– ईट एवं टाईल्स निर्माता महासंघ के निर्देश पर होगा आन्दोलन
अयोध्या। जिले की ईट निर्माता समिति ने एक बैठक कर अखिल भारतीय ईट एवं टाईल्स निर्माता महासंघ नई दिल्ली के निर्देश पर आन्दोलन की घोषणा कर दी है। जनपद ईंट निर्माता समिति अयोध्या के पदाधिकारियों ने सिविल लाइन्स स्थित एक होटल के सभागार में एक बैठक आयोजित की। बैठक में सरकार की नीतियों का विरोध करते हुए यह घोषणा की कि नए वर्ष से प्रदेश में कोई भी ईंट भट्ठा नही चलाया जाएगा। बैठक अध्यक्षता मनीराम वर्मा ने की । बैठक को सम्बोधित करते हुए उत्तर प्रदेश ईट निर्माता समिति के अध्यक्ष अतुल कुमार सिंह ने कहा कि केवल ईट भट्ठों पर ही जीएसटी की दर में बेतहाशा वृद्धि की गई है । जो जीएसटी की दर पहले एक प्रतिशत समाधान योजना थी उसे बढ़ाकर छह प्रतिशत तथा जो दर पांच प्रतिशत रेगुलर थी उसे बढ़ाकर 12 प्रतिशत कर दी गई है।
कोयले के मूल्यों में भी अभूतपूर्व वृद्धि हो गई है । जो कोयला पिछले वर्ष 8000 रुपए से लेकर 10000 रूपए प्रति मेट्रिक टन में था वह कोयला अब 20000 रुपए से लेकर 27000 रूपए प्रति मेट्रिक टन हो गया है । जिसके फलस्वरूप ईंटों के लागत मूल्यों में काफ़ी बढ़ोतरी हो गई है। इसके विरोध में देश के प्रत्येक जिलों ने ज़िला मुख्यालय से लेकर देश के सबसे बड़े प्रदर्शन स्थल नई दिल्ली के जन्तर-मन्तर पर भी धरना प्रदर्शन किया। फिर भी इसका सरकार पर कोई प्रभाव नहीं पड़ा। विवश होकर अखिल भारतीय ईट एवं टाईल्स निर्माता महासंघ नई दिल्ली ने 23 जून को नई दिल्ली में हुई बैठक में देश के सम्पूर्ण ईट भट्ठों के लिए हड़ताल की घोषणा कर दी गई है । जिसका देश के समस्त राज्यों ने समर्थन किया ।आगामी वर्ष से अनिश्चितकालीन हड़ताल रहेगी साथ ही ईट के उत्पादन का कार्य ठप रहेगा ।
बैठक में जिला महामंत्री श्री सत्य प्रकाश सिंह ने कहा हम ईट भट्ठा व्यवसाई इस सीज़न वर्ष में किसी तरह से ईंटों का उत्पादन तो कर दिया परंतु आगे महंगे कोयले और जीएसटी की कर की दरों में बेहताशा वृद्धि के कारण ईंटों का उत्पादन करने में असमर्थ हैं। प्रदेश के सहमन्त्री संजय सावलानी ने कहा हम सरकार को राजस्व तो देते ही है उसके साथ साथ भारत वर्ष के लगभग दो करोड़ श्रमिकों को रोज़गार भी देते हैं। सरकार को हमें प्रोत्साहित करना चाहिए । लेकिन सरकार हमारे इस कुटीर ग्रामीण उद्योग को दिन प्रतिदिन नए क़ानून थोपकर ईट भट्ठा व्यवसाय को हमेशा के लिए बंद कराने में लगी है । हम विवश होकर हड़ताल पर जा रहे हैं इससे देश भर के लगभग दो करोड़ श्रमिक बेरोज़गार हो जाएंगे। हमारा सरकार से आग्रह है कि अतिशीघ्र बढ़ी हुई जीएसटी की दर को वापस ले । कोयले के मूल्यों पर नियंत्रण भी करें। बैठक में कोषाध्यक्ष नारायणदास, प्रेम नारायण शुक्ला, जितेंद्र प्रताप सिंह,कुलदीप सिंह, जगदीश सिंह ,सुरेश कुमार काली ,प्रेम प्रकाश शर्मा,बबलू सिंह ,संजय सिंह, चंद्रभान मौर्या ,सुनील तिवारी, आदिल ,पीयूष केवलानी,आफ़ताब ,रूमी ,रमेश गुप्ता,वीरेंद्र वर्मा ,राजू साधवानी,भोलानाथ वर्मा, दिनेश खत्री ,विकास केवलानी, श्याम जीवानी,कुलदीप,राहुल सावलानी, गुरु प्रसाद मौर्या ,बसन्त लाल वर्मा व ईट भट्ठा स्वामी मौजूद रहे।