौधरी, ओमवीर चौधरी, अनंत राम चौधरी, रामजग चौधरी, बृजलाल चौधरी, इच्छाराम चौधरी, बलराम चौधरी, गोली चौधरी, भुनेश्वर यादव चौधरी, मस्तराम चौधरी, मुन्ना चौधरी, राम केवल चौधरी, रामबरन चौधरी, संदीप चौधरी, देशराज चौधरी, आदर्श चौधरी, अंशुमन चौधरी, राजबली चौधरी, मस्तराम चौधरी, रामचंद्र चौधरी, राम जगत चौधरी आदि शामिल थे।