वीडियो क्लिप के अश्लील फोटोग्राफ लेकर थाने पहुंची महिला
अयोध्या। मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम की नगरी में भी नोएडा जैसा एक मामला प्रकाश में आया है। मामला प्रदेश सरकार के ही आबकारी उप आयुक्त से जुड़ा है। वायरल वीडियो क्लिप में मंडल के उप आबकारी आयुक्त एस पी राव पहले वायरल नोएडा के वायरल क्लिप की तरह अश्लील चैटिंग कर रहे हैं और अपने अंदरूनी अंग खोलकर चैट करने वाली महिला को दिखा रहे हैं। शुक्रवार को संबंधित महिला वीडियो क्लिप अश्लील फोटोग्राफ लेकर केंट थाने पहुंची और पुलिस में उप आबकारी आयुक्त के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है।
कैंट थाना क्षेत्र की रहने वाली महिला का आरोप है कि उप आबकारी आयुक्त ने दो-तीन माह पूर्व उसको आबकारी विभाग में नौकरी देने का आश्वासन दिया था। आश्वासन देने के बाद उप आबकारी आयुक्त मोबाइल पर अश्लील बातें, चैट और वीडियो कॉल करने लगे। महिला का कहना है कि नौकरी की जरूरत के चलते वह आबकारी आयुक्त की इस हरकत का प्रतिशोध नहीं कर पाई और चुप रही। 14 जनवरी की शाम 8ः05 पर उसको उप आबकारी आयुक्त ने अपने आवास कौशलपुरी कॉलोनी के फेज दो स्थित मकान पर बुलाया। महिला अपने भतीजे के साथ मोटरसाइकिल से उप आबकारी आयुक्त के आवास पर पहुंची और भतीजे को नीचे छोड़कर मिलने के लिए उप आबकारी आयुक्त के कमरे में पहुंची। महिला का आरोप है कि उसने अपनी नौकरी की प्रगति के बारे में पूछताछ की तो उप आबकारी आयुक्त ने उसको बाहों में भर लिया। उसने किसी तरह अपने को छुड़ाया और दरवाजा खोलकर सीढ़ियों से नीचे भागी तथा भतीजे के साथ अपने घर चली गई। लोक लाज और सामाजिक प्रतिष्ठा के चलते अपने साथ हुई आपबीती उसने किसी को नहीं बताई। उसी रात आबकारी आयुक्त की ओर से देर रात 11ः00 बजे के बाद उसके मोबाइल पर 9 बार फोन किया गया, लेकिन उसने फोन नहीं उठाया। 15 जनवरी को उप आबकारी आयुक्त ने तीन बार दोपहर बाद 1.07 बजे,5.01 बजे और 9.47 बजे रात में फोन किया लेकिन उसने फोन नहीं उठाया। महिला ने पुलिस से उप आबकारी आयुक्त के खिलाफ सम्यक धाराओं में मुकदमा पंजीकृत कराने की मांग की है। शिकायत की प्रति मुख्यमंत्री, प्रमुख सचिव आबकारी, आबकारी आयुक्त, पुलिस महानिदेशक, राज्य महिला आयोग, राष्ट्रीय महिला आयोग और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को भी भेजी है। इस बाबत सीओ सिटी अरविंद कुमार चौरसिया ने बताया कि महिला की तहरीर पर कैंट थाना पुलिस ने उप आबकारी आयुक्त एसपी राव के खिलाफ आबरू पर हमला और आईटी एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया है।मामले की विवेचना कराई जा रही है।