घटनास्थल पर छूटे चप्पल ने शक को किया पुख्ता , रुदौली के किशनलाल हत्याकांड का हुआ खुलासा
अयोध्या। जिस भतीजे ने अपनी जमीन अपने चाचा को रखवाली करने के लिए दी थी। जमीन पर अपना सदा के लिए स्वामित्व जताने के लिए चाचा ने ही उसे मौत के घाट उतार दिया। इस घटना में उसका चचेरा दामाद भी शामिल था। जमीन की कीमत करीब बीस लाख बतायी जा रही है। जिससे कारण रिश्तों को कलंकित करने वाली यह घटना घटी। मृतक की पत्नी को उसके चाचा पर पहले से शक था। जिस कारण उसने नामजद मुकदमा पंजीकृत कराया था।
23 जुलाई को कोतवाली रुदौली इलाके के ग्राम टीकर के रहने वाले किशनलाल पुत्र स्व श्रीराम का शव संदिग्ध परिस्थितियों में मिला था। जिसमें पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने पर गला दबाने से हत्या की पुष्टि हुई। मामले में मृतक की पत्नी गुधरा देवी ने उसके चाचा सहजराम के खिलाफ नामजद तहरीर दी थी। मौके पर पुलिस को एक चप्पल तथा टार्च भी मिली थी। जो विवेचना के दौरान सहराम के चचेरे दामाद शिवमंगल की निकली। पुलिस ने जब सहजराम व शिवमंगल से पूछताछ की तो उन्होने अपना जुर्म कबूल कर लिया। पूछताछ के दौरान सहजराम ने बताया कि वह इस जमीन को अपने भतीजे से खरीदना चाहता था। परन्तु वह तैयार नहीं था। उसने उसके भाई की बीमारी पर करीब डेढ़ लाख रुपये भी खर्च किये थे। जिसके कारण उसने किशनलाल की हत्या कर दी।