-कश्मीरी पंडितों की पीड़ा को फिल्म ने वैश्विक स्तर पर चर्चा में ला दिया : राजकुमार दास
अयोध्या। नब्बे के दशक में कश्मीरी पंडितों के पलायन व नरसंहार पर बनी फिल्म द कश्मीर फाइल्स देखने के लिए अयोध्या के संत, विधायक वेद प्रकाश गुप्ता, महानगर जिलाध्यक्ष अभिषेक मिश्रा ने भाजपा के पदाधिकारियों के साथ फिल्म देखी। फिल्म को देखने के दौरान पूरे परिवेश में देशभक्ति का रंग घुल गया। कश्मीरी पंडितों पर अत्याचार के दृश्य को देखने के बाद सभी की आंखे नम हो गयी।
विधायक वेद प्रकाश गुप्ता ने कहा कि कश्मीरी पंडितों के दर्द को फिल्म में सजीवता से प्रस्तुत किया गया है। फिल्म के सभी नायक व नायिकाओं ने अपने अभिनय से नरसंहार व पलायन की घटना को 32 साल बाद पुनः हमारी स्मृतियों में ताजा कर दिया। फिल्म के निदेशक विवेक अग्निहोत्री इसके लिए धन्यवाद के पात्र है। हमारा सौभाग्य है कि भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी व गृहमंत्री अमित शाह है। कश्मीर से धारा 370 हटाकर आतंकवादियों को करारा जवाब दिया गया है। इससे मोदी है तो मुमकिन है की अवधारणा को सम्बल मिला। केवल राजनीति के लिए इस घटना पर कुछ लोग लगातार पर्दा डालने के लिए प्रयासरत थे।
उनके प्रयासों को करारा झटका लगा है जब आज जनता इसके समर्थन में उतर गयी है। रामबल्लभाकुंज के अधिकारी महंत राजकुमार दास ने कहा कि तुष्टीकरण की राजनीति के तहत कश्मीर की सच्चाई को दबाने का प्रयास किया जाता रहा। कश्मीरी पंडितों की पीड़ा को फिल्म ने वैश्विक स्तर पर चर्चा में ला दिया। केन्द्र सरकार के प्रयासों की बदौलत आज पूरी दुनिया के सामने बदले कश्मीर की तस्वीर है।
महंत राजूदास ने कहा कि फिल्म देखने के बाद तस्वीरें आंखों के सामने आ जाती है कि कैसे नब्बे के दशक में आतंक व अत्याचार ने कश्मीर को जकड़ रखा था। इस अवसर पर महंत शशिकांतदास, महंत गिरीशदास, महंत वल्लभबैदेहीशरण, महंत अर्जुन दास, महंत कृपालु महाराज, महंत रामकुमार दास, जिला पंचायत अध्यक्ष प्रतिनिधि आलोक सिंह रोहित, विशाल सिंह बाबा समेत बड़ी संख्या में संत, महंत मौजूद रहे।