सिग्नीफिकेन्ट रोल ऑफ ई-एजुकेशन थू्र सोशल डिस्टेंसिंग ड्यूरिंग लॉकडाउन ऑफ कोविड-19 पैंडेमिक विषय दो दिवसीय नेशनल वेबिनार का समापन

अयोध्या। डॉ0 राममनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय के तकनीकी संस्थान में सिग्नीफिकेन्ट रोल ऑफ ई-एजुकेशन थू्र सोशल डिस्टेंसिंग ड्यूरिंग लॉकडाउन ऑफ कोविड-19 पैंडेमिक विषय दो दिवसीय नेशनल वेबिनार का गुरूवार को समापन हुआ। समापन के मुख्य अतिथि डॉ0 आंबेडकर इंस्टिट्यूट बेंगलूर की प्रो0 शैलजा ने कहा कि यह नेशनल वेबिनार लोगों को नवाचार तकनीक से जोडने का एक आसान तरीका है। इसके माध्यम से नई तकनीक का प्रयोग करके अधिक से अधिक छात्रों को इसका फायदा मिल सकता है। उन्होने सभी प्रतिभागियों को ई-लर्निग का प्रयोग सदैव करने की बात कहीं। अध्यक्षता कर रहे विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो0 मनोज दीक्षित ने विश्वविद्यालय एवं अन्य शैक्षणिक संस्थानों को ऑनलाइन परीक्षा व्यवस्था को लागू करने की सलाह देते हुए इसके पहलुओं को समझने की बात कहीं।
वेबिनार की मुख्य वक्ता प्रिन्सिपल सेक्रेटेरी टेक्निकल एजुकेशन, उत्तर प्रदेश की सुश्री राधा एस चौहान ने अपने संदेश के माध्यम से कहा कि कोरोना वायरस की महामारी को रोकने के लिए केन्द्र व राज्य सरकार गंभीर है। लॉकडाउन में शिक्षण संस्थानों द्वारा वर्क फ्राम होम के तहत शिक्षक अपने दायित्वों का निर्वहन कर रहे है। ऑनलाइन विधि से विश्वविद्यालय ने दो दिवसीय नेशनल वेबिनार का आयोजन किया यह सुन्दर पहल है। इसके लिए विश्वविद्यालय के कुलपति आचार्य मनोज दीक्षित जी को धन्यवाद दिया और सलाह दी कि वह ऑनलाइन सीखने के प्रचार के लिए संस्थानों को प्रेरित और मॉनिटरिंग करते रहे।
तकनीकी सत्र में विश्वविद्यालय के प्रतिकुलपति प्रो0 एसएन शुक्ला ने कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में छात्र हित के लिए ऑनलाइन परीक्षा का भी कोई नया आसान विकल्प विकसित करने की आवश्यकता है। विषम परिस्थितियों में ऑनलाइन माध्यम से कार्य को संपादित किया जा सकता है। एचबीटीयू, कानपुर के प्रो0 नरेंद्र कोहली जी ने ऑनलाइन एजुकेशन के लिए कई विकल्प सुझाये जैसे गूगल डूओ, ऑनलाइन ब्लैकबोर्ड, साथ ही इस पर विचार करने को कहा कि गाँव के छात्रों के लिए भी ऑनलाइन शिक्षा कैसे उपलब्ध करायी जाए। राजकीय इंजीनियरिंग आजमगढ के निदेशक प्रो एस० पी० शुक्ला जी ने छात्रों को एनपीटीएल का प्रयोग करने के लिए प्रोत्साहित किया। आईईटी लखनऊ की प्रो0 पारुल यादव ने अपने उदबोधन में कहा कि ऑनलाइन लर्निंग के माध्यम से क्लास चलायी जा सकती है लेकिन छात्रों का प्रैक्टिकल और परीक्षा भी महवपूर्ण विषय है इसलिए वीडियो कांफें्रसिंग से छात्रों का प्रैक्टिकल करने का विकल्प प्रस्तुत किया। प्रोंफेशनल कोर्सेज की शिक्षा ऑनलाइन उपलब्ध है लेकिन अब समय यह आ गया है कि शिक्षा पद्धति में नवाचार तकनीकों को प्रमुखता से शामिल करते हुए सामान्य मेडिसिन, कानून, नैतिकता सहित अन्य विषयों में पठन पाठन कराया जाए। माई परफेक्टिव के टेक्निकल एक्स्पर्ट गौरव सिंह ने आर्टिफिशल इंटेलिजेन्स डिजिटल लर्निंग प्लेटफार्म के विषय पर जानकारी प्रदान की।
सत्र में एडोब एजुकेशन के टेक्निकल एक्स्पर्ट सुपरीथ नागाराजू ने लॉकडाउन में एजुकेशन के लिए एडोब के सॉफ्ट्वेर की मदद से छात्र को कैसे पढ़ाया जा सकता है सारे विकल्प को प्रेजेंटेशन के माध्यम से प्रस्तुत किया। इसके साथ उन्होंने इस दो दिवसीय नेशनल वेबिनार की सराहना भी की। आईईटी लखनऊ के अभिषेक नागर जी ने कई टूल्स बताए जो आईईटी लखनऊ में प्रयोग में लाए जा रहे है जिसमें ऑनलाइन लर्निंग एवं टीचिंग के लिए गूगल क्लासरूम एवं गूगल मीट की जोड़ी या गूगल क्लासरूम का प्रयोग किया जा सकता। यह दोनों ही कॉम्बिनेशन फ्री में उपलब्ध हैं। आजमगढ़ के संस्थान के डॉ0 चिन्तननिधि ने ऑनलाइन शिक्षा के लिए मूडल को बेहतर विकल्प बताया जिससे छात्रों को नोट्स ,सेशनल, लेक्चर में बहुत आसानी से हो जाती है।
कार्यक्रम में संस्थान के निदेशक प्रो0 रमापति मिश्र ने अतिथियों को दो दिवसीय नेशनल वेबिनार के उद्देश्य से परिचित कराया एवं सभी के प्रति धन्यवाद ज्ञापित किया। कार्यक्रम के समन्वयक इं0 विनीत सिंह ने बताया की इस सेमिनार के माध्यम से विश्वविद्यालय की शिक्षा व्यवस्था को इलेक्ट्रॉनिक माध्यम से कैसे सुचारु रूप से चलाया जाये जिससे छात्रों तथा उनकी पढ़ाई का कोई नुकसान न हो सके इसका ध्यान ई-प्लेट फॉर्म के रूप में ध्यान दिया जा सकेगा। तकनीकी सत्र में इ0 शाम्भवी शुक्ल, इ0 नवीन चंद्, इ0 परिमल तिवारी, इ0 रमेश मिश्र, इ0 आशुतोष मिश्र, महावीर सिंह नरुका, इ0 अखिलेश मौर्या द्वारा प्रतिभागियों को नवाचार तकनीकी के भिन्न पहुलओं पर लाइव समस्याओं का समाधान किया गया। कार्यक्रम के सेक्रेटरी इं० रमेश मिश्रा ने जूम एप पर सभी प्रतिभागियों को एक साथ जोड़ा और टेक्निकल सपोर्ट के मदद से सेमिनार को संचालित किया।
कार्यक्रम के समापन पर मुख्य अतिथि, कुलपति एवं उपकुलसचिव विनय सिंह के नेतृत्व प्रतिभागियों को ऑनलाइन सर्टिफिकेट का वितरण किया गया। कार्यक्रम के संयोजक इ0 परितोष त्रिपाठी ने बताया कि पूरे देश से 350 प्रतिभागियों ने रजिस्ट्रेशन किया था जिनमे से 232 प्रतिभागियों ने जूम लाइव के द्वारा ही प्रतिभाग किया। इस अवसर पर मुख्य नियंता प्रो0 आरएन राय, परीक्षा नियंत्रक उमानाथ, उपकुलसचिव विनय कुमार सिंह सहित संस्थान के शिक्षक भी लाइव उपस्थित रहे।