-बरसात होने के चलते नहीं हो पायी पैमाइश : एसडीएम
सोहावल। सप्ताह भर पहले जिले के मसौधा ब्लाक के मौर्य का पुरवा में बने और सुर्खियों में आये योगी आदित्यनाथ के मंदिर पर अमावस्या की काली छाया पड़ने की खबर है। इस मंदिर पर प्रशासन ने ग्रहण लगा दिया है। मूर्ति प्रशासन ने अपने कब्जे में ले ली है ।निर्माण स्थल की भूमि पैमाइश का आदेश निकल चुका है,लेकिन बरसात के चलते रविवार को पैमाइश नहीं हो सकी। मंदिर के निर्माण करता के चाचा और कुछ ग्रामीणों की मुख्यमंत्री तक मंदिर की भूमि को लेकर की गयी शिकायत के बाद जिला प्रशासन हरकत में आ गया है।
आरोप है कि योगी मंदिर का निर्माण सरकारी भूमि पर कब्जा करने के लिये कराया गया है। मंदिर निर्माण करने वाले राम भक्त और योगी भक्त युवक गांव निवासी प्रभाकर मौर्य की नीयत एक साजिश से भरी है। इस शिकायत की असलियत जानने के लिये उप-जिलाधिकारी सोहावल ने भूमि की जांच और पैमाइश के आदेश दिये हैं । जमीन बंजर व कृषि विश्वविद्यालय की होने की शिकायत पर एक जांच टीम राजस्व विभाग की गठित कर दी गयी हैस मंदिर में रखी योगी जी की मूर्ति को जिला प्रशासन ने मंदिर से हटवा कर कही और सुरक्षित करा दिया है। ग्रामीणों के द्वारा कोई बवाल न किया जाय इसे देखते हुए मंदिर पर प्रशासनिक कब्जेदारी के दौरान भारी पुलिस बल मौजूद रहा।
मंदिर का निर्माण कराने वाले युवक का मोबाइल स्विच ऑफ व इसके मौके से फरार होने की बात कही जा रही है। पूँछे जाने पर उप-जिलाधिकारी मनोज कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि शिकायत पर भूमि पैमाइश के आदेश दिया गया है, लेकिन बरसात के कारण रविवार को पैमाइश नहीं हो पायी मूर्ति कहां है?इसकी जानकारी नहीं है।