कहा सपा-बसपा गठबंधन तोड़ने के लिए रची जा रही साजिश
अयोध्या। बसपा सुप्रीमो बहन मायावती को प्रधानमंत्री ना बनने देने की एक बहुत बड़ी साजिश है और उनको दबाव में लेने की जिससे गठबंधन टूट जाए सपा बसपा के खौफ से आज शासन सत्ता में बैठे लोग अखिलेश यादव और मायावती पर दबाव बनाने के लिए जांच के लिए दबाव बनाए हुए हैं जिससे दोनों लोग मिलकर गठबंधन को तोड़ दे यह बहुत गलत परंपरा है। उक्त विचार समाजसेवी राजन पाण्डेय ने व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि अगर अपने घर शीशे के हैं तो दूसरे के घर पर पत्थर नहीं मारना चाहिए सरकार के कामकाज में कुछ ना कुछ गड़बड़ हो ही जाता है जिसमें मुख्यमंत्री का कोई रोल नहीं होता है अगर गड़बड़ होता है तो नीचे वालों का होता है जिसमें इंजीनियर से लेकर संबंधित मंत्री तक ही शामिल होते हैं लेकिन दबाव में लेने के लिए भाजपा के लोग अब सरकारी मिशनरी का दुरुपयोग करके बहन जी को गलत तरीके से फंसाने की साजिश हो रही है लेकिन बहनजी बहुत बहादुर महिला है वह कभी दबाव में आने वाली नहीं है और वह निश्चित चुनाव लड़ेंगी और गठबंधन करके ही लड़ेंगे उसके लिए कुछ भी करना पड़े करेगी क्योंकि वह कभी दबाव की राजनीति नहीं करती हैं पिछले 15 सालों से देख रहा हूं कभी बहन जी ने दबाव की राजनीति नहीं की है वह एक बहादुर महिला है लाखों-करोड़ों दलित गरीब सर्व समाज के दिलों पर राज करती है उनके स्वाभिमान को जगाने का काम करती है और अत्याचारी भ्रष्टाचारी लोगों को ठीक करने का काम करती है अगर वहीं जी भारत के प्रधानमंत्री बनी तो हमारी गरीबों का भला होगा गुंडे माफिया लोग भारत छोड़ कर भाग जाएंगे यदि बहन जी का उत्पीड़न हुआ तो पूरे भारत में बहुत जबरदस्त आंदोलन चलेगा जिसकी संपूर्ण जिम्मेदारी शासन सत्ता में बैठे लोगों की होगी यदि आदमी सब काम करता है तो एकाध काम गलत हो ही जाता है उसके लिए जांच करवा कर उसको प्रताड़ित किया जाए यह बहुत गलत है चाहे जो सरकार रही हो कुछ न कुछ गड़बड़ी नीचे वाले लोग करवा ही लेते हैं उसमें मुख्यमंत्री का कोई दोष नहीं होता है लेकिन आखिरकार लोग गलत मानसिकता के नाते दबाव में लेने के लिए ब्यूह रचना करते हैं लेकिन शायद यह भूल जाते हैं कि यह भी हो रचना उनके लिए भी फांसी का फंदा हो सकती है जो दूसरों के लिए कर रहे हैं यदि बहन जी के साथ कार्रवाई हुई आर पार की लड़ाई होगी उसके लिए धरना प्रदर्शन होगा रोड जाम होगा हर काम किया जाएगा जो बहन जी के सम्मान के साथ खेलेगा उसके साथ कभी समझौता नहीं किया जाएगा चाहे जो भी करना पड़ेगा किया जाएगा यह लोग नहीं चाहते हैं कि कोई दलित की बेटी गरीब की बेटी भारत के प्रधानमंत्री बने और यह भाजपा के लोग दलित प्रेम के नाम पर दिखावा करते हैं